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लगातार महंगे होते जा रहे डीजल और पेट्रोल वाहनों में सीएनजी किट लगवाने की होड़ शुरू हो गई है। इस होड़ के बीच प्रदेश में केवल दो कंपनियां ही सीएनजी किट लगाने के लिए मान्य हैं।
यह भी पढ़ें... Petrol Diesel Price: आज उत्तराखंड में बढ़े पेट्रोल-डीजल के रेट, मसूरी में कीमत पहुंची 90 पार
इन कंपनियों के पास लगातार बोझ बढ़ता जा रहा है। लिहाजा, परिवहन विभाग ने इस बोझ को कम करने और लोगों को आसानी तक सीएनजी किट उपलब्ध कराने के लिए आठ और कंपनियों को मान्यता देने की प्रक्रिया की शुरू की है।
प्रदेश में इस वक्त परिवहन विभाग से मान्य केवल दो सीएनजी किट लगाने वाली कंपनियां हैं। पिछले कुछ महीनों से जैसे ही पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी होनी शुरू हुई है तो वाहन मालिक खासतौर से बीएस-4 वाहनों के स्वामी अपने वाहनों में सीएनजी किट लगवाने के लिए उत्साहित नजर आने लगे हैं।
आने वाले समय में सीएनजी की मांग बढ़ने के चलते परिवहन विभाग खासतौर पर तैयार हो गया है।
परिवहन आयुक्त दीपेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि इसके लिए देशभर से सीएनजी किट लगाने वाली कंपनियों को बुलाया जा रहा है।
कुछ कंपनियों ने परिवहन विभाग के सामने अपनी सीएनजी किट को सभी मानकों के साथ पेश भी कर दिया है। परिवहन आयुक्त के मुताबिक, करीब आठ और कंपनियों को प्रदेश में सीएनजी किट लगाने की अनुमति दी जाएगी। ताकि आने वाले समय में सीएनजी किट के लिए वाहन मालिकों को कतार में न लगना पड़े।
सीएनजी वाहनों की होगी डिजिटल निगरानी
केंद्र सरकार सीएनजी किट लगाने का प्रचलन बढ़ने के साथ ही इससे जुड़े नियम भी सख्त करने जा रही है। इसके तहत जिन वाहनों में सीएनजी किट लगेगी, उनकी डिजिटल निगरानी सख्त तौर पर की जाएगी। ऐसा इसलिए ताकि सीएनजी किट में कोई खामी आने पर उसका पता लगाया जा सके। किसी भी तरह के हादसे से बचा जा सके।
लगातार महंगे होते जा रहे डीजल और पेट्रोल वाहनों में सीएनजी किट लगवाने की होड़ शुरू हो गई है। इस होड़ के बीच प्रदेश में केवल दो कंपनियां ही सीएनजी किट लगाने के लिए मान्य हैं।
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इन कंपनियों के पास लगातार बोझ बढ़ता जा रहा है। लिहाजा, परिवहन विभाग ने इस बोझ को कम करने और लोगों को आसानी तक सीएनजी किट उपलब्ध कराने के लिए आठ और कंपनियों को मान्यता देने की प्रक्रिया की शुरू की है।
प्रदेश में इस वक्त परिवहन विभाग से मान्य केवल दो सीएनजी किट लगाने वाली कंपनियां हैं। पिछले कुछ महीनों से जैसे ही पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी होनी शुरू हुई है तो वाहन मालिक खासतौर से बीएस-4 वाहनों के स्वामी अपने वाहनों में सीएनजी किट लगवाने के लिए उत्साहित नजर आने लगे हैं।
आने वाले समय में सीएनजी की मांग बढ़ने के चलते परिवहन विभाग खासतौर पर तैयार हो गया है।
देशभर से सीएनजी किट लगाने वाली कंपनियों को बुलाया
परिवहन आयुक्त दीपेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि इसके लिए देशभर से सीएनजी किट लगाने वाली कंपनियों को बुलाया जा रहा है।
कुछ कंपनियों ने परिवहन विभाग के सामने अपनी सीएनजी किट को सभी मानकों के साथ पेश भी कर दिया है। परिवहन आयुक्त के मुताबिक, करीब आठ और कंपनियों को प्रदेश में सीएनजी किट लगाने की अनुमति दी जाएगी। ताकि आने वाले समय में सीएनजी किट के लिए वाहन मालिकों को कतार में न लगना पड़े।
सीएनजी वाहनों की होगी डिजिटल निगरानी
केंद्र सरकार सीएनजी किट लगाने का प्रचलन बढ़ने के साथ ही इससे जुड़े नियम भी सख्त करने जा रही है। इसके तहत जिन वाहनों में सीएनजी किट लगेगी, उनकी डिजिटल निगरानी सख्त तौर पर की जाएगी। ऐसा इसलिए ताकि सीएनजी किट में कोई खामी आने पर उसका पता लगाया जा सके। किसी भी तरह के हादसे से बचा जा सके।