कैथल। हवा चलने से शहर में वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार हुआ है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 163 दर्ज किया गया। बीते दो दिन से लगातार वायु प्रदूषण कम हो रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा भी वायु में प्रदूषण की मात्रा न फैले इसको कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
पूरे शहर में पेड़ों व जिस क्षेत्र में अधिक धूल उड़ती है, जिसके कण हवा में शामिल होकर प्रदूषण स्तर को बढ़ाने का काम करते हैं, उसे कम करने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। सुबह व शाम अग्निशमन यंत्र व नप कर्मियों के सहयोग से यह काम किया जा रहा है। लगातार बीते 10 दिनों से यह कार्य निरंतर जारी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि बीते दो दिन में प्रदूषण की मात्रा काफी कम हुई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से भी प्रदूषण को कम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदूषण स्तर अभी सामान्य स्तर पर तो नहीं हुआ है, लेकिन प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत है। सुबह शाम पेड़ों व धूल उड़ने वाली जगहों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि धूल के कण वायु में न पहुंचें।
कैथल। हवा चलने से शहर में वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार हुआ है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 163 दर्ज किया गया। बीते दो दिन से लगातार वायु प्रदूषण कम हो रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा भी वायु में प्रदूषण की मात्रा न फैले इसको कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
पूरे शहर में पेड़ों व जिस क्षेत्र में अधिक धूल उड़ती है, जिसके कण हवा में शामिल होकर प्रदूषण स्तर को बढ़ाने का काम करते हैं, उसे कम करने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। सुबह व शाम अग्निशमन यंत्र व नप कर्मियों के सहयोग से यह काम किया जा रहा है। लगातार बीते 10 दिनों से यह कार्य निरंतर जारी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि बीते दो दिन में प्रदूषण की मात्रा काफी कम हुई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से भी प्रदूषण को कम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदूषण स्तर अभी सामान्य स्तर पर तो नहीं हुआ है, लेकिन प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत है। सुबह शाम पेड़ों व धूल उड़ने वाली जगहों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि धूल के कण वायु में न पहुंचें।