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श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं......
अच्छे दिन के लिए व्यक्ति को बुरे दिनों से लड़ना पड़ता है: मृदुल शास्त्री
अपनी संतान को कुछ दे सकते हैं तो अच्छे संस्कार दीजिए
संवाद न्यूज एजेंसी
हल्द्वानी। हरि:शरणम जन की ओर से एमबी इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक व्यास मृदुल कृष्ण शास्त्री ने कहा कि कभी-कभी व्यक्ति को अच्छे दिन प्राप्त करने के लिए बुरे दिनों से लड़ना पड़ता है। सत्संग का एक अर्थ है सत्य का संग। यह व्यक्ति के उलझे हुए जीवन को सुलझा देता है। देर शाम तक चले संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के बीच में भजन-कीर्तन श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, आरती गाऊं प्रभु तुझको रिझाऊं, मन तड़पत हरि दर्शन को आज, बांके बिहारी के देख छटा, मेरो मन है गयो लटा पटा आदि भजनों पर भक्त झूमते दिखे।
श्रीमद्भागवत कथा का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि कथा सुनने से मनुष्य के अंदर का मैल दूर होता है। व्यक्ति का हृदय परमात्मा से जुड़ता है। महाभारत का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जन्म के साथ ही मृत्यु भी जुड़ी है इसलिए हमेशा ऐसा काम करना चाहिए जो सही हो। उन्होंने कहा कि भागवत कथा एक अमृत के समान है। जिस जिस ने यह अमृत पिया वह अमर है। उन्होंने अपार भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि यदि अपनी संतान को कुछ दे सकते हैं तो अच्छे संस्कार दीजिए। यह संस्कार ही उनका मनोबल बढ़ाएंगे और उन्हें अच्छी राह दिखाएंगे। जब भी कोई अच्छा काम करने निकलें पहले ईश्वर का नाम लें। सभी काम ईश्वर की अनुकंपा से ही पूरे होते हैं। इससे जीव का मन भी शांत होता है।
कथा व्यास ने कहा कि आज व्यक्ति के पास इतना समय भी नहीं है कि कुछ पल ईश्वर की भक्ति के लिए निकाल सके। रात व्यक्ति के सोने में और दिन काम करने में निकल जाता है। भगवान भक्तों को निरंतर अनुभूति कराते हैं कि मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं। भक्तों को भी चाहिए कि वह भगवान को न भूले और उसकी कृपा का पात्र बना रहे। उन्होंने कहा कि भगवान का ध्यान करना है तो उनके श्री चरणों की ओर ध्यान लगाते हुए उनके मुखार बिंदु तक जाएं, इससे आपको ईश्वर के दर्शन हो जाएंगे। शाम को भजन कीर्तन और बांके बिहारी की आरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ। बुधवार को चतुर्थ दिन कथा के साथ वामन अवतार झांकी, श्रीकृष्ण जन्म, नंदोत्सव झांकी का भी मंचन होगा।
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भाई जी ने किया श्रीमान ठाकुर प्रियालाल जी का पूजन
आयोजन स्थल पर धार्मिक कथा के बगल में बने पंडाल में विराजे श्रीमान ठाकुर प्रियालाल जी महाराज का हरि:शरणम जन प्रमुख स्वामी राम गोविंद दास भाईजी ने पूजन किया। सुबह पंचदेव और मां अन्नपूर्णा पूजन, मंगला भोग, मंगला आरती के बाद स्नान भोग और आरती हुई। इसके बाद गो, गज पूजन फिर द्वार पूजन, श्रंगार भोग, श्रृंगार आरती, ग्वाल भोग, आरती, श्री 108 शालिग्राम तुलसी विष्णु सहस्त्रनाम अर्चन के बाद राजभोग और आरती हुई।
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आयोजन स्थल पर आनंद हाट और बच्चों के झूले
धार्मिक आयोजन स्थल पर आनंद हाट और बच्चों के लिए झूले भी लगाए गए हैं। आनंद हाट में स्थानीय उत्पादों की दुकानें लगाई गई हैं। आकस्मिक चिकित्सा सेवा के लिए एंबुलेंस तैयार रखी गई है। वरिष्ठ जन कल्याण समिति स्वागत कक्ष और दान केंद्र का काम संभाल रहे हैं।