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लॉकडाउन के चौथे चरण में लोगों को राहत मिली है। अब लोग अपने जरूरी काम से सेक्टर व सोसाइटी के बाहर निकल रहे हैं। लेकिन इनकी कारों की बैटरी खराब होने से कारण स्टार्ट नहीं हो रही है। यही नहीं बाकी की कसर चूहों ने तार काटकर पूरी कर दी है। अब कार मालिक परेशान हैं और कारों को ठीक करने के लिए कार मिस्त्री को फोन कर रहे हैं ताकि कारों को ठीक कराया जा सके।
गाड़ियां नहीं हो रही हैं स्टार्ट
सोसाइटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने लॉकडाउन का अच्छे से पालन किया है। लॉकडाउन के चलते ही उन्होंने अपने वाहन घर से नहीं निकाले, लेकिन अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लगातार दो महीने तक पार्किंग में ही वाहन खड़े रहने से उनकी बैटरी डिस्चार्ज हो गईं। इसके बाद से अब गाड़ियां स्टार्ट नहीं हो रही हैं।
कारों में लगाई जा रही नई बैटरी
नोएडा की एक सोसाइटी में एक बैटरी कंपनी के सहयोग से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कैंप लगाया है। ताकि लोगों की कारों की बैटरी को चार्ज किया जा सके। वहीं जिन कारों की बैटरी बिल्कुल ही खराब हो गई है। उनकी कारों में नई बैटरी लगाई जा रही है। कुछ लोगों के लिए लॉकडाउन के चलते यह दूसरी बड़ी समस्या है। हालांकि कैंप लगने से उन्हें काफी राहत मिली है।
कारों को चूहों ने बना लिया घर
कई कारों को चूहों ने अपना घर बना लिया है। साथ ही चूहों ने अंदर से तार भी काट दिए हैं। इसके बाद से गाड़ी मालिकों की परेशानी बढ़ने के साथ साथ उनका खर्चा भी बढ़ गया है। इसके अलावा कुछ लोगों की शिकायत है कि बैटरी ठीक होने के बाद भी लोगों को समस्या आ रही है। यानी किसी कि एसी नहीं चल रही है तो किसी की लाइटिंग में परेशानी आ रही है, क्योंकि चूहों ने कार के तार काट दिए।
इन बातों का रखें ध्यान
इस पर कार मकैनिक का कहना है कि कुछ सावधानी बरतने से कार के तारों को चूहों से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कार के शीशे बंद रखने चाहिए, कार का बोनट व डिग्गी भी बंद रखनी चाहिए, कार के नीची से बॉडी टूटी हुई नहीं होनी चाहिए। इन बातों पर थोड़ा सा ध्यान दे दिया जाए तो चूहों द्वारा हुए नुकसान को बचाया जा सकता है। वहीं कारों को चूहों से बचाने के लिए रेट रेपलेंट स्प्रे या रोडेंट स्प्रे कर सकते हैं, यह 500 रुपये तक की कीमत में ऑनलाइन मिल जाता है। जिससे आप हजारों रुपये के खर्च से बच सकते हैं।
लॉकडाउन के चौथे चरण में लोगों को राहत मिली है। अब लोग अपने जरूरी काम से सेक्टर व सोसाइटी के बाहर निकल रहे हैं। लेकिन इनकी कारों की बैटरी खराब होने से कारण स्टार्ट नहीं हो रही है। यही नहीं बाकी की कसर चूहों ने तार काटकर पूरी कर दी है। अब कार मालिक परेशान हैं और कारों को ठीक करने के लिए कार मिस्त्री को फोन कर रहे हैं ताकि कारों को ठीक कराया जा सके।
गाड़ियां नहीं हो रही हैं स्टार्ट
सोसाइटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने लॉकडाउन का अच्छे से पालन किया है। लॉकडाउन के चलते ही उन्होंने अपने वाहन घर से नहीं निकाले, लेकिन अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लगातार दो महीने तक पार्किंग में ही वाहन खड़े रहने से उनकी बैटरी डिस्चार्ज हो गईं। इसके बाद से अब गाड़ियां स्टार्ट नहीं हो रही हैं।
कारों में लगाई जा रही नई बैटरी
नोएडा की एक सोसाइटी में एक बैटरी कंपनी के सहयोग से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कैंप लगाया है। ताकि लोगों की कारों की बैटरी को चार्ज किया जा सके। वहीं जिन कारों की बैटरी बिल्कुल ही खराब हो गई है। उनकी कारों में नई बैटरी लगाई जा रही है। कुछ लोगों के लिए लॉकडाउन के चलते यह दूसरी बड़ी समस्या है। हालांकि कैंप लगने से उन्हें काफी राहत मिली है।
कारों को चूहों ने बना लिया घर
कई कारों को चूहों ने अपना घर बना लिया है। साथ ही चूहों ने अंदर से तार भी काट दिए हैं। इसके बाद से गाड़ी मालिकों की परेशानी बढ़ने के साथ साथ उनका खर्चा भी बढ़ गया है। इसके अलावा कुछ लोगों की शिकायत है कि बैटरी ठीक होने के बाद भी लोगों को समस्या आ रही है। यानी किसी कि एसी नहीं चल रही है तो किसी की लाइटिंग में परेशानी आ रही है, क्योंकि चूहों ने कार के तार काट दिए।
इन बातों का रखें ध्यान
इस पर कार मकैनिक का कहना है कि कुछ सावधानी बरतने से कार के तारों को चूहों से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कार के शीशे बंद रखने चाहिए, कार का बोनट व डिग्गी भी बंद रखनी चाहिए, कार के नीची से बॉडी टूटी हुई नहीं होनी चाहिए। इन बातों पर थोड़ा सा ध्यान दे दिया जाए तो चूहों द्वारा हुए नुकसान को बचाया जा सकता है। वहीं कारों को चूहों से बचाने के लिए रेट रेपलेंट स्प्रे या रोडेंट स्प्रे कर सकते हैं, यह 500 रुपये तक की कीमत में ऑनलाइन मिल जाता है। जिससे आप हजारों रुपये के खर्च से बच सकते हैं।