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नर्सरी कक्षा में दाखिले के साथ जीवन की ओर पहला कदम बढ़ाने वाली मात्र साढ़े चार साल की महक को गंदे नाले में फेंककर मारने वालों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। दोनों आरोपियों ने महक को जिंदा ही सीवरेज में फेंक दिया था।
यह खुलासा करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर ले लिया है। इससे पहले रविवार देर शाम महक का शव मिलने के बाद उग्र भीड़ ने आरोपियों के घरों पर पथराव किया था। इसके बाद दोनों आरोपियों के परिजन मौके से फरार हो गए। सोमवार को महक का शव दफना दिया गया। मामला हरियाणा के सिरसा जिले का है।
अपहरण कर घटना को दिया अंजाम
वार्ड नंबर छह की कबीर बस्ती निवासी सुरेंद्र कुमार की साढ़े चार वर्षीय बेटी महक शनिवार शाम को गली में अपनी बुआ की सात वर्षीय लड़की के साथ खेल रही थी। तभी एक युवक उसे अपने साथ ले गया। बुआ की बेटी ने घर आकर परिजनों को यह जानकारी दी। महक को खोजते हुए सुरेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर रविवार को पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करके शक के आधार पर कबीर बस्ती के दो युवकों विक्की और चीला को हिरासत में ले लिया। दोनों से हुई पूछताछ में उन्होंने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उन्होंने बच्ची को उठाकर रामबाग के पास बने सीवरेज के गड्ढे में फेंक दिया है।
इसके बाद सीआईए प्रभारी अरुण बिश्नोई, शहर थाना प्रभारी रवि खुंड़िया की देखरेख में बच्ची की तलाश शुरू हुई। देर रात को गंदे नाले से बच्ची का शव बरामद कर लिया गया। शव बरामद होने के बाद लोग भड़क गए और लोगों ने आरोपियों के घरों पर जमकर पथराव किया और चीला के घर को आग लगाने का प्रयास किया। लोगों के गुस्से को देखते हुए आरोपियों के परिजन घर से फरार हो गए।
लोगों ने एसएसपी को घेरा
गंदे नाले से शव मिलने के बाद सोमवार को कड़े पुलिस पहरे में सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया और उसके बाद शव को रामबाग में दफनाया गया। मौके पर पहुंची एसएसपी डॉ. राजश्री सिंह को लोगों ने घेर लिया और हत्यारोपियों को फांसी देने की मांग करने लगे।
'कहीं सुरक्षित नहीं बेटियां'
महक के परिजनों ने एसएसपी राजश्री सिंह से खून के बदले खून की मांग कर डाली। एसएसपी ने कानून का हवाला देते हुए सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया। मासूम महक का शव देख एसएसपी राजश्री भी भावुक हो उठीं। रुहांसे शब्दों में इतना ही कहा, 'बेटियां कहीं भी सेफ नहीं हैं।' बाद में एसएसपी ने पीड़ित परिवार के मुखिया और महक के दादा मिट्ठू राम से मुलाकात की।
दादी ने दी आत्मदाह की धमकी
प्रशासन ने पीड़ित परिवार को जिला रेडक्रॉस की ओर से 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। एसएसपी राजश्री सिंह ने मृतका के दादा मिट्ठू राम को चैक सौंपा। मृतका की दादी कृष्णा देवी ने कहा अगर हत्यारोपियों को मौत की सजा न हुई तो वे आत्मदाह कर लेंगी। इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाने की मांग भी की गई।
नर्सरी कक्षा में दाखिले के साथ जीवन की ओर पहला कदम बढ़ाने वाली मात्र साढ़े चार साल की महक को गंदे नाले में फेंककर मारने वालों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। दोनों आरोपियों ने महक को जिंदा ही सीवरेज में फेंक दिया था।
यह खुलासा करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर ले लिया है। इससे पहले रविवार देर शाम महक का शव मिलने के बाद उग्र भीड़ ने आरोपियों के घरों पर पथराव किया था। इसके बाद दोनों आरोपियों के परिजन मौके से फरार हो गए। सोमवार को महक का शव दफना दिया गया। मामला हरियाणा के सिरसा जिले का है।
अपहरण कर घटना को दिया अंजाम
वार्ड नंबर छह की कबीर बस्ती निवासी सुरेंद्र कुमार की साढ़े चार वर्षीय बेटी महक शनिवार शाम को गली में अपनी बुआ की सात वर्षीय लड़की के साथ खेल रही थी। तभी एक युवक उसे अपने साथ ले गया। बुआ की बेटी ने घर आकर परिजनों को यह जानकारी दी। महक को खोजते हुए सुरेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर रविवार को पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करके शक के आधार पर कबीर बस्ती के दो युवकों विक्की और चीला को हिरासत में ले लिया। दोनों से हुई पूछताछ में उन्होंने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उन्होंने बच्ची को उठाकर रामबाग के पास बने सीवरेज के गड्ढे में फेंक दिया है।
इसके बाद सीआईए प्रभारी अरुण बिश्नोई, शहर थाना प्रभारी रवि खुंड़िया की देखरेख में बच्ची की तलाश शुरू हुई। देर रात को गंदे नाले से बच्ची का शव बरामद कर लिया गया। शव बरामद होने के बाद लोग भड़क गए और लोगों ने आरोपियों के घरों पर जमकर पथराव किया और चीला के घर को आग लगाने का प्रयास किया। लोगों के गुस्से को देखते हुए आरोपियों के परिजन घर से फरार हो गए।
लोगों ने एसएसपी को घेरा
गंदे नाले से शव मिलने के बाद सोमवार को कड़े पुलिस पहरे में सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया और उसके बाद शव को रामबाग में दफनाया गया। मौके पर पहुंची एसएसपी डॉ. राजश्री सिंह को लोगों ने घेर लिया और हत्यारोपियों को फांसी देने की मांग करने लगे।
'कहीं सुरक्षित नहीं बेटियां'
महक के परिजनों ने एसएसपी राजश्री सिंह से खून के बदले खून की मांग कर डाली। एसएसपी ने कानून का हवाला देते हुए सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया। मासूम महक का शव देख एसएसपी राजश्री भी भावुक हो उठीं। रुहांसे शब्दों में इतना ही कहा, 'बेटियां कहीं भी सेफ नहीं हैं।' बाद में एसएसपी ने पीड़ित परिवार के मुखिया और महक के दादा मिट्ठू राम से मुलाकात की।
दादी ने दी आत्मदाह की धमकी
प्रशासन ने पीड़ित परिवार को जिला रेडक्रॉस की ओर से 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। एसएसपी राजश्री सिंह ने मृतका के दादा मिट्ठू राम को चैक सौंपा। मृतका की दादी कृष्णा देवी ने कहा अगर हत्यारोपियों को मौत की सजा न हुई तो वे आत्मदाह कर लेंगी। इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाने की मांग भी की गई।