इस अंदाज में एक विदेशी मूल का व्यक्ति जब धारा प्रवाह संस्कृत में बोलते हुए अपना परिचय दे तो आपका चौंक जाना लाजमी है। ये हैं बेलारुस के इहार कुलीकौ जिन्होने दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत को इस तरह अपनाया है कि इनकी तारीफ दुनिया भर में हो रही है।