नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले छह दिन से यमुनानगर हाईवे पर टेंट लगाकर धरना दे रहे अतिथि अध्यापकों में से एक व्यक्ति शनिवार को पानी की टंकी पर चढ़ गया। साथ ही फेसबुक पर लाइव आकर सरकार की अनदेखी पर नाराजगी जताई। पांच सूत्रीय मांगें नहीं मानने पर उसने आत्महत्या की चेतावनी दी।
सोशल मीडिया पर अतिथि अध्यापक की करतूत वायरल होते ही उसके साथियों और प्रशासन में हड़कंप मंच गया। एसडीएम और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। लगभग साढ़े तीन घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद पानी की टंकी पर चढ़े अतिथि अध्यापक को समझाकर नीचे उतारा गया। तब जाकर पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
नियमितीकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत अतिथि अध्यापक शनिवार को धरनास्थल पर ही बैठक कर रहे थे। इस दौरान आंदोलनकारियों ने सरकारी की अनदेखी पर नाराजगी जताई। बैठक में शामिल कुरुक्षेत्र के लाडवा निवासी अतिथि अध्यापक कलीरमन का कहना था कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।
छह माह बाद वह सेवानिवृत्त भी हो जाएगा। ऐसे में आंदोलन का भी उसे लाभ नहीं मिलेगा। साथियों के अनुसार आहत होकर वह बिना किसी से बताए अचानक से पास में स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कार्यालय के प्रांगण में लगी पानी की टंकी पर चढ़ गया।
इसके बाद फेसबुक पर लाइव आकर उसने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए आत्महत्या करने की बात कही। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। साथी अतिथि अध्यापकों ने उसे नीचे उतारने के लिए काफी मिन्नत की, लेकिन कलीरमन नीचे आने को तैयार नहीं हुआ। उधर, मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस और जगाधरी के एसडीएम सुशील कुमार भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने भी कलीरमन को नीचे आने के लिए कहा, मगर वह नहीं माना।
इसके बाद उसने टंकी के ऊपर से अधिकारियों के समक्ष पांच मुख्य मांगों की पर्ची नीचे फेंकी। साथ ही मांगों पर लिखित आश्वासन के बाद ही टंकी से उतरने की बात कही। काफी समझाने के बाद अधिकारियों ने पुलिस विभाग के ही एक कर्मचारी को पानी की टंकी पर भेजा, जो ऊपर चढ़े अतिथि अध्यापक का परिचित था। उसने कलीराम को समझाकर बमुश्किल नीचे उतारा। फिर पुलिस ने उसका मेडिकल कराया।

अतिथि अध्यापकों से बातचीत करते एसडीएम सुशील कुमार। संवाद
जब कलीरमन को देखकर रो पड़े साथी
पानी की टंकी पर चढ़े कलीरमन के आत्मघाती कदम और पीड़ा को देखकर उसके कई साथियों की आंखों में आंसू आ गए। ऐसे में कुछ साथियों ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाकर जमकर नारेबाजी की।
मांगें लिखकर पर्ची टंकी से नीचे फेंकी
पानी की टंकी पर चढ़े अतिथि अध्यापक ने ऊपर से ही पांच मुख्य मांगें लिखकर नीचे पर्ची फेंकी। इनमें रिटायरमेंट पर अतिथि अध्यापकों को 20 लाख रुपये की एक मुश्त राशि देने, जिन अतिथि अध्यापकों की मृत्यु हो चुकी है उनके आश्रितों को नौकरी देने, अतिथि अध्यापकों को बेसिक वेतन देने, अतिथि अध्यापकों को गृह जिले में ही समायोजित करने तथा जिन मांगों पर सहमति बनी है उनका पत्र जारी करने की बात लिखी थी।
महाआक्रोश रैली आज, महिलाएं कराएंगी मुंडन
नियमितीकरण की मांग को लेकर छह दिन से सड़क पर डटे अतिथि अध्यापकों की शनिवार को स्टेट कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें पदाधिकारियों ने सरकार की अनदेखी पर नाराजगी जताई। साथ ही विरोध में रविवार को होने वाली महाआक्रोश रैली की तैयारियों पर चरचा की। बैठक में तय किया गया है कि महाआक्रोश रैली में 11 महिला अतिथि अध्यापक मुंडन कराकर शामिल होंगी। जगाधरी के अग्रसेन चौक पर हाईवे के समीप टेंट डालकर विरोध जता रहे अतिथि अध्यापकों का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है। कई दौर की वार्ता के बाद भी सरकार से मांगों पर सहमति नहीं बनने से नाराज संगठन ने दो जनवरी को महाआक्रोश रैली का एलान किया है। इसे लेकर शनिवार को राज्य कार्यकारिणी की धरनास्थल पर ही बैठक की जा रही थी।
एक दिन पहले प्रशासनिक अधिकारियों संग हुई थी तीन घंटे वार्ता
अतिथि अध्यापक राजीव कुमार के मुताबिक शुक्रवार की रात को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ करीब दो से तीन घंटे मीटिंग हुई थी, जिसमें अधिकारियों ने विश्वास दिलाया था कि शिक्षामंत्री के माध्यम से उनकी मीटिंग और मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। इसी बात को लेकर शनिवार सुबह नौ से दस बजे के बीच में स्टेट कार्यकारिणी सदस्य आपस में बैठक कर रहे थे। तभी नाराजगी जताते हुए कलीरमन अचानक चला गया था। इसके बाद उसने पानी की टंकी पर चढ़कर फेसबुक पर लाइव किया और आत्महत्या की चेतावनी दी तो साथियों को इसकी जानकारी हुई।
विस्तार
नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले छह दिन से यमुनानगर हाईवे पर टेंट लगाकर धरना दे रहे अतिथि अध्यापकों में से एक व्यक्ति शनिवार को पानी की टंकी पर चढ़ गया। साथ ही फेसबुक पर लाइव आकर सरकार की अनदेखी पर नाराजगी जताई। पांच सूत्रीय मांगें नहीं मानने पर उसने आत्महत्या की चेतावनी दी।
सोशल मीडिया पर अतिथि अध्यापक की करतूत वायरल होते ही उसके साथियों और प्रशासन में हड़कंप मंच गया। एसडीएम और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। लगभग साढ़े तीन घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद पानी की टंकी पर चढ़े अतिथि अध्यापक को समझाकर नीचे उतारा गया। तब जाकर पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
नियमितीकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत अतिथि अध्यापक शनिवार को धरनास्थल पर ही बैठक कर रहे थे। इस दौरान आंदोलनकारियों ने सरकारी की अनदेखी पर नाराजगी जताई। बैठक में शामिल कुरुक्षेत्र के लाडवा निवासी अतिथि अध्यापक कलीरमन का कहना था कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।
छह माह बाद वह सेवानिवृत्त भी हो जाएगा। ऐसे में आंदोलन का भी उसे लाभ नहीं मिलेगा। साथियों के अनुसार आहत होकर वह बिना किसी से बताए अचानक से पास में स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कार्यालय के प्रांगण में लगी पानी की टंकी पर चढ़ गया।
इसके बाद फेसबुक पर लाइव आकर उसने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए आत्महत्या करने की बात कही। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। साथी अतिथि अध्यापकों ने उसे नीचे उतारने के लिए काफी मिन्नत की, लेकिन कलीरमन नीचे आने को तैयार नहीं हुआ। उधर, मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस और जगाधरी के एसडीएम सुशील कुमार भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने भी कलीरमन को नीचे आने के लिए कहा, मगर वह नहीं माना।
इसके बाद उसने टंकी के ऊपर से अधिकारियों के समक्ष पांच मुख्य मांगों की पर्ची नीचे फेंकी। साथ ही मांगों पर लिखित आश्वासन के बाद ही टंकी से उतरने की बात कही। काफी समझाने के बाद अधिकारियों ने पुलिस विभाग के ही एक कर्मचारी को पानी की टंकी पर भेजा, जो ऊपर चढ़े अतिथि अध्यापक का परिचित था। उसने कलीराम को समझाकर बमुश्किल नीचे उतारा। फिर पुलिस ने उसका मेडिकल कराया।

अतिथि अध्यापकों से बातचीत करते एसडीएम सुशील कुमार। संवाद
टंकी पर चढ़े अध्यापक को नीचे उतार दिया गया है। उनकी जो मांगें हैं उसे लेकर सरकार से भी बातचीत चल रही है। अतिथि अध्यापकों की समस्या को हल करवाया जाएगा। नीचे उतारे गए कलीरमन का मेडिकल करवाया जाएगा। - सुशील कुमार, एसडीएम, जगाधरी
जब कलीरमन को देखकर रो पड़े साथी
पानी की टंकी पर चढ़े कलीरमन के आत्मघाती कदम और पीड़ा को देखकर उसके कई साथियों की आंखों में आंसू आ गए। ऐसे में कुछ साथियों ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाकर जमकर नारेबाजी की।
मांगें लिखकर पर्ची टंकी से नीचे फेंकी
पानी की टंकी पर चढ़े अतिथि अध्यापक ने ऊपर से ही पांच मुख्य मांगें लिखकर नीचे पर्ची फेंकी। इनमें रिटायरमेंट पर अतिथि अध्यापकों को 20 लाख रुपये की एक मुश्त राशि देने, जिन अतिथि अध्यापकों की मृत्यु हो चुकी है उनके आश्रितों को नौकरी देने, अतिथि अध्यापकों को बेसिक वेतन देने, अतिथि अध्यापकों को गृह जिले में ही समायोजित करने तथा जिन मांगों पर सहमति बनी है उनका पत्र जारी करने की बात लिखी थी।
महाआक्रोश रैली आज, महिलाएं कराएंगी मुंडन
नियमितीकरण की मांग को लेकर छह दिन से सड़क पर डटे अतिथि अध्यापकों की शनिवार को स्टेट कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें पदाधिकारियों ने सरकार की अनदेखी पर नाराजगी जताई। साथ ही विरोध में रविवार को होने वाली महाआक्रोश रैली की तैयारियों पर चरचा की। बैठक में तय किया गया है कि महाआक्रोश रैली में 11 महिला अतिथि अध्यापक मुंडन कराकर शामिल होंगी। जगाधरी के अग्रसेन चौक पर हाईवे के समीप टेंट डालकर विरोध जता रहे अतिथि अध्यापकों का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है। कई दौर की वार्ता के बाद भी सरकार से मांगों पर सहमति नहीं बनने से नाराज संगठन ने दो जनवरी को महाआक्रोश रैली का एलान किया है। इसे लेकर शनिवार को राज्य कार्यकारिणी की धरनास्थल पर ही बैठक की जा रही थी।
एक दिन पहले प्रशासनिक अधिकारियों संग हुई थी तीन घंटे वार्ता
अतिथि अध्यापक राजीव कुमार के मुताबिक शुक्रवार की रात को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ करीब दो से तीन घंटे मीटिंग हुई थी, जिसमें अधिकारियों ने विश्वास दिलाया था कि शिक्षामंत्री के माध्यम से उनकी मीटिंग और मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। इसी बात को लेकर शनिवार सुबह नौ से दस बजे के बीच में स्टेट कार्यकारिणी सदस्य आपस में बैठक कर रहे थे। तभी नाराजगी जताते हुए कलीरमन अचानक चला गया था। इसके बाद उसने पानी की टंकी पर चढ़कर फेसबुक पर लाइव किया और आत्महत्या की चेतावनी दी तो साथियों को इसकी जानकारी हुई।