चंडीगढ़। हाउसिंग बोर्ड की सभी स्कीमों में वन बेडरूम फ्लैट की मांग काफी कम है। सेक्टर-53 में बनने वाले फ्लैट के लिए किए जा रहे डिमांड सर्वे में भी लोग वन बेडरूम फ्लैट को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। इसलिए हाउसिंग बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि आईटी पार्क में बनने वाले फ्लैट में वन बेडरूम के फ्लैट नहीं होंगे।
सीएचबी को सेक्टर-53 हाउसिंग स्कीम के डिमांड सर्वे में अभी तक पांच लोगों ने ही वन बेडरूम फ्लैट लेने की इच्छा जताई है, जबकि अन्य कैटेगरी के लिए अच्छे आवेदन आए हैं। अब आईटी पार्क में सिर्फ ईडब्ल्यूएस, दो, तीन और चार बेडरूम फ्लैट ही बनेंगे। बोर्ड ने आईटी पार्क में 1100 फ्लैट का निर्माण करना है, जिसके लिए बोर्ड को यूटी के चीफ आर्किटेक्ट विभाग ने जोनिंग प्लान जारी कर दिया है। इनका डिजाइन भी लगभग तय हो गया है। सूत्रों के अनुसार अगले 10 दिनों में डिजाइन को फाइनल कर लिया जाएगा। बोर्ड के पास आईटी पार्क में 123 एकड़ भूमि है, जिसमें 20 साइट पर डेवलपमेंट की जानी है। बोर्ड ने दो साइट पर 1100 फ्लैट का निर्माण करना है, जबकि बाकी की 18 साइट प्राइवेट बिल्डरों को डेवलपमेंट के लिए देनी है।
वर्ष 2015 में बोर्ड को पार्श्वनाथ डेवलपर्स से 123 एकड़ भूमि वापस मिली थी, जिसके बाद से ही बोर्ड इसकी डेवलपमेंट के लिए लगा हुआ है। वहीं, हाउसिंग बोर्ड की सेक्टर-53 की हाउसिंग स्कीम में ईडब्ल्यूएस के 80, वन रूम के 120, टू बेडरूम के 100 और थ्री बेडरूम के 192 फ्लैट तैयार किए जाएंगे। नये रेट के तहत ईडब्ल्यूएस को छोड़कर बाकी सभी कैटेगरी के फ्लैट के कीमत में कमी आई है। जिस एचआईजी फ्लैट की कीमत बोर्ड ने करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये थी, वह अब 1 करोड़ 63 हजार रुपये में पड़ेगा। इसी तरह टू बेडरुम फ्लैट की कीमत अब 1 करोड़ 47 लाख रुपये की जगह 1 करोड़ 36 लाख रुपये हो गई है। वन बेडरूम फ्लैट की कीमत करीब 95 लाख रुपये की जगह 90 लाख रुपये हो गई है। ईडब्ल्यूएस फ्लैट की कीमत पहले की तरह 50 लाख रुपये ही होगी। वहीं तीनों कैटेगरी की डिपॉजिट राशि में भी एक-एक लाख रुपये की कमी आई है।
चंडीगढ़। हाउसिंग बोर्ड की सभी स्कीमों में वन बेडरूम फ्लैट की मांग काफी कम है। सेक्टर-53 में बनने वाले फ्लैट के लिए किए जा रहे डिमांड सर्वे में भी लोग वन बेडरूम फ्लैट को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। इसलिए हाउसिंग बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि आईटी पार्क में बनने वाले फ्लैट में वन बेडरूम के फ्लैट नहीं होंगे।
सीएचबी को सेक्टर-53 हाउसिंग स्कीम के डिमांड सर्वे में अभी तक पांच लोगों ने ही वन बेडरूम फ्लैट लेने की इच्छा जताई है, जबकि अन्य कैटेगरी के लिए अच्छे आवेदन आए हैं। अब आईटी पार्क में सिर्फ ईडब्ल्यूएस, दो, तीन और चार बेडरूम फ्लैट ही बनेंगे। बोर्ड ने आईटी पार्क में 1100 फ्लैट का निर्माण करना है, जिसके लिए बोर्ड को यूटी के चीफ आर्किटेक्ट विभाग ने जोनिंग प्लान जारी कर दिया है। इनका डिजाइन भी लगभग तय हो गया है। सूत्रों के अनुसार अगले 10 दिनों में डिजाइन को फाइनल कर लिया जाएगा। बोर्ड के पास आईटी पार्क में 123 एकड़ भूमि है, जिसमें 20 साइट पर डेवलपमेंट की जानी है। बोर्ड ने दो साइट पर 1100 फ्लैट का निर्माण करना है, जबकि बाकी की 18 साइट प्राइवेट बिल्डरों को डेवलपमेंट के लिए देनी है।
वर्ष 2015 में बोर्ड को पार्श्वनाथ डेवलपर्स से 123 एकड़ भूमि वापस मिली थी, जिसके बाद से ही बोर्ड इसकी डेवलपमेंट के लिए लगा हुआ है। वहीं, हाउसिंग बोर्ड की सेक्टर-53 की हाउसिंग स्कीम में ईडब्ल्यूएस के 80, वन रूम के 120, टू बेडरूम के 100 और थ्री बेडरूम के 192 फ्लैट तैयार किए जाएंगे। नये रेट के तहत ईडब्ल्यूएस को छोड़कर बाकी सभी कैटेगरी के फ्लैट के कीमत में कमी आई है। जिस एचआईजी फ्लैट की कीमत बोर्ड ने करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये थी, वह अब 1 करोड़ 63 हजार रुपये में पड़ेगा। इसी तरह टू बेडरुम फ्लैट की कीमत अब 1 करोड़ 47 लाख रुपये की जगह 1 करोड़ 36 लाख रुपये हो गई है। वन बेडरूम फ्लैट की कीमत करीब 95 लाख रुपये की जगह 90 लाख रुपये हो गई है। ईडब्ल्यूएस फ्लैट की कीमत पहले की तरह 50 लाख रुपये ही होगी। वहीं तीनों कैटेगरी की डिपॉजिट राशि में भी एक-एक लाख रुपये की कमी आई है।