वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्लामाबाद
Published by: शिल्पा ठाकुर
Updated Tue, 10 Sep 2019 12:55 PM IST
पाकिस्तान की सरकार के लिए मुसीबतें कम होने की बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं। उसने भारत के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीयकरण देने की पूरी कोशिश की। लेकिन अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आजादी की मांग उठ रही है। जिससे खान सरकार की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
22 लोग गिरफ्तार
पाकिस्तान में आजादी की मांग करने वाले 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके साथ पाकिस्तान बेहद बुरी तरह पेश आ रहा है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इन लोगों पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया है। इस बीच प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प भी देखी गई।
मोबाइल फोन सेवा की बंद
पाकिस्तान ने प्रदर्शन शुरू होने के बाद मोबाइल फोन सेवा भी बंद कर दी है। झड़प शनिवार को मुजफ्फराबाद में नियंत्रण रेखा के करीब देखने को मिली है। सोमवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस मार्च का आयोजन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख मोहम्मद सगीर के नेतृत्व में किया गया था।
आंसू गैस का इस्तेमाल
जिला पुलिस प्रमुख ताबिर महमूद कुरैशी का कहना है कि प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि ये लोग लगातार एलओसी की ओर बढ़ रहे थे। उन्हें रोकने की काफी कोशिश भी गई लेकिन वो पहाड़ियों पर चढ़ गए और पुलिस पर पत्थर फेंकने लगे।
विस्तार
पाकिस्तान की सरकार के लिए मुसीबतें कम होने की बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं। उसने भारत के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीयकरण देने की पूरी कोशिश की। लेकिन अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आजादी की मांग उठ रही है। जिससे खान सरकार की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
22 लोग गिरफ्तार
पाकिस्तान में आजादी की मांग करने वाले 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके साथ पाकिस्तान बेहद बुरी तरह पेश आ रहा है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इन लोगों पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया है। इस बीच प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प भी देखी गई।
मोबाइल फोन सेवा की बंद
पाकिस्तान ने प्रदर्शन शुरू होने के बाद मोबाइल फोन सेवा भी बंद कर दी है। झड़प शनिवार को मुजफ्फराबाद में नियंत्रण रेखा के करीब देखने को मिली है। सोमवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस मार्च का आयोजन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख मोहम्मद सगीर के नेतृत्व में किया गया था।
आंसू गैस का इस्तेमाल
जिला पुलिस प्रमुख ताबिर महमूद कुरैशी का कहना है कि प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि ये लोग लगातार एलओसी की ओर बढ़ रहे थे। उन्हें रोकने की काफी कोशिश भी गई लेकिन वो पहाड़ियों पर चढ़ गए और पुलिस पर पत्थर फेंकने लगे।