असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोमवार (19 जुलाई) को एक बड़ा बयान दिया है। दरअसल, उन्होंने जनसंख्या विस्फोट को असम में अल्पसंख्यक मुसलमानों के बीच आर्थिक असमानता और गरीबी का मूल कारण बताया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को राज्य के निचले हिस्सों में जनसंख्या नियंत्रण उपायों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए भेजा जाएगा।
जनसंख्या सेना बनाएगी सरकार
बता दें, मुस्लिम बहुल इलाकों में जनसंख्या को नियंत्रित करने और इसे लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए असम सरकार 'जनसंख्या सेना' या पॉप्युलेशन आर्मी बनाने वाली है। मुख्यमंत्री सरमा ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि एक हजार युवाओं की सेना क्षेत्रों में पहुंचकर गर्भनिरोधक दवाइयों का वितरण भी करेगी। गौरतलब है कि सरमा के जनसंख्या नियंत्रित करने के कई प्रस्ताव पहले ही लोगों की काफी नाराजगी का सामना कर चुके हैं।
1000 युवा गर्भ निरोधक करेंगे वितरित
सरमा ने विधानसभा में कहा, ‘राज्य के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में आबादी बढ़ रही है। जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के बारे में जागरूकता पहुंचाने और गर्भ निरोधक वितरित करने में करीब 1000 युवा शामिल होंगे। हम आशा कार्यकर्ताओं का एक अलग बल बनाने की तैयारी कर रहे हैं, जिन्हें जन्म नियंत्रण और गर्भनिरोधक वितरण का काम दिया जाएगा।'
2001 से 2011 तक हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि 10 फीसदी
उन्होंने आगे कहा, 'साल 2001 से लेकर 2011 तक असम में हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि 10 फीसदी थी जबकि मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि 29 प्रतिशत रही। कम आबादी के कारण बड़े घरों, वाहनों के चलते असम में हिंदुओं की जीवनशैली बेहतर हुई है। बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन रहे हैं।' हालांकि, अभी यह पता नहीं चल सका है कि मुख्यमंत्री ने यह डाटा किस आधार पर दिया।
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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोमवार (19 जुलाई) को एक बड़ा बयान दिया है। दरअसल, उन्होंने जनसंख्या विस्फोट को असम में अल्पसंख्यक मुसलमानों के बीच आर्थिक असमानता और गरीबी का मूल कारण बताया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को राज्य के निचले हिस्सों में जनसंख्या नियंत्रण उपायों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए भेजा जाएगा।
जनसंख्या सेना बनाएगी सरकार
बता दें, मुस्लिम बहुल इलाकों में जनसंख्या को नियंत्रित करने और इसे लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए असम सरकार 'जनसंख्या सेना' या पॉप्युलेशन आर्मी बनाने वाली है। मुख्यमंत्री सरमा ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि एक हजार युवाओं की सेना क्षेत्रों में पहुंचकर गर्भनिरोधक दवाइयों का वितरण भी करेगी। गौरतलब है कि सरमा के जनसंख्या नियंत्रित करने के कई प्रस्ताव पहले ही लोगों की काफी नाराजगी का सामना कर चुके हैं।
1000 युवा गर्भ निरोधक करेंगे वितरित
सरमा ने विधानसभा में कहा, ‘राज्य के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में आबादी बढ़ रही है। जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के बारे में जागरूकता पहुंचाने और गर्भ निरोधक वितरित करने में करीब 1000 युवा शामिल होंगे। हम आशा कार्यकर्ताओं का एक अलग बल बनाने की तैयारी कर रहे हैं, जिन्हें जन्म नियंत्रण और गर्भनिरोधक वितरण का काम दिया जाएगा।'
2001 से 2011 तक हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि 10 फीसदी
उन्होंने आगे कहा, 'साल 2001 से लेकर 2011 तक असम में हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि 10 फीसदी थी जबकि मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि 29 प्रतिशत रही। कम आबादी के कारण बड़े घरों, वाहनों के चलते असम में हिंदुओं की जीवनशैली बेहतर हुई है। बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन रहे हैं।' हालांकि, अभी यह पता नहीं चल सका है कि मुख्यमंत्री ने यह डाटा किस आधार पर दिया।