वैसे तो विजयादशमी पर पूरे देश में रावण दहन होता है, लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहां दशहरे पर राम की नहीं रावण की पूजा होती है। ये जगह है कानपुर के शिवाला में, जहां 205 साल पुराने मंदिर में दशहरे पर हजारों लोग जुटते हैं। साल में सिर्फ एक घंटे के लिए खुलने वाले इस मंदिर में विजयादशमी पर रावण की मूर्ति पर तेल और पीले फूल चढ़ाए जाते हैं और लंकेश के जयकारे गूंजते हैं।