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किशोरियों और महिलाओं को माहवारी के दौरान होने वाली समस्याओं और उस दौरान विशेष देखभाल की जरूरत को लेकर हरियाणा की सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन ने अहम कदम उठाया है। फाउंडेशन प्रदेश में हर घर की दीवार पर माहवारी का चार्ट लगाएगी।
सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान ने बताया कि माहवारी का समय पर नहीं आना महिलाओं में कई प्रकार की बीमारियां लेकर आता है। इसके चार्ट में घर की सभी महिला सदस्यों के नाम के साथ हर महीने की माहवारी की तारीख लिखी जाएगी। इससे घर के पुरुष सदस्य भी जागरूक हो सकेंगे। बुधवार को प्रदेश भर के 150 परिवारों से इस अभियान की शुरुआत की गई।
इस अभियान को बुधवार को मैरी कैनर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि के तौर पर समर्पित किया गया। मैरी कैनर ने पहली बार महिलाओं के लिए माहवारी के दौरान सैनिटरी नैपकिन बेल्ट की खोज की थी। माहवारी के समय काफी महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन भी नहीं मिल पाते। गांव की महिलाएं हों या फिर शहर की, सैनिटरी नैपकिन मंगवाने में झिझक महसूस करती हैं।
सेल्फी विद डॉटर सिग्नेचर अभियान की ब्रांड एंबेसडर अनवी अग्रवाल ने कहा कि फाउंडेशन का यह अभियान नई सामाजिक क्रांति लेकर आएगा। जैसे फाउंडेशन से जुड़ी लड़कियों के नाम की नेमप्लेट का अभियान देश भर में पसंद किया गया है, वैसे ही यह अभियान भी पूरे देश में इस विषय पर सार्थक संवाद शुरू करेगा ।
हर घर के लिए जरूरी है शुरुआत
मेवात के फिरोज़पुर झिरका की लॉ विद्यार्थी निशात रून का कहना है कि यह शुरुआत हर घर के लिए जरूरी है। हमें सचमुच इन दिनों में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। मेवात जैसे हमारे क्षेत्र में जहां सैनिटरी पैड का नाममात्र प्रयोग होता है, वहां सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन के माहवारी चार्ट से जरूर बदलाव आएगा।
किशोरियों और महिलाओं को माहवारी के दौरान होने वाली समस्याओं और उस दौरान विशेष देखभाल की जरूरत को लेकर हरियाणा की सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन ने अहम कदम उठाया है। फाउंडेशन प्रदेश में हर घर की दीवार पर माहवारी का चार्ट लगाएगी।
सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान ने बताया कि माहवारी का समय पर नहीं आना महिलाओं में कई प्रकार की बीमारियां लेकर आता है। इसके चार्ट में घर की सभी महिला सदस्यों के नाम के साथ हर महीने की माहवारी की तारीख लिखी जाएगी। इससे घर के पुरुष सदस्य भी जागरूक हो सकेंगे। बुधवार को प्रदेश भर के 150 परिवारों से इस अभियान की शुरुआत की गई।
इस अभियान को बुधवार को मैरी कैनर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि के तौर पर समर्पित किया गया। मैरी कैनर ने पहली बार महिलाओं के लिए माहवारी के दौरान सैनिटरी नैपकिन बेल्ट की खोज की थी। माहवारी के समय काफी महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन भी नहीं मिल पाते। गांव की महिलाएं हों या फिर शहर की, सैनिटरी नैपकिन मंगवाने में झिझक महसूस करती हैं।
सेल्फी विद डॉटर सिग्नेचर अभियान की ब्रांड एंबेसडर अनवी अग्रवाल ने कहा कि फाउंडेशन का यह अभियान नई सामाजिक क्रांति लेकर आएगा। जैसे फाउंडेशन से जुड़ी लड़कियों के नाम की नेमप्लेट का अभियान देश भर में पसंद किया गया है, वैसे ही यह अभियान भी पूरे देश में इस विषय पर सार्थक संवाद शुरू करेगा ।
हर घर के लिए जरूरी है शुरुआत
मेवात के फिरोज़पुर झिरका की लॉ विद्यार्थी निशात रून का कहना है कि यह शुरुआत हर घर के लिए जरूरी है। हमें सचमुच इन दिनों में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। मेवात जैसे हमारे क्षेत्र में जहां सैनिटरी पैड का नाममात्र प्रयोग होता है, वहां सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन के माहवारी चार्ट से जरूर बदलाव आएगा।