सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह जिले झालावाड़ में चंवली-धतूरिया और झालरापाटन-गागरोन के बीच सड़कें चौड़ी की जाएंगी। झालरापाटन और डग विधानसभा क्षेत्र के करीब 80 गांवों के सवा तीन लाख से भी अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान ने बताया कि चंवली-हिम्मतगढ़-धरोनिया-पिड़ावा-ढाबलाभोज-धतूरिया (लम्बाई 50.00 कि.मी.) एवं 2. झालरापाटन-गिन्दोर-रेल्वे स्टेशन-झिरनिया-किशनपुरिया-दुर्गपुरा-गागरोन (मेगा हाईवे) (लम्बाई 26.75 कि.मी.) को मुख्य जिला सड़कों में क्रमोन्नत कर दिया है। मंत्री ने बताया कि घोषित की गई पहली मुख्य जिला सड़क (एमडीआर) झालरापाटन, रायपुर, सोयत उज्जैन सड़क पर मध्यप्रदेश बॉर्डर पर स्थित चंवली गांव से प्रारम्भ होकर हिम्मतगढ़, धरोनिया, पिड़ावा, ढाबलाभोज, धतूरिया होते हुए (एसएच-19ए) झालावाड़-भवानीमण्डी-डग-चौमहला रोड पर मिलती है।
इस सड़क के एमडीआर घोषित होने से केन्द्र सरकार द्वारा केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत वर्तमान सड़क का चौडाईकरण एवं सुदृढीकरण किया जा सकेगा और वर्तमान 3.75 मीटर चौड़ी सड़क को 7.00 मीटर किया जा सकेगा। इससे डग चौमहला का यातायात पिड़ावा होते हुए रायपुर से बकानी की तरफ सुगमता से गुजर सकेगा। रायपुर बकानी के बीच काली सिंध नदी पर पुल बन जाने से इस सड़क पर यातायात में बढोतरी की सम्भावना है। यह रूट नीमच से डग चौमहला होते हुए पिड़ावा बकानी होकर भोपाल जाने का सबसे कम दूरी का रूट है जिससे लगभग 30.00 कि.मी. की दूरी कम होती है। इस सड़क से क्षेत्र के 70 से अधिक गांवों के सवा लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
साथ ही, एमडीआर घोषित की गई दूसरी सड़क झालरापाटन से गिन्दोर होते हुए झालावाड़ रेलवे स्टेशन, झिरनिया एन.एच.-12 होते हुए किशनपुरिया, दुर्गपुरा, गागरोन होती हुई खानपुर रोड़ मेगा हाईवे पर मिलती है। इस सड़क के एमडीआर. घोषित होने से केन्द्र सरकार द्वारा केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत वर्तमान सड़क का चौडाईकरण एवं सुदृढीकरण किया जा सकेगा और वर्तमान 3.75 मीटर चौडी सड़क को 7.00 मीटर किया जा सकेगा। यह सड़क झालावाड़ एवं पाटन के लिए बाइपास (परिधि सड़क) का कार्य करेगी। इस सड़क से झालावाड़ एवं झालरापाटन के 10 गांवों के 2 लाख से अधिक लोगों को लाभ होगा।
सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह जिले झालावाड़ में चंवली-धतूरिया और झालरापाटन-गागरोन के बीच सड़कें चौड़ी की जाएंगी। झालरापाटन और डग विधानसभा क्षेत्र के करीब 80 गांवों के सवा तीन लाख से भी अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान ने बताया कि चंवली-हिम्मतगढ़-धरोनिया-पिड़ावा-ढाबलाभोज-धतूरिया (लम्बाई 50.00 कि.मी.) एवं 2. झालरापाटन-गिन्दोर-रेल्वे स्टेशन-झिरनिया-किशनपुरिया-दुर्गपुरा-गागरोन (मेगा हाईवे) (लम्बाई 26.75 कि.मी.) को मुख्य जिला सड़कों में क्रमोन्नत कर दिया है। मंत्री ने बताया कि घोषित की गई पहली मुख्य जिला सड़क (एमडीआर) झालरापाटन, रायपुर, सोयत उज्जैन सड़क पर मध्यप्रदेश बॉर्डर पर स्थित चंवली गांव से प्रारम्भ होकर हिम्मतगढ़, धरोनिया, पिड़ावा, ढाबलाभोज, धतूरिया होते हुए (एसएच-19ए) झालावाड़-भवानीमण्डी-डग-चौमहला रोड पर मिलती है।
इस सड़क के एमडीआर घोषित होने से केन्द्र सरकार द्वारा केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत वर्तमान सड़क का चौडाईकरण एवं सुदृढीकरण किया जा सकेगा और वर्तमान 3.75 मीटर चौड़ी सड़क को 7.00 मीटर किया जा सकेगा। इससे डग चौमहला का यातायात पिड़ावा होते हुए रायपुर से बकानी की तरफ सुगमता से गुजर सकेगा। रायपुर बकानी के बीच काली सिंध नदी पर पुल बन जाने से इस सड़क पर यातायात में बढोतरी की सम्भावना है। यह रूट नीमच से डग चौमहला होते हुए पिड़ावा बकानी होकर भोपाल जाने का सबसे कम दूरी का रूट है जिससे लगभग 30.00 कि.मी. की दूरी कम होती है। इस सड़क से क्षेत्र के 70 से अधिक गांवों के सवा लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
साथ ही, एमडीआर घोषित की गई दूसरी सड़क झालरापाटन से गिन्दोर होते हुए झालावाड़ रेलवे स्टेशन, झिरनिया एन.एच.-12 होते हुए किशनपुरिया, दुर्गपुरा, गागरोन होती हुई खानपुर रोड़ मेगा हाईवे पर मिलती है। इस सड़क के एमडीआर. घोषित होने से केन्द्र सरकार द्वारा केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत वर्तमान सड़क का चौडाईकरण एवं सुदृढीकरण किया जा सकेगा और वर्तमान 3.75 मीटर चौडी सड़क को 7.00 मीटर किया जा सकेगा। यह सड़क झालावाड़ एवं पाटन के लिए बाइपास (परिधि सड़क) का कार्य करेगी। इस सड़क से झालावाड़ एवं झालरापाटन के 10 गांवों के 2 लाख से अधिक लोगों को लाभ होगा।