जिले की छह विधानसभा क्षेत्र के लिए 57.83 फीसदी पोस्ट बैलेट मतगणना के ठीक एक दिन पहले तक पहुंच गए हैं, जबकि 1680 पोस्टल बैलेट पता सही नहीं होने के कारण वापस आ गए हैं। जबकि देर रात तक पहुंचने वाले डाकपत्रों को मतगणना में शामिल करवाने के लिए विशेष व्यवस्था की है। अब तक कुल 8913 पोस्टल बैलेट में से 5123 बैलेट पहुंच गए हैं।
टिहरी जिले की सभी विधानसभा सीटों पर कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। वर्ष 2012 के चुनाव में टिहरी, प्रतापनगर, नरेंद्रनगर विधानसभा चुनाव में जीत का अंतर पांच सौ से कम रहा था। इस दौरान भी पोस्टल बैलेट ही निर्णायक रहे थे।
ऐसे में हर प्रत्याशियों की नजर पोस्टल बैलेट पर टिकी हुई है। जिले में पांच हजार 561 सैनिक और तीन हजार 352 अन्य सर्विस मतदाता हैं, जिसमें से सर्वाधिक देवप्रयाग विधानसभा में 2177 और सबसे कम धनोल्टी में 932 सर्विस वोटर है। पोस्टल बैलेट के पहुंचने के अंतिम 2022 सैनिक, 3101 सामान्य कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट पहुंच चुके हैं। डाक विभाग ने मतगणना शुरू होने तक भी पोस्टल बैलेट पहुंचने की व्यवस्था की है।
डाक विभाग के सहायक डाक अधीक्षक स्वयं विभिन्न स्थानों से हरिद्वार पहुंचने वाले डाक मतपत्र को लेने स्वयं गए हुए हैं। वह टिहरी व उत्तरकाशी के डाक मतपत्रों को लेकर रात को ही लौटेंगे। ताकि शनिवार को सुबह आठ बजे तक मतगणना स्थल तक पोस्टल बैलेट पहुंचाए जा सकें। मतगणना केंद्र पर पोस्टल बैलेट डिलीवर करने के लिए डाक कर्मियों के बाकायदा पास भी बनवाए गए हैं, जिससे हर सर्विस मतदाता का वोट गणना में शामिल हो सके।
विधानसभा का नाम प्राप्त पोस्टल कुल सर्विस वोटर
घनसाली 682 1048
देवप्रयाग 946 2177
नरेंद्रनगर 907 1588
प्रतापनगर 651 1152
टिहरी 1357 2016
धनोल्टी 580 932
जिले की छह विधानसभा क्षेत्र के कुल 8913 पोस्टल बैलेट में से 5123 बैलेट शुक्रवार शाम तक पहुंच गए हैं। शनिवार को मतगणना स्थल पर भी सुबह आठ बजे तक पोस्टल बैलेट पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
-आशीष भटगांई, अपर जिला निर्वाचन अधिकारी।
जिले की छह विधानसभा क्षेत्र के लिए 57.83 फीसदी पोस्ट बैलेट मतगणना के ठीक एक दिन पहले तक पहुंच गए हैं, जबकि 1680 पोस्टल बैलेट पता सही नहीं होने के कारण वापस आ गए हैं। जबकि देर रात तक पहुंचने वाले डाकपत्रों को मतगणना में शामिल करवाने के लिए विशेष व्यवस्था की है। अब तक कुल 8913 पोस्टल बैलेट में से 5123 बैलेट पहुंच गए हैं।
टिहरी जिले की सभी विधानसभा सीटों पर कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। वर्ष 2012 के चुनाव में टिहरी, प्रतापनगर, नरेंद्रनगर विधानसभा चुनाव में जीत का अंतर पांच सौ से कम रहा था। इस दौरान भी पोस्टल बैलेट ही निर्णायक रहे थे।
ऐसे में हर प्रत्याशियों की नजर पोस्टल बैलेट पर टिकी हुई है। जिले में पांच हजार 561 सैनिक और तीन हजार 352 अन्य सर्विस मतदाता हैं, जिसमें से सर्वाधिक देवप्रयाग विधानसभा में 2177 और सबसे कम धनोल्टी में 932 सर्विस वोटर है। पोस्टल बैलेट के पहुंचने के अंतिम 2022 सैनिक, 3101 सामान्य कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट पहुंच चुके हैं। डाक विभाग ने मतगणना शुरू होने तक भी पोस्टल बैलेट पहुंचने की व्यवस्था की है।
डाक विभाग के सहायक डाक अधीक्षक स्वयं विभिन्न स्थानों से हरिद्वार पहुंचने वाले डाक मतपत्र को लेने स्वयं गए हुए हैं। वह टिहरी व उत्तरकाशी के डाक मतपत्रों को लेकर रात को ही लौटेंगे। ताकि शनिवार को सुबह आठ बजे तक मतगणना स्थल तक पोस्टल बैलेट पहुंचाए जा सकें। मतगणना केंद्र पर पोस्टल बैलेट डिलीवर करने के लिए डाक कर्मियों के बाकायदा पास भी बनवाए गए हैं, जिससे हर सर्विस मतदाता का वोट गणना में शामिल हो सके।
विधानसभा का नाम प्राप्त पोस्टल कुल सर्विस वोटर
घनसाली 682 1048
देवप्रयाग 946 2177
नरेंद्रनगर 907 1588
प्रतापनगर 651 1152
टिहरी 1357 2016
धनोल्टी 580 932
जिले की छह विधानसभा क्षेत्र के कुल 8913 पोस्टल बैलेट में से 5123 बैलेट शुक्रवार शाम तक पहुंच गए हैं। शनिवार को मतगणना स्थल पर भी सुबह आठ बजे तक पोस्टल बैलेट पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
-आशीष भटगांई, अपर जिला निर्वाचन अधिकारी।