आतंकी संगठनों से गठजोड़ी की आशंका से घिरे रोहिंग्या मुसलमानों को कोई देश अपने यहां शरण देने को तैयार नहीं है। ऐसे में इन्होंने अपना डेरा म्यांमार-बांग्लादेश बॉर्डर को बनाया है जहां इन रोहिंग्या मुसलमानों के पास बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। ऐसे में इन विस्थापित रोहिंग्या के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है सिख समुदाय ने।