टोंक जिले के निवाई रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को एक महिला ने बेटी को जन्म दिया। हिण्डौन की रहने वाली यह महिला जयपुर—बयाना ट्रेन से अपने घर जा रही थी।
जानकारी के अनुसार महिला यात्री गुड्डी बैरवा सुबह जयपुर से बयाना की ओर जाने वाली ट्रेन से रवाना हुई। सफर में उसके साथ उसकी चार बेटियां भी थी। इसी दौरान एक घंटे बाद महिला गुड्डी को तेज प्रसव पीड़ा हुई। इस पर ट्रेन में मौजूद अन्य महिलाओं ने उसे हिम्मत दिलाते हुए अगले स्टेशन पर उतारने की बात कही। जैसे ही ट्रेन बनस्थली—निवाई स्टेशन पर पहुंची गुड्डी को यात्रियों की मदद से नीचे प्लेटफार्म पर उतार दिया गया। यहां प्लेटफार्म पर उसकी प्रसव पीड़ा और भी बढ़ गई।
इसी दौरान महिला के हालत देखकर रेलवे स्टेशन पर तैनात पुलिस ने वहां मौजूद अन्य महिलाओं से उसकी मदद करने को कहा। प्लेटफार्म पर मौजूद अन्य महिलाओं ने चारों ओर से गुड्डी के आड़ लगाकर उसका प्रसव करवाया। हालांकि, सूचना के बाद तुरंत मौके पर एंबुलेंस भी पहुंच गई। इसके जरिये गुड्डी और उसकी नवजात बेटी को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया, जहां मां—बेटी दोनों स्वस्थ हैं।
टोंक जिले के निवाई रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को एक महिला ने बेटी को जन्म दिया। हिण्डौन की रहने वाली यह महिला जयपुर—बयाना ट्रेन से अपने घर जा रही थी।
जानकारी के अनुसार महिला यात्री गुड्डी बैरवा सुबह जयपुर से बयाना की ओर जाने वाली ट्रेन से रवाना हुई। सफर में उसके साथ उसकी चार बेटियां भी थी। इसी दौरान एक घंटे बाद महिला गुड्डी को तेज प्रसव पीड़ा हुई। इस पर ट्रेन में मौजूद अन्य महिलाओं ने उसे हिम्मत दिलाते हुए अगले स्टेशन पर उतारने की बात कही। जैसे ही ट्रेन बनस्थली—निवाई स्टेशन पर पहुंची गुड्डी को यात्रियों की मदद से नीचे प्लेटफार्म पर उतार दिया गया। यहां प्लेटफार्म पर उसकी प्रसव पीड़ा और भी बढ़ गई।
इसी दौरान महिला के हालत देखकर रेलवे स्टेशन पर तैनात पुलिस ने वहां मौजूद अन्य महिलाओं से उसकी मदद करने को कहा। प्लेटफार्म पर मौजूद अन्य महिलाओं ने चारों ओर से गुड्डी के आड़ लगाकर उसका प्रसव करवाया। हालांकि, सूचना के बाद तुरंत मौके पर एंबुलेंस भी पहुंच गई। इसके जरिये गुड्डी और उसकी नवजात बेटी को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया, जहां मां—बेटी दोनों स्वस्थ हैं।