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नई दिल्ली। राजधानी में गणतंत्र दिवस पर लालकिले की प्राचीर पर निशान साहिब (धार्मिक झंडा) सोची समझी साजिश व रैकी कर लगाया गया था। यह काम एक अलग ही ग्रुप ने किया था। इसमें पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू, इकबाल सिंह व फरार इनामी आरोपी गुरजीत और गुरजंट सहित 100 से ज्यादा लोग शामिल थे। सभी व्हाट्सएप व सोशल मीडिया के जरिए आपस में जुड़े हुए थे। जांच में खुलासा हुआ है कि लालकिले पर धार्मिक झंडा लगाकर सांकेतिक रूप से फतेह दिवस मनाया गया था।
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) प्रवीर रंजन ने बताया कि लालकिले पर निशान साहिब लगाने के लिए तीन-चार बार रैकी की गई थी। इसकी साजिश दिसंबर में ही रच ली गई थी। इसी के तहत होशियारपुर, पंजाब से गिरफ्तार आरोपी इकबाल सिंह 25 फरवरी को ही सिंघु बॉर्डर से नई दिल्ली आ गया था। वह अन्य आरोपियों के साथ शीशगंज गुरुद्वारे में रुका था। अगले दिन वह साथियों के साथ लालकिले पहुंच गया था। यह देखते हुए दिल्ली पुलिस ने शीशगंज गुरुद्वारे की सुरक्षा भी बढ़ाई थी।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लालकिले की रैकी इकबाल सिंह ने ही की थी। वह लालकिले पर दिसंबर व जनवरी में तीन-चार बार गया था। साजिश के तहत ही सभी आरोपी एक साथ लालकिले पर चढ़े थे और प्राचीर, गुबंद व अन्य जगहों पर धार्मिक झंडा लगाया।
लालकिला हिंसा मामले में गिरफ्तार पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू को मंगलवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सात दिन की रिमांड अवधि खत्म होने पर उसे तिहाड़ जेल में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समरजीत कौर के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने सिद्धू को नौ फरवरी को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। पुलिस का आरोप है कि वह लालकिले पर हिंसा भड़काने वाले मुख्य लोगों में से एक है। उसकी रिमांड अवधि 16 फरवरी को सात और दिनों के लिए बढ़ा दी गई थी। पुलिस का आरोप है कि सिद्धू भीड़ को उकसा रहा था। वह मुख्य दंगाइयों में से एक था। उसे झंडा लगाने वाले एक व्यक्ति के साथ बाहर आते और उसे बधाई देते देखा जा सकता है।
नई दिल्ली। राजधानी में गणतंत्र दिवस पर लालकिले की प्राचीर पर निशान साहिब (धार्मिक झंडा) सोची समझी साजिश व रैकी कर लगाया गया था। यह काम एक अलग ही ग्रुप ने किया था। इसमें पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू, इकबाल सिंह व फरार इनामी आरोपी गुरजीत और गुरजंट सहित 100 से ज्यादा लोग शामिल थे। सभी व्हाट्सएप व सोशल मीडिया के जरिए आपस में जुड़े हुए थे। जांच में खुलासा हुआ है कि लालकिले पर धार्मिक झंडा लगाकर सांकेतिक रूप से फतेह दिवस मनाया गया था।
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) प्रवीर रंजन ने बताया कि लालकिले पर निशान साहिब लगाने के लिए तीन-चार बार रैकी की गई थी। इसकी साजिश दिसंबर में ही रच ली गई थी। इसी के तहत होशियारपुर, पंजाब से गिरफ्तार आरोपी इकबाल सिंह 25 फरवरी को ही सिंघु बॉर्डर से नई दिल्ली आ गया था। वह अन्य आरोपियों के साथ शीशगंज गुरुद्वारे में रुका था। अगले दिन वह साथियों के साथ लालकिले पहुंच गया था। यह देखते हुए दिल्ली पुलिस ने शीशगंज गुरुद्वारे की सुरक्षा भी बढ़ाई थी।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लालकिले की रैकी इकबाल सिंह ने ही की थी। वह लालकिले पर दिसंबर व जनवरी में तीन-चार बार गया था। साजिश के तहत ही सभी आरोपी एक साथ लालकिले पर चढ़े थे और प्राचीर, गुबंद व अन्य जगहों पर धार्मिक झंडा लगाया।
लालकिला हिंसा मामले में गिरफ्तार पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू को मंगलवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सात दिन की रिमांड अवधि खत्म होने पर उसे तिहाड़ जेल में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समरजीत कौर के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने सिद्धू को नौ फरवरी को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। पुलिस का आरोप है कि वह लालकिले पर हिंसा भड़काने वाले मुख्य लोगों में से एक है। उसकी रिमांड अवधि 16 फरवरी को सात और दिनों के लिए बढ़ा दी गई थी। पुलिस का आरोप है कि सिद्धू भीड़ को उकसा रहा था। वह मुख्य दंगाइयों में से एक था। उसे झंडा लगाने वाले एक व्यक्ति के साथ बाहर आते और उसे बधाई देते देखा जा सकता है।