समाजवादी पार्टी में जारी घमासान के बीच मुलायम सिंह यादव के दो तरह के हस्ताक्षर का मामला सामने आया है। अखिलेश यादव खेमे के नेता किरनमय नंदा ने सवाल उठाया है कि एक जनवरी को राम गोपाल यादव और उनने निष्कासन के लिए लिखे गए पत्र में मुलायम सिंह यादव के हस्ताक्षर अलग-अलग कैसे हैं। नंदा ने दावा किया कि दोनों पत्रों में मुलायम सिंह यादव के हस्ताक्षर अलग अलग हैं। इससे लगता है कि नेता जी का हस्ताक्षर कोई और कर रहा है। नेता जी के हस्ताक्षर वाले कई पत्र उनके पास मौजूद हैं। नेताजी हिंदी में पूरा नाम लिखकर हस्ताक्षर करते हैं लेकिन इन पत्रों में उनके हस्ताक्षर नहीं लगते। इससे पहले अखिलेश भी पिता मुलायम के फैसलों में दूसरे लोगों की दखलंदाजी की बात कह चुके हैं।