रुद्रपुर। 31वीं वाहिनी पीएसी की महिला कांस्टेबल ने खुद पर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा ली। आसपास के लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया। हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी हल्द्वानी रेफर किया गया है। एसडीएम विशाल मिश्रा ने अस्पताल पहुंचकर घायल महिला के बयान दर्ज किए।
मूलरूप से दूनागिरी (अल्मोड़ा) निवासी एकता चौधरी 31वीं वाहिनी पीएसी में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। सात साल पहले उसके पति गुंजन चौधरी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। पति के स्थान पर मृतक आश्रित कोटे से एकता को नौकरी मिली। बीते कुछ वर्षों से वह अपने सात वर्षीय बेटे कन्हैया के साथ हंस विहार कॉलोनी में रह रही थी।
मंगलवार को एकता घर में बेटे के साथ थी। शाम करीब पांच बजे एकता ने अज्ञात कारणों के चलते खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया और आग लगा ली। उसकी चीखें सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई। सूचना पर पीएसी के सेनानायक के साथ ही बाजार पुलिस चौकी मौके पर पहुंची और एकता को जिला अस्पताल पहुंचाया।
यहां उसकी हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। वहीं मामले की सूचना मिलते ही सेनानायक ददन पाल और एसडीएम विशाल मिश्रा अस्पताल में घायल का हाल जानने पहुंचे। महिला डॉक्टर शिल्पी गुप्ता ने बताया कि आग लगने से महिला का मुंह, गला, हाथ और सीना झुलसा है। आग से महिला कुल 35 प्रतिशत झुलसी है।
अपनी ही स्कूटी से निकाला पेट्रोल
रुद्रपुर। आग लगाने से पहले महिला कांस्टेबल एकता ने घर के बाहर खड़ी अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकाला था। पेट्रोल मुंह में छिड़ककर उसने आग लगाई। आग सीधे मुंह में लगने से वह गंभीर रूप से झुलसी है। हालांकि अभी डॉक्टरों ने उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं बताया है। (संवाद)
डिप्टी कमांडेंट करेंगे मामले की जांच
रुद्रपुर। महिला कांस्टेबल के खुद को आग लगाने के पीछे पारिवारिक कलह बताया जा रहा है। हालांकि इसका पता जांच के बाद ही चलेगा। सेनानायक ददन पाल ने बताया कि महिला कांस्टेबल का आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने का मामला बेहद गंभीर है। इस मामले की डिप्टी कमांडेंट से जांच कराई जाएगी। (संवाद)
रुद्रपुर जिला अस्पताल में पुलिस से घटना की जानकारी लेते पीएसी सेनानायक ददन पाल।- फोटो : RUDRAPUR
रुद्रपुर। 31वीं वाहिनी पीएसी की महिला कांस्टेबल ने खुद पर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा ली। आसपास के लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया। हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी हल्द्वानी रेफर किया गया है। एसडीएम विशाल मिश्रा ने अस्पताल पहुंचकर घायल महिला के बयान दर्ज किए।
मूलरूप से दूनागिरी (अल्मोड़ा) निवासी एकता चौधरी 31वीं वाहिनी पीएसी में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। सात साल पहले उसके पति गुंजन चौधरी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। पति के स्थान पर मृतक आश्रित कोटे से एकता को नौकरी मिली। बीते कुछ वर्षों से वह अपने सात वर्षीय बेटे कन्हैया के साथ हंस विहार कॉलोनी में रह रही थी।
मंगलवार को एकता घर में बेटे के साथ थी। शाम करीब पांच बजे एकता ने अज्ञात कारणों के चलते खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया और आग लगा ली। उसकी चीखें सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई। सूचना पर पीएसी के सेनानायक के साथ ही बाजार पुलिस चौकी मौके पर पहुंची और एकता को जिला अस्पताल पहुंचाया।
यहां उसकी हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। वहीं मामले की सूचना मिलते ही सेनानायक ददन पाल और एसडीएम विशाल मिश्रा अस्पताल में घायल का हाल जानने पहुंचे। महिला डॉक्टर शिल्पी गुप्ता ने बताया कि आग लगने से महिला का मुंह, गला, हाथ और सीना झुलसा है। आग से महिला कुल 35 प्रतिशत झुलसी है।
अपनी ही स्कूटी से निकाला पेट्रोल
रुद्रपुर। आग लगाने से पहले महिला कांस्टेबल एकता ने घर के बाहर खड़ी अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकाला था। पेट्रोल मुंह में छिड़ककर उसने आग लगाई। आग सीधे मुंह में लगने से वह गंभीर रूप से झुलसी है। हालांकि अभी डॉक्टरों ने उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं बताया है। (संवाद)
डिप्टी कमांडेंट करेंगे मामले की जांच
रुद्रपुर। महिला कांस्टेबल के खुद को आग लगाने के पीछे पारिवारिक कलह बताया जा रहा है। हालांकि इसका पता जांच के बाद ही चलेगा। सेनानायक ददन पाल ने बताया कि महिला कांस्टेबल का आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने का मामला बेहद गंभीर है। इस मामले की डिप्टी कमांडेंट से जांच कराई जाएगी। (संवाद)
रुद्रपुर जिला अस्पताल में पुलिस से घटना की जानकारी लेते पीएसी सेनानायक ददन पाल।- फोटो : RUDRAPUR