उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस की मौजूदगी में गुरुवार को कोर्ट के बाहर दिनदहाड़े खूनी खेल खेला गया। पुरानी रंजिश में दो किशोरों ने प्रधान पति की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी।
पुलिस कर्मी की राइफल तनी तो हत्यारोपी चचेरे भाइयों ने तमंचे जमीन पर फेंककर आत्मसमर्पण कर दिया। गोलीबारी में हाथ में गोली लगने से संधावली का युवक भी जख्मी हो गया। वहीं फुगाना और सिसौली में भी दो लोगों की हत्या की गई हैं।
फुगाना थाना क्षेत्र के बहावड़ी गांव निवासी प्रधान पति देवेन्द्र मलिक अपने बडे़ भाई बिजेन्द्र प्रधान की हत्या में साले योगेश की गवाही कराने के लिए पुलिस और प्राइवेट सुरक्षा के बीच कचहरी आया था।
कोर्ट परिसर के बाहर साथ आए प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों को पीएसी के जवानों ने रोक दिया। फुगाना थाने का सिपाही सीके कोरी अपनी सुरक्षा में देवेन्द्र और योगेश को ले गया। यह तीनों कोर्ट के बाहर बैठे हुए थे।
आवाज लगी तो सिपाही गवाह योगेश को छोड़ने के लिए कोर्ट तक चला गया, जबकि देवेन्द्र मलिक वहीं बैठा रह गया। इसी बीच वहां आए बहावड़ी के 15 साल के अजय और 16 साल के सागर ने देवेन्द्र मलिक को तमंचे सटाकर दो गोली मारी।
गर्दन और पेट पर गोली लगते ही मलिक की मौके पर मौत हो गई। एक गोली उधर से गुजर रहे संधावली निवासी सलीम के हाथ में लग गई।
गोलियों की आवाज सुनकर एक सिपाही ने हत्यारोपियों पर राइफल तानी तो दोनों ने तमंचे फेंक कर हाथ ऊपर उठा दिए। पुलिस बाद में दोनों को पकड़कर कोतवाली ले गई। घटना से अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर आकर मुआयना किया। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने 14 साल पहले किए गए पिता के कत्ल का बदला लिया है।
उधर, भौराकलां के सिसौली निवासी 35 साल के शौकीन की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। फुगाना में जमीन के विवाद में खानदानी लोगों ने भाला मारकर विपिन को मौत के घाट उतार दिया।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस की मौजूदगी में गुरुवार को कोर्ट के बाहर दिनदहाड़े खूनी खेल खेला गया। पुरानी रंजिश में दो किशोरों ने प्रधान पति की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी।
पुलिस कर्मी की राइफल तनी तो हत्यारोपी चचेरे भाइयों ने तमंचे जमीन पर फेंककर आत्मसमर्पण कर दिया। गोलीबारी में हाथ में गोली लगने से संधावली का युवक भी जख्मी हो गया। वहीं फुगाना और सिसौली में भी दो लोगों की हत्या की गई हैं।
फुगाना थाना क्षेत्र के बहावड़ी गांव निवासी प्रधान पति देवेन्द्र मलिक अपने बडे़ भाई बिजेन्द्र प्रधान की हत्या में साले योगेश की गवाही कराने के लिए पुलिस और प्राइवेट सुरक्षा के बीच कचहरी आया था।
कोर्ट परिसर के बाहर साथ आए प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों को पीएसी के जवानों ने रोक दिया। फुगाना थाने का सिपाही सीके कोरी अपनी सुरक्षा में देवेन्द्र और योगेश को ले गया। यह तीनों कोर्ट के बाहर बैठे हुए थे।
आवाज लगी तो सिपाही गवाह योगेश को छोड़ने के लिए कोर्ट तक चला गया, जबकि देवेन्द्र मलिक वहीं बैठा रह गया। इसी बीच वहां आए बहावड़ी के 15 साल के अजय और 16 साल के सागर ने देवेन्द्र मलिक को तमंचे सटाकर दो गोली मारी।
गर्दन और पेट पर गोली लगते ही मलिक की मौके पर मौत हो गई। एक गोली उधर से गुजर रहे संधावली निवासी सलीम के हाथ में लग गई।
गोलियों की आवाज सुनकर एक सिपाही ने हत्यारोपियों पर राइफल तानी तो दोनों ने तमंचे फेंक कर हाथ ऊपर उठा दिए। पुलिस बाद में दोनों को पकड़कर कोतवाली ले गई। घटना से अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर आकर मुआयना किया। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने 14 साल पहले किए गए पिता के कत्ल का बदला लिया है।
उधर, भौराकलां के सिसौली निवासी 35 साल के शौकीन की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। फुगाना में जमीन के विवाद में खानदानी लोगों ने भाला मारकर विपिन को मौत के घाट उतार दिया।