न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Published by: अलका त्यागी
Updated Sun, 21 Mar 2021 08:54 PM IST
देहरादून के होटल एंबेसेडर में मुस्कान युवक से स्मैक मांग रही थी। बार-बार स्मैक मांगने पर जब वह चिल्लाने लगी तो युवक ने उसकी हत्या कर दी। यह कहानी बुधवार को पकड़े जाने के बाद आरोपी ने पुलिस को बताई है। आरोपी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया है। इस बीच वह उत्तराखंड के कई शहरों से होता हुआ मथुरा उत्तर प्रदेश में भी रुका।
एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि 14 मार्च को राजपुर रोड स्थित होटल एंबेसेडर में मुस्कान नाम की युवती की हत्या कर दी गई थी। पता चला कि युवती यहां पर किसी युवक के साथ आई थी। घटना के खुलासे के लिए इंस्पेक्टर कोतवाली शिशुपाल सिंह नेगी, इंस्पेक्टर एसओजी एश्वर्यपाल को शामिल करते हुए दो टीमें बनाई गईं। शनिवार देर रात विजय उर्फ बिट्टू सिंह रावत निवासी गांव गेरूड़, थराली, चमोली को श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 13 मार्च को मुस्कान के साथ होटल एंबेसेडर में रुका था। रात को मुस्कान अचानक स्मैक मांगने लगी। उसने मना किया तो वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसे चुप करना चाहा, लेकिन वह नहीं मानी। चूंकि, वह भी नशे की हालत में था तो उसने मुस्कान का गला दबाकर हत्या कर दी।
इसके बाद मौका देखकर वहां से भाग निकला। वहां से वह रेलवे स्टेशन पहुंचा और ऑटो लेकर आईएसबीटी पहुंच गया। वहां से हिमाचल रोडवेज की बस पकड़ी और हरिद्वार चला गया। हरिद्वार से अलीगढ़ की बस पकड़कर मथुरा पहुंच गया। दो-तीन दिन वहां रुककर अपने घर चमोली जा रहा था कि रास्ते में श्रीनगर में वह चेकिंग के दौरान पकड़ा गया।
आरोपी विजय इससे पहले भी कई अपराध कर चुका है। उसने पूछताछ में बताया कि वह 10वीं पास है और नौकरी न लगने के कारण खर्चों की पूर्ति के लिए चोरी व ठगी की घटनाएं करता है। वर्ष 2019 में कोटद्वार व ऋषिकेश में उसने स्कूटर व मोबाइल चुराए थे। इन घटनाओं में ऋषिकेश पुलिस ने उसे पकड़ा, जिसके बाद वह सुद्धोवाला जेल चला गया। यहां आठ महीने की सजा पूरी करने के बाद वह छूट गया। कोटद्वार के मुकदमे में पौड़ी जेल चला गया।
विश्वास में लेकर मौका पाते कर जाता था चोरी
सजा पूरी करने के बाद वह एक वेडिंग प्वाइंट में खाना बनाने का काम करने लगा। मालिक का विश्वास जीता तो मालिक ने उसे कमरे की चाभी दे दी, लेकिन वहां से वह चोरी कर भाग गया। कुछ दिन वह ऋषिकेश में रहा। पैसा खत्म होने के बाद वह अल्मोड़ा पहुंचा। यहां 10-15 दिन दुकान में काम किया और अपने परिचित की बाइक व पैसे लेकर देहरादून आ गया। चेकिंग के दौरान पुलिस ने बाइक सीज कर दी। देहरादून से भागकर वह हरिद्वार चला गया, वहां होटल में रूम सर्विस का काम किया, लेकिन दो-तीन दिन बाद वहां से भी उसने 40 हजार रुपये चुरा लिए।
चुराई थी आईडी
आरोपी ने सुनील कुमार की आईडी चुराई थी। इसी आईडी का इस्तेमाल उसने सेलाकुई में रुकने के लिए भी किया, लेकिन कहीं पकड़ में नहीं आया। एसएसपी ने बताया कि सुनील कुमार से भी पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसने अपना पर्स खो जाने की पुष्टि की थी। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
लिपस्टिक से लिखा था हत्या का कारण
आरोपी के खिले जिन अक्षरों की कहानी में पुलिस उलझी हुई थी। वह असल में उसने हत्या का कारण लिखा था। पुलिस के अनुसार उसने लिपस्टिक से लिखा था कि यह लड़की मुझसे स्मैक मांग रही थी, इसलिए मैने इसकी जान ले ली। हालांकि, इन वाक्यों को उसने तौलिये से मिटा दिया था। इनमें से केवल क और ज अक्षर ही बचे थे।
विस्तार
देहरादून के होटल एंबेसेडर में मुस्कान युवक से स्मैक मांग रही थी। बार-बार स्मैक मांगने पर जब वह चिल्लाने लगी तो युवक ने उसकी हत्या कर दी। यह कहानी बुधवार को पकड़े जाने के बाद आरोपी ने पुलिस को बताई है। आरोपी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया है। इस बीच वह उत्तराखंड के कई शहरों से होता हुआ मथुरा उत्तर प्रदेश में भी रुका।
एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि 14 मार्च को राजपुर रोड स्थित होटल एंबेसेडर में मुस्कान नाम की युवती की हत्या कर दी गई थी। पता चला कि युवती यहां पर किसी युवक के साथ आई थी। घटना के खुलासे के लिए इंस्पेक्टर कोतवाली शिशुपाल सिंह नेगी, इंस्पेक्टर एसओजी एश्वर्यपाल को शामिल करते हुए दो टीमें बनाई गईं। शनिवार देर रात विजय उर्फ बिट्टू सिंह रावत निवासी गांव गेरूड़, थराली, चमोली को श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 13 मार्च को मुस्कान के साथ होटल एंबेसेडर में रुका था। रात को मुस्कान अचानक स्मैक मांगने लगी। उसने मना किया तो वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसे चुप करना चाहा, लेकिन वह नहीं मानी। चूंकि, वह भी नशे की हालत में था तो उसने मुस्कान का गला दबाकर हत्या कर दी।
इसके बाद मौका देखकर वहां से भाग निकला। वहां से वह रेलवे स्टेशन पहुंचा और ऑटो लेकर आईएसबीटी पहुंच गया। वहां से हिमाचल रोडवेज की बस पकड़ी और हरिद्वार चला गया। हरिद्वार से अलीगढ़ की बस पकड़कर मथुरा पहुंच गया। दो-तीन दिन वहां रुककर अपने घर चमोली जा रहा था कि रास्ते में श्रीनगर में वह चेकिंग के दौरान पकड़ा गया।
चार मुकदमे दर्ज हैं आरोपी के खिलाफ
आरोपी विजय इससे पहले भी कई अपराध कर चुका है। उसने पूछताछ में बताया कि वह 10वीं पास है और नौकरी न लगने के कारण खर्चों की पूर्ति के लिए चोरी व ठगी की घटनाएं करता है। वर्ष 2019 में कोटद्वार व ऋषिकेश में उसने स्कूटर व मोबाइल चुराए थे। इन घटनाओं में ऋषिकेश पुलिस ने उसे पकड़ा, जिसके बाद वह सुद्धोवाला जेल चला गया। यहां आठ महीने की सजा पूरी करने के बाद वह छूट गया। कोटद्वार के मुकदमे में पौड़ी जेल चला गया।
विश्वास में लेकर मौका पाते कर जाता था चोरी
सजा पूरी करने के बाद वह एक वेडिंग प्वाइंट में खाना बनाने का काम करने लगा। मालिक का विश्वास जीता तो मालिक ने उसे कमरे की चाभी दे दी, लेकिन वहां से वह चोरी कर भाग गया। कुछ दिन वह ऋषिकेश में रहा। पैसा खत्म होने के बाद वह अल्मोड़ा पहुंचा। यहां 10-15 दिन दुकान में काम किया और अपने परिचित की बाइक व पैसे लेकर देहरादून आ गया। चेकिंग के दौरान पुलिस ने बाइक सीज कर दी। देहरादून से भागकर वह हरिद्वार चला गया, वहां होटल में रूम सर्विस का काम किया, लेकिन दो-तीन दिन बाद वहां से भी उसने 40 हजार रुपये चुरा लिए।
चुराई थी आईडी
आरोपी ने सुनील कुमार की आईडी चुराई थी। इसी आईडी का इस्तेमाल उसने सेलाकुई में रुकने के लिए भी किया, लेकिन कहीं पकड़ में नहीं आया। एसएसपी ने बताया कि सुनील कुमार से भी पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसने अपना पर्स खो जाने की पुष्टि की थी। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
लिपस्टिक से लिखा था हत्या का कारण
आरोपी के खिले जिन अक्षरों की कहानी में पुलिस उलझी हुई थी। वह असल में उसने हत्या का कारण लिखा था। पुलिस के अनुसार उसने लिपस्टिक से लिखा था कि यह लड़की मुझसे स्मैक मांग रही थी, इसलिए मैने इसकी जान ले ली। हालांकि, इन वाक्यों को उसने तौलिये से मिटा दिया था। इनमें से केवल क और ज अक्षर ही बचे थे।