कोरोना का ओमिक्रॉन स्वरूप हल्का संक्रमण नहीं है। कई देशों में यह संक्रमितों को खासा नुकसान पहुंचा रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है और स्वास्थ्यकर्मी भी चपेट में आ रहे हैं, अस्पतालों में स्टाफ कम पड़ रहा है। भारत में ओमिक्रॉन पहले से मौजूद डेल्टा स्वरूप की जगह ले रहा है। यह कहना है नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल का। इस बीच, देश में कोरोना के नए मरीज दो लाख के करीब पहुंच गए हैं। हालांकि, तीसरी लहर का अभी पीक नहीं आया है।
डॉ. पॉल ने मीडिया को बताया, राज्यों में मिली-जुली तस्वीर है। अब भी कुछ स्थानों पर डेल्टा गंभीर बना है। जिन लोगों ने टीके की दोनों खुराकें ली हैं, उनमें संक्रमण हल्का मिल रहा है। पर, टीका न लेने वाले समूह में कोरोना जोखिम भरा है। यह अध्ययन भी चल रहा है कि आखिर टीकाकरण वाले समूह में कोरोना किस तरह का असर दिखा रहा है?
डॉ. पॉल ने बताया, अभी 91% वयस्क टीके की पहली खुराक ले चुके हैं। 68% आबादी दूसरी खुराक लेकर टीकाकरण पूरा कर चुकी है। करीब 9% वयस्क आबादी टीके से अब भी दूर है। ऐसे लोगों को टीका लेने में जरा-भी देर नहीं करनी चाहिए।
अब पूरे परिवार के लिए जांच जरूरी नहीं, होम आइसोलेशन के नए निर्देश जारी
कोरोना की चपेट में आने के बाद पूरे परिवार के लिए कोविड जांच जरूरी नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिना लक्षण व हल्के लक्षण वाले रोगियों के लिए होम आइसोलेशन के संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार निगेटिव होने के बाद भी सात दिन तक अपनी देखभाल करनी है।
7 माह बाद दिल्ली में 40 लोगों की मौत, 27561 नए केस मिले
राजधानी में सात माह बाद कोरोना से एक दिन में 40 की मौत हो गई। वहीं 27561 संक्रमित मिले हैं। दैनिक संक्रमण दर भी 26 फीसदी से अधिक हो गई। इससे पहले 10 जून 2021 को 44 मौतें दर्ज की गई थीं।
1,94,720 नए मरीज देश में
- बीते 24 घंटों में दैनिक मामलों में 15 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। 29 राज्यों में हालात गंभीर हैं।
- 226 जिलों में संक्रमण 5% से अधिक है, जिनमें से 120 जिलों में यह 10% से भी ज्यादा है।
- 1.50 लाख औसतन संक्रमित रोज मिल रहे एक सप्ताह से देश में।
- 9.82 फीसदी एक सप्ताह में संक्रमण दर, अभी कोरोना के 9.55 लाख मरीज उपचाराधीन।
ओमिक्रॉन संक्रमण की स्थिति
- दुनिया : 149 देशों में 5.52 लाख संक्रमित, 115 की मौत।
- भारत : 28 राज्यों में 4,868 केस।
- पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह संक्रमित हो गए हैं। वहीं, दिल्ली पुलिस के अब तक 1,700 जवान संक्रमित।
राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रखने के निर्देश
केंद्र सरकार ने राज्यों को बढ़ते संक्रमण के प्रति आगाह करते हुए निर्देश दिया है कि सभी अस्पतालों में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन से भरे टैंक तैनात रहने चाहिए। ताकि किसी भी समय इनका इस्तेमाल किया जा सके। इनके अलावा टैंकों को रिफिल करने के लिए निर्बाध सप्लाई होनी चाहिए।
सभी पीएसए संयंत्र पूरी तरह काम करने की स्थिति में होने चाहिए। ऑक्सीजन प्लांट के रखरखाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि हर अस्पताल में पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं। इतना ही नहीं राज्यों से बड़े अस्पतालों में वेंटिलेटर, आईसीयू और ऑक्सीजन सपोर्ट पर मौजूदा संक्रमित मरीजों के लिए पर्याप्त व्यवस्था रखने के लिए भी कहा है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देश में कोरोना की तीसरी लहर का अभी पीक हम नहीं मान सकते हैं। इसे जानने के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा लेकिन पीक से ज्यादा अहम लोगों का सावधानी बरतना है। इस वक्त पूरा देश एक विस्फोटक जैसे हालात में है।
अगर लोगों ने लापरवाही नहीं छोड़ी तो आगामी दिन में संक्रमण का प्रभाव पता नहीं किस तरह से देखने को मिले? आंकड़ों के अनुसार देश में एक दिन पहले यानी मंगलवार को कोविड-19 के 1,68,063 नए मामले सामने आए थे। जबकि बुधवार को 26,657 नए मामलों की बढ़ोतरी हुई है। वहीं दैनिक संक्रमण दर भी दो फीसदी बढ़ी है।
ओमिक्रॉन के सबसे अधिक 1281 मामले महाराष्ट्र में
ओमिक्रॉन के सबसे अधिक 1,281 मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। इसके बाद राजस्थान में 645 मामले मिले हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रो. रिजो एम जॉन का कहना है कि ओमिक्रॉन को पहले दिन से ही देश में ऐसे पेश किया जा रहा है कि यह एक माइल्ड बीमारी है।
लोगों का व्यवहार इसी वजह से नहीं बदल रहा है और इसका खामियाजा सभी राज्यों में एकजैसा दिखाई दे रहा है। दिल्ली, पुणे, बेंगलुरू, चेन्नई, मुंबई, कोलकाता जैसे महानगरों में हालात काफी गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण को माइल्ड या हल्का मानते हुए इसे देश भर में प्रसारित होने के लिए नहीं छोड़ना चाहिए। यह कभी भी अपना व्यवहार बदल सकता है।
कोवाक्सिन की बूस्टर खुराक ओमिक्रॉन पर 90% से ज्यादा असरदार
भारत की स्वदेशी कोवाक्सिन की बूस्टर खुराक कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट पर 100 फीसदी असरदार है। साथ ही ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ यह तीसरी खुराक 90 फीसदी से भी ज्यादा असरदार है। बुधवार को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी ने वैक्सीन की तीसरी यानी बूस्टर खुराक से जुड़े चिकित्सीय अध्ययन के परिणामों को सार्वजनिक किया है।
- दुनिया के दूसरे देशों में कोवाक्सिन को ले जाने के लिए भारतीय कंपनी ने ऑकुजेन नामक एक बायोफॉर्मास्युटिकल कंपनी के साथ करार किया है।
- कंपनी ने बूस्टर खुराक को लेकर एक चिकित्सीय अध्ययन कराया था। इसके बाद पता चला है कि कोवाक्सिन की बूस्टर खुराक डेल्टा या फिर ओमिक्रॉन दोनों ही वेरिएंट से बचाव रखने में असरदार है।
मोलनुपिराविर का हो रहा गलत इस्तेमाल
डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि मोलनुपिराविर नामक दवा है जिसे हाल ही में आपात इस्तेमाल की अनुमति मिली है। इस दवा के फायदे कम, नुकसान अधिक हैं लेकिन यह देखने को मिल रहा है कि देश में इसका गलत इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की है कि इस दवा का इस्तेमाल काफी सतर्कता से करना है।
दैनिक संक्रमण दर 11.05 फीसदी पहुंची
- बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि एक दिन की राहत के बाद फिर से दैनिक संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ी है। पिछले एक दिन में 1,94,720 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि इस दौरान 442 मरीजों की मौत हुई है। इस दौरान 60,405 मरीजों को छुट्टी भी दी गई है।
- फिलहाल कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 9,55,319 तक पहुंच गई है। वहीं देश में दैनिक संक्रमण दर 11.05 फीसदी दर्ज की गई है।
- इनके अलावा ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित रोगियों की संख्या भी बढ़कर 4,868 तक पहुंच गई है। बीते दो दिन में ही एक हजार नए लोग ओमिक्रॉन संक्रमित देश भर में मिले हैं।
आयु रक्षा किट आयुष-64 कोविड रोगियों के लिए
- आयुष मंत्रालय ने जानकारी दी है कि कोविड रोगियों के लिए आयु रक्षा किट, आयुष-64 जैसी दवाएं उपलब्ध हैं। हल्के लक्षण वाले रोगी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
विस्तार
कोरोना का ओमिक्रॉन स्वरूप हल्का संक्रमण नहीं है। कई देशों में यह संक्रमितों को खासा नुकसान पहुंचा रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है और स्वास्थ्यकर्मी भी चपेट में आ रहे हैं, अस्पतालों में स्टाफ कम पड़ रहा है। भारत में ओमिक्रॉन पहले से मौजूद डेल्टा स्वरूप की जगह ले रहा है। यह कहना है नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल का। इस बीच, देश में कोरोना के नए मरीज दो लाख के करीब पहुंच गए हैं। हालांकि, तीसरी लहर का अभी पीक नहीं आया है।
डॉ. पॉल ने मीडिया को बताया, राज्यों में मिली-जुली तस्वीर है। अब भी कुछ स्थानों पर डेल्टा गंभीर बना है। जिन लोगों ने टीके की दोनों खुराकें ली हैं, उनमें संक्रमण हल्का मिल रहा है। पर, टीका न लेने वाले समूह में कोरोना जोखिम भरा है। यह अध्ययन भी चल रहा है कि आखिर टीकाकरण वाले समूह में कोरोना किस तरह का असर दिखा रहा है?
डॉ. पॉल ने बताया, अभी 91% वयस्क टीके की पहली खुराक ले चुके हैं। 68% आबादी दूसरी खुराक लेकर टीकाकरण पूरा कर चुकी है। करीब 9% वयस्क आबादी टीके से अब भी दूर है। ऐसे लोगों को टीका लेने में जरा-भी देर नहीं करनी चाहिए।
अब पूरे परिवार के लिए जांच जरूरी नहीं, होम आइसोलेशन के नए निर्देश जारी
कोरोना की चपेट में आने के बाद पूरे परिवार के लिए कोविड जांच जरूरी नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिना लक्षण व हल्के लक्षण वाले रोगियों के लिए होम आइसोलेशन के संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार निगेटिव होने के बाद भी सात दिन तक अपनी देखभाल करनी है।
7 माह बाद दिल्ली में 40 लोगों की मौत, 27561 नए केस मिले
राजधानी में सात माह बाद कोरोना से एक दिन में 40 की मौत हो गई। वहीं 27561 संक्रमित मिले हैं। दैनिक संक्रमण दर भी 26 फीसदी से अधिक हो गई। इससे पहले 10 जून 2021 को 44 मौतें दर्ज की गई थीं।