Hindi News
›
Delhi NCR
›
Noida News
›
Noida: Batchlers will not be allowed live in society order issued to vacate flats in Emerald Court by 31
{"_id":"638f74dc6909f76757111951","slug":"noida-batchlers-will-not-be-allowed-live-in-society-order-issued-to-vacate-flats-in-emerald-court-by-31","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Noida: नोएडा की इस सोसायटी से बेघर होंगे अविवाहित, मैनेजमेंट ने सुनाया 31 दिसंबर तक फ्लैट खाली करने का फरमान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Noida: नोएडा की इस सोसायटी से बेघर होंगे अविवाहित, मैनेजमेंट ने सुनाया 31 दिसंबर तक फ्लैट खाली करने का फरमान
संवाद न्यूज एजेंसी, नोएडा
Published by: अनुराग सक्सेना
Updated Tue, 06 Dec 2022 10:37 PM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
सोसायटी की एओए ने फ्लैट ऑनर को ई मेल भेजा है कि रेंट पर रह रहे बैचलर्स, छात्र-छात्राओं से 31 दिसंबर तक फ्लैट खाली करवाना होगा। सोसायटी में यह मेल 15 नवंबर को सभी को भेजा गया है। अध्यक्ष के इस आदेश के बाद विवाद खड़ा हो गया है।
सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के फ्लैटों में किराए पर अविवाहित नहीं रहेंगे। सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी की एओए ने ऑनर्स को ई मेल भेज कर फरमान सुनाया है। साथ ही 31 दिसंबर तक फ्लैट खाली करवाने के निर्देश दिए हैं।
सोसायटी की तरफ से जारी आदेश की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। यहां तक की एओए की तुलना तालिबानियों से की जा रही है। बावजूद इसके एओए अपने फैसले पर अड़ी हुई है।
सोसायटी की एओए ने फ्लैट ऑनर को ई मेल भेजा है कि रेंट पर रह रहे बैचलर्स, छात्र-छात्राओं से 31 दिसंबर तक फ्लैट खाली करवाना होगा। सोसायटी में यह मेल 15 नवंबर को सभी को भेजा गया है। अध्यक्ष के इस आदेश के बाद विवाद खड़ा हो गया है। इस नोटिस के बाद से कुछ लोग इसके पक्ष में हैं, तो कुछ विपक्ष में। यह मामला अब राज्य महिला आयोग तक भी पहुंच गया है।
वहीं सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट की एओए अध्यक्ष उदयभान सिंह ने बताया कि फैसला सभी की मर्जी से लिया गया है। कानून के मुताबिक ही इस फरमान को जारी किया है। लोगों को इससे काफी परेशानियां हो रही हैं। एक फ्लैट में 10-10 लोग रह रहे हैं। आधी रात को शोर शराबा हो रहा है। इससे कई लोगों को परेशानी हो रही है। जो कि ठीक नहीं है। मामले को बड़ा बनाया जा रहा है। फैसला लोगों की सहमति और कानून के अनुरूप लिया गया है इस वजह से फैसला वापस नहीं लिया जाएगा।
सोशल मीडिया पर लोगों ने घेरा
सोशल मीडिया पर इस फैसले को लेकर जमकर आलोचना हो रही है। ट्विटर पर लोगों ने इस फैसले को लेकर एओए को घेरा है। श्वेता भारती ने कहा कि जो गलतियां करता है सजा उसे मिलनी चाहिए ना कि सभी को। हर किसी को एक तराजू से नहीं तौला जा सकता। त्रिवेंद्र सिंह लिखते हैं कि अब यह तालिबानी कहां से आ गए। वहीं नोएडा सिटिजन नाम के एक पेज पर इस फैसले को गलत बताया गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।