भारत का डेढ़ महीने का लंबा ऑस्ट्रेलियाई दौरा रोमांचक अंदाज में खत्म हो गया। वनडे सीरीज गंवाने के बाद भारतीय टीम टी-20 और फिर प्रतिष्ठित टेस्ट सीरीज भी अपने नाम की। हालांकि भारत के लिए टेस्ट सीरीज हर मायने में यादगार रही। टीम ने विपरीत परिस्थितियों में सभी चुनौतियों पर पार करते हुए तिरंगा लहराया। अपने नियमित कप्तान और अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया ने युवाओं के दम पर फतह हासिल की। इस दौरान भारत की तरफ से कुल पांच खिलाड़ियों ने टेस्ट डेब्यू किया, ऐसे में आइए एक नजर डालते हैं उन सभी के प्रदर्शन पर।
शुभमन गिल:
21 वर्षीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल को सीरीज के दूसरे ही मैच में डेब्यू करने का मौका मिला। 26 प्रथम श्रेणी मैचों के अनुभव वाले गिल को पृथ्वी शॉ की जगह पर टीम में जगह दी गई। गिल ने भी इसका बखूबी लाभ उठाया और कई शानदार पारियां खेली। उन्होंने तीन मैचों की छह पारियों में करीब 52 की औसत और 60 की स्ट्राइक रेट से 259 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने दो अर्धशतक भी लगाए।
मोहम्मद सिराज:
हैदराबाद के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को मोहम्मद शमी के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किया गया। उन्हें भी दूसरे ही मैच में डेब्यू का मौका मिला। 41 प्रथम श्रेणी मैचों के अनुभव वाले सिराज ने शानदार आगाज किया और पहले ही मैच में पांच विकेट चटकाए। इसके बाद उन्होंने आखिरी टेस्ट में एक पारी में पांच विकेट समेत कुल छह विकेट लिए. सिराज ने पूरी सीरीज में तीन मैचों में 29 की औसत से 13 विकेट चटकाए।
नवदीप सैनी:
हरियाणा के 28 वर्षीय तेज गेंदबाज को उमेश यादव के चोटिल होने पर सिडनी टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला। उन्होंने इस मैच में कुल चार विकेट निकाले। हालांकि 48 प्रथम श्रेणी मैचों के अनुभव वाले सैनी इसके बाद कुछ खास नहीं कर पाए और आखिरी टेस्ट में बिना विकेट के रहे। उन्होंने दो मैचों की चार पारियों में सिर्फ चार विकेट ही निकाले और उनकी इकॉनमी भी चार से ऊपर की रही।
वाशिंगटन सुंदर:
ऑस्ट्रेलिया में नेट गेंदबाज के रूप में टीम से जुड़ने वाले वाशिंगटन सुंदर को आखिरी टेस्ट में डेब्यू का मौका दिया गया। तमिलनाडु के इस 21 वर्षीय गेंदबाजी ऑलराउंडर ने पहले तो गेंदबाजी में तीन विकेट चटकाए और फिर पहली ही पारी में 62 रन बनाए और शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 123 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। सुंदर ने यहां सिर्फ एक मैच ही खेला और उसमें दो पारियों में 84 रन बनाए और गेंदबाजी में भी चार विकेट झटके।