निजी क्षेत्रों द्वारा बनाए गए पहले सैटेलाइट की इसरो द्वारा लॉंचिंग नाकामबाद रही। इसरो के चैयरमेन ए.एस किरन कुमार के मुताबिक IRNSS-1H सैटेलाइट की हीटशील्ड चौथे चरण में अलग नहीं हुई। जिसकी वजह से पीएसएलवी की लॉन्चिंग बेकार हो गई।ये पहला मौका था जब नेवीगेशन सैटेलाइट बनाने का मौका किसी प्राइवेट कंपनी को दिया गया।