केंद्र सरकार ने शनिवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत दी है। सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी पेट्रोल पर 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर कम कर दी गई है। इससे पेट्रोल की कीमतें 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएंगी। इस फैसले के बावजूद भी मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें सबसे ज्यादा रहने वाली हैं। जानते हैं ऐसा क्यों?
केंद्र के फैसले का राजस्थान पर क्या असर होगा?
राजस्थान की राजधानी जयपुर में पेट्रोल 118.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल 100.92 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था। नई दरों के अनुसार पेट्रोल 108 से 109 रुपये के बीच और डीजल 93-94 रुपये के बीच रहेगा। वहीं, अजमेर में पेट्रोल 107-108 और डीजल 93-94 रुपये प्रति लीटर होगा। बीकानेर में पेट्रोल 120.26 रुपये प्रति लीटर से घटकर 110-111 रुपये के बीच और डीजल 96-97 रुपये के बीच मिलेगा। वहीं, श्रीगंगानगर में पेट्रोल 122.41 रुपये प्रति लीटर से घटकर 112-113 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96-97 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। इस तरह श्रीगंगानगर में अब भी देश का सबसे महंगा पेट्रोल मिलेगा।
केंद्र के फैसले का मध्य प्रदेश पर क्या असर होगा?
केंद्र के फैसले से पहले तक मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल 118.14 रुपये और डीजल 101.16 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। नई दरों के लागू होने के बाद पेट्रोल 108-109 रुपये और डीजल 93-94 रुपये के बीच मिलेगा। इंदौर में पेट्रोल 118.18 रुपये से घटकर 108-109 रुपये और डीजल 93-94 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। ग्वालियर में पेट्रोल 118.04 रुपये प्रति लीटर से घटकर 108-109 रुपये प्रति लीटर और डीजल 101.06 रुपये प्रति लीटर से घटकर 93-94 रुपये के बीच मिलेगा।
क्यों महंगा है राजस्थान-मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल?
इन दोनों ही राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर देश में सबसे अधिक टैक्स वसूला जाता है। मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर 29% वैट है, जबकि 2.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस भी लगता है। वहीं, डीजल पर मध्य प्रदेश सरकार 19% वैट और 1.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस वसूलती है। इसके मुकाबले राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04% वैट और 1,500 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जाता है। वहीं, डीजल पर 19.30% वैट और 1,750 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जा रहा है। सिर्फ महाराष्ट्र ही ऐसा राज्य है, जिसमें वैट मध्य प्रदेश और राजस्थान जितना वसूला जा रहा है। देश के अन्य राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर कम टैक्स वसूला जाता है।
विस्तार
केंद्र सरकार ने शनिवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत दी है। सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी पेट्रोल पर 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर कम कर दी गई है। इससे पेट्रोल की कीमतें 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएंगी। इस फैसले के बावजूद भी मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें सबसे ज्यादा रहने वाली हैं। जानते हैं ऐसा क्यों?
केंद्र के फैसले का राजस्थान पर क्या असर होगा?
राजस्थान की राजधानी जयपुर में पेट्रोल 118.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल 100.92 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था। नई दरों के अनुसार पेट्रोल 108 से 109 रुपये के बीच और डीजल 93-94 रुपये के बीच रहेगा। वहीं, अजमेर में पेट्रोल 107-108 और डीजल 93-94 रुपये प्रति लीटर होगा। बीकानेर में पेट्रोल 120.26 रुपये प्रति लीटर से घटकर 110-111 रुपये के बीच और डीजल 96-97 रुपये के बीच मिलेगा। वहीं, श्रीगंगानगर में पेट्रोल 122.41 रुपये प्रति लीटर से घटकर 112-113 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96-97 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। इस तरह श्रीगंगानगर में अब भी देश का सबसे महंगा पेट्रोल मिलेगा।
केंद्र के फैसले का मध्य प्रदेश पर क्या असर होगा?
केंद्र के फैसले से पहले तक मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल 118.14 रुपये और डीजल 101.16 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। नई दरों के लागू होने के बाद पेट्रोल 108-109 रुपये और डीजल 93-94 रुपये के बीच मिलेगा। इंदौर में पेट्रोल 118.18 रुपये से घटकर 108-109 रुपये और डीजल 93-94 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। ग्वालियर में पेट्रोल 118.04 रुपये प्रति लीटर से घटकर 108-109 रुपये प्रति लीटर और डीजल 101.06 रुपये प्रति लीटर से घटकर 93-94 रुपये के बीच मिलेगा।
क्यों महंगा है राजस्थान-मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल?
इन दोनों ही राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर देश में सबसे अधिक टैक्स वसूला जाता है। मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर 29% वैट है, जबकि 2.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस भी लगता है। वहीं, डीजल पर मध्य प्रदेश सरकार 19% वैट और 1.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस वसूलती है। इसके मुकाबले राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04% वैट और 1,500 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जाता है। वहीं, डीजल पर 19.30% वैट और 1,750 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जा रहा है। सिर्फ महाराष्ट्र ही ऐसा राज्य है, जिसमें वैट मध्य प्रदेश और राजस्थान जितना वसूला जा रहा है। देश के अन्य राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर कम टैक्स वसूला जाता है।