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लखनऊ। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने और प्रश्नपत्रों के वितरण में पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मौजूदा सत्र से ऑनलाइन परीक्षा प्रबंधन प्रणाली लागू करने की व्यवस्था की है। इसके तहत स्कूलों को नौवीं और दसवीं कक्षा की अंतिम परीक्षा के लिए ऑनलाइन प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। बीते दो सत्रों से सीबीएसई ने दसवीं में बच्चों को बोर्ड और होम परीक्षा में शामिल होने का विकल्प प्रदान किया है। इसके साथ ही परीक्षा प्रणाली में भी परिवर्तन किया गया है। नौवीं और दसवीं में लागू किए गए परीक्षा के नए पैटर्न के तहत साल भर में दो सम्मेटिव असेसमेंट आयोजित किए जाते हैं। पहली परीक्षा सितंबर में और दूसरी मार्च में होती है। मार्च में आयोजित होने वाले सम्मेटिव असेसमेंट के लिए अभी तक बोर्ड की ओर से सीडी में सैम्पल पेपर उपलब्ध कराए जाते थे। अब इसमें परिवर्तन किया गया है और बोर्ड की ओर से एकीकृत परीक्षण प्रबंधन प्रणाली (आईटीएमएस) विकसित की गई है। इसका लाभ नौवीं और दसवीं कक्षा के सम्मेटिव असेसमेंट-टू का प्रश्नपत्र तैयार करने में मिलेगा और स्कूल ऑनलाइन प्रश्नपत्र प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि बोर्ड की इस एकीकृत परीक्षण प्रबंधन प्रणाली का लाभ दसवीं में सिर्फ होम परीक्षा में शामिल होने जा रहे बच्चों को ही मिलेगा, जबकि बोर्ड आधारित एसए-टू की परीक्षा परंपरागत तरीके से होगी।
स्कूलों को 15 तक कराना होगा रजिस्ट्रेशन ः सीबीएसई की ओर से 25 जनवरी को जारी सर्कुलर के मुताबिक आईटीएमएस के इस्तेमाल से संबद्ध स्कूल सुरक्षित व पारदर्शी माहौल में आसानी से प्रश्न पत्र प्राप्त कर सकते हैं। चूंकि आईटीएमएस एक वेब इंटरफेस पर काम करता है, इसलिए इसका लाभ उठाने के लिए विद्यालय को पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए एक से 15 फरवरी के बीच पंजीकरण कराया जा सकता है। इस पंजीकरण के आधार पर विद्यालय सिंगल क्लिक पर ऑनलाइन प्रश्न पत्र प्राप्त कर सकेंगे।
पांच मार्च से मिलेगा प्रश्नपत्र ः बोर्ड की ओर से पांच मार्च से ऑनलाइन प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रथम चरण में नौवीं कक्षा के लिए प्रश्नपत्र मुहैया होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक नौवीं की परीक्षाओं का आयोजन 10 से 20 मार्च के बीच किया जाएगा और 19 मार्च से मार्किंग स्कीम ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी। इसी तरह दसवीं कक्षा के लिए 11 मार्च से ऑनलाइन पेपर उपलब्ध रहेंगे। परीक्षाएं 15 से 30 मार्च के बीच आयोजित होंगी। इसकी ऑनलाइन मार्किंग स्कीम 29 मार्च से उपलब्ध रहेगी।
स्कूलों के पास होगा विकल्प ः बोर्ड की ओर से सभी विद्यालयों को प्रमुख विषय के प्रश्नपत्रों के दो-दो सेट उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद विद्यालयों के पास तीन विकल्प उपलब्ध होंगे। पहला, वे कोई भी प्रश्नपत्र चुनकर एसए-टू परीक्षा करा सकते हैं। दूसरा, दोनों प्रश्न पत्रों के सवालों को मिलाकर एक नया पेपर तैयार करा सकते हैं। चिरंजीव भारती स्कूल के प्रधानाचार्य राजेश कुमार ने बताया कि तीसरे विकल्प के रूप में बोर्ड ने विद्यालयों को स्वयं का प्रश्न पत्र तैयार करने का भी रास्ता दिया है। लेकिन, यदि विद्यालय स्वयं का प्रश्न पत्र तैयार करते हैं तो परीक्षा के एक सप्ताह के भीतर उन्हें इसे बोर्ड को भेजना होगा।
लखनऊ। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने और प्रश्नपत्रों के वितरण में पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मौजूदा सत्र से ऑनलाइन परीक्षा प्रबंधन प्रणाली लागू करने की व्यवस्था की है। इसके तहत स्कूलों को नौवीं और दसवीं कक्षा की अंतिम परीक्षा के लिए ऑनलाइन प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। बीते दो सत्रों से सीबीएसई ने दसवीं में बच्चों को बोर्ड और होम परीक्षा में शामिल होने का विकल्प प्रदान किया है। इसके साथ ही परीक्षा प्रणाली में भी परिवर्तन किया गया है। नौवीं और दसवीं में लागू किए गए परीक्षा के नए पैटर्न के तहत साल भर में दो सम्मेटिव असेसमेंट आयोजित किए जाते हैं। पहली परीक्षा सितंबर में और दूसरी मार्च में होती है। मार्च में आयोजित होने वाले सम्मेटिव असेसमेंट के लिए अभी तक बोर्ड की ओर से सीडी में सैम्पल पेपर उपलब्ध कराए जाते थे। अब इसमें परिवर्तन किया गया है और बोर्ड की ओर से एकीकृत परीक्षण प्रबंधन प्रणाली (आईटीएमएस) विकसित की गई है। इसका लाभ नौवीं और दसवीं कक्षा के सम्मेटिव असेसमेंट-टू का प्रश्नपत्र तैयार करने में मिलेगा और स्कूल ऑनलाइन प्रश्नपत्र प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि बोर्ड की इस एकीकृत परीक्षण प्रबंधन प्रणाली का लाभ दसवीं में सिर्फ होम परीक्षा में शामिल होने जा रहे बच्चों को ही मिलेगा, जबकि बोर्ड आधारित एसए-टू की परीक्षा परंपरागत तरीके से होगी।
स्कूलों को 15 तक कराना होगा रजिस्ट्रेशन ः सीबीएसई की ओर से 25 जनवरी को जारी सर्कुलर के मुताबिक आईटीएमएस के इस्तेमाल से संबद्ध स्कूल सुरक्षित व पारदर्शी माहौल में आसानी से प्रश्न पत्र प्राप्त कर सकते हैं। चूंकि आईटीएमएस एक वेब इंटरफेस पर काम करता है, इसलिए इसका लाभ उठाने के लिए विद्यालय को पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए एक से 15 फरवरी के बीच पंजीकरण कराया जा सकता है। इस पंजीकरण के आधार पर विद्यालय सिंगल क्लिक पर ऑनलाइन प्रश्न पत्र प्राप्त कर सकेंगे।
पांच मार्च से मिलेगा प्रश्नपत्र ः बोर्ड की ओर से पांच मार्च से ऑनलाइन प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रथम चरण में नौवीं कक्षा के लिए प्रश्नपत्र मुहैया होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक नौवीं की परीक्षाओं का आयोजन 10 से 20 मार्च के बीच किया जाएगा और 19 मार्च से मार्किंग स्कीम ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी। इसी तरह दसवीं कक्षा के लिए 11 मार्च से ऑनलाइन पेपर उपलब्ध रहेंगे। परीक्षाएं 15 से 30 मार्च के बीच आयोजित होंगी। इसकी ऑनलाइन मार्किंग स्कीम 29 मार्च से उपलब्ध रहेगी।
स्कूलों के पास होगा विकल्प ः बोर्ड की ओर से सभी विद्यालयों को प्रमुख विषय के प्रश्नपत्रों के दो-दो सेट उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद विद्यालयों के पास तीन विकल्प उपलब्ध होंगे। पहला, वे कोई भी प्रश्नपत्र चुनकर एसए-टू परीक्षा करा सकते हैं। दूसरा, दोनों प्रश्न पत्रों के सवालों को मिलाकर एक नया पेपर तैयार करा सकते हैं। चिरंजीव भारती स्कूल के प्रधानाचार्य राजेश कुमार ने बताया कि तीसरे विकल्प के रूप में बोर्ड ने विद्यालयों को स्वयं का प्रश्न पत्र तैयार करने का भी रास्ता दिया है। लेकिन, यदि विद्यालय स्वयं का प्रश्न पत्र तैयार करते हैं तो परीक्षा के एक सप्ताह के भीतर उन्हें इसे बोर्ड को भेजना होगा।