न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मधुबनी
Updated Mon, 19 Nov 2018 01:45 PM IST
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने नितीश कुमार पर कटाक्ष किया था कि नीतीश कुमार के शासन में फर्जी सर्टिफिकेट लाओ और नौकरी पाओ। यह बात पूरी तरह सही साबित होती दिख रही है। पढ़ लिखकर नौकरी पाने वाले युवक आज भी बेरोजगार घूम रहे हैं और जो फर्जी सर्टिफिकेट वाले लोग वो सरकारी नौकरी कर रहे हैं। बिहार में शिक्षा में धांधली को लेकर लगातार खबरें आती रहती हैं। ऐसी ही एक खबर बिहार के मधुबनी से आई है।
मधुबनी जिले के राजनगर प्रखंड में एनआईओएस के परीक्षा में मार्क्स के नाम पर जोरों से रिश्वतखोरी चल रही है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यलय में इन दिनों घूसखोरी का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो की जांच पड़ताल में सामने आया है की शिक्षा विभाग में बिना रिश्वतखोरी के कोई काम नहीं होता है। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस रिश्वतखोरी को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। अधिकारियों के नीचे काम कर रहे कर्मचारियों ने ऑफ द रिकॉर्ड बताया कि अगर हमलोग रिश्वत नहीं लेंगे तो ऊपर के ऑफिसर को क्या देंगे ।
इस बयान से जाहिर होता है जिला पदाधिकारी भी इलमें संलिप्त हो सकते हैं। हर प्रखंड की यही स्थिति बनी हुई है । हर टेबल पर जबतक रिश्वत नहीं दी जाती तब तक कोई भी कार्य नहीं हो सकता। इस वीडियो ये साफ जाहिर होता है कि शिक्षा विभाग में भ्रष्ट्राचार कितने चरम पर है। कहा जा रहा है कि जब यूपीएससी परीक्षा में रिश्वतखोरी चल सकती है तो यह तो एक छोटी सी परीक्षा है इसमें क्यों नही चलेगी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने नितीश कुमार पर कटाक्ष किया था कि नीतीश कुमार के शासन में फर्जी सर्टिफिकेट लाओ और नौकरी पाओ। यह बात पूरी तरह सही साबित होती दिख रही है। पढ़ लिखकर नौकरी पाने वाले युवक आज भी बेरोजगार घूम रहे हैं और जो फर्जी सर्टिफिकेट वाले लोग वो सरकारी नौकरी कर रहे हैं। बिहार में शिक्षा में धांधली को लेकर लगातार खबरें आती रहती हैं। ऐसी ही एक खबर बिहार के मधुबनी से आई है।
मधुबनी जिले के राजनगर प्रखंड में एनआईओएस के परीक्षा में मार्क्स के नाम पर जोरों से रिश्वतखोरी चल रही है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यलय में इन दिनों घूसखोरी का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो की जांच पड़ताल में सामने आया है की शिक्षा विभाग में बिना रिश्वतखोरी के कोई काम नहीं होता है। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस रिश्वतखोरी को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। अधिकारियों के नीचे काम कर रहे कर्मचारियों ने ऑफ द रिकॉर्ड बताया कि अगर हमलोग रिश्वत नहीं लेंगे तो ऊपर के ऑफिसर को क्या देंगे ।
इस बयान से जाहिर होता है जिला पदाधिकारी भी इलमें संलिप्त हो सकते हैं। हर प्रखंड की यही स्थिति बनी हुई है । हर टेबल पर जबतक रिश्वत नहीं दी जाती तब तक कोई भी कार्य नहीं हो सकता। इस वीडियो ये साफ जाहिर होता है कि शिक्षा विभाग में भ्रष्ट्राचार कितने चरम पर है। कहा जा रहा है कि जब यूपीएससी परीक्षा में रिश्वतखोरी चल सकती है तो यह तो एक छोटी सी परीक्षा है इसमें क्यों नही चलेगी।