बनाली पंपिंग योजना से पानी की आपूर्ति के लिए चंबा और जौनपुर ब्लॉक के आठ ग्राम पंचायतों और 61 बस्तियों में निवासरत लोगों को दिसंबर तक इंतजार करना होगा। तब तक क्षेत्र के लोगों को हैंडपंप और टैंकरों का ही सहारा लेना होगा।
बनाली ग्राम समूह पंपिंग योजना की स्वीकृति 2017 में मिली थी। सौंग नदी से हटवाल गांव के समीप से तीन स्टेज में लगभग साढ़े आठ करोड़ से योजना का निर्माण होना था, लेकिन वन अधिनियम आड़े आने के कारण लंबे समय तक पंपिंग योजना का कार्य शुरू नहीं हो पाया था। केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद 2020 में पेयजल निगम चंबा से कार्य शुरू किया था, लेकिन पिछले दो सालों में योजना का सिर्फ 50 फीसदी कार्य ही अभी तक पूरा हो पाया है। योजना से चंबा और जौनपुर ब्लॉक के आठ ग्राम पंचायतों और 61 बस्तियों को पानी की आपूर्ति करने का लक्ष्य निर्धारित है। निर्माण कार्य की धीमी गति पर विनोद समेवाल, मनोज सेमवाल, दिनेश प्रसाद ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने क्षेत्र के गांवों में पेयजल किल्लत की समस्या को देखते हुए पेयजल निगम से कार्य में तेजी लाने की मांग की है।
बनाली पंपिंग योजना का 50 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। पंप हाउस, वितरण लाइन और टैंकों का निर्माण चल रहा है। दिसंबर 2022 तक पंपिंग योजना का निर्माण पूरा कर पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। - केएन सेमवाल, ईई, पेयजल निगम चंबा।
बनाली पंपिंग योजना से पानी की आपूर्ति के लिए चंबा और जौनपुर ब्लॉक के आठ ग्राम पंचायतों और 61 बस्तियों में निवासरत लोगों को दिसंबर तक इंतजार करना होगा। तब तक क्षेत्र के लोगों को हैंडपंप और टैंकरों का ही सहारा लेना होगा।
बनाली ग्राम समूह पंपिंग योजना की स्वीकृति 2017 में मिली थी। सौंग नदी से हटवाल गांव के समीप से तीन स्टेज में लगभग साढ़े आठ करोड़ से योजना का निर्माण होना था, लेकिन वन अधिनियम आड़े आने के कारण लंबे समय तक पंपिंग योजना का कार्य शुरू नहीं हो पाया था। केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद 2020 में पेयजल निगम चंबा से कार्य शुरू किया था, लेकिन पिछले दो सालों में योजना का सिर्फ 50 फीसदी कार्य ही अभी तक पूरा हो पाया है। योजना से चंबा और जौनपुर ब्लॉक के आठ ग्राम पंचायतों और 61 बस्तियों को पानी की आपूर्ति करने का लक्ष्य निर्धारित है। निर्माण कार्य की धीमी गति पर विनोद समेवाल, मनोज सेमवाल, दिनेश प्रसाद ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने क्षेत्र के गांवों में पेयजल किल्लत की समस्या को देखते हुए पेयजल निगम से कार्य में तेजी लाने की मांग की है।
बनाली पंपिंग योजना का 50 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। पंप हाउस, वितरण लाइन और टैंकों का निर्माण चल रहा है। दिसंबर 2022 तक पंपिंग योजना का निर्माण पूरा कर पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। - केएन सेमवाल, ईई, पेयजल निगम चंबा।