राजस्थान के बाड़मेर में शुक्रवार 27 जनवरी को ऐसी शाही शादी हुई, जिसके पूरे देश में चर्चे हैं। पाली से कांग्रेस पार्टी के पूर्व लोकसभा सांसद रहे बद्रीराम जाखड़ के पोते रामप्रकाश जाखड़ की रॉयल वेडिंग बाड़मेर के बूढातला गांव के NRI बिजनेसमैन नवल किशोर गोदारा की बेटी रितु गोदारा से हुई है। NRI बिजनेसमैन नवल किशोर गोदारा ने अपनी लाड़ली बेटी की शादी को भव्य बनाने के लिए बूढ़ातला में स्कॉटलैंड किला थीम पर पांडाल सजाया और बारातियों के ठहरने के लिए 200 टैंटों का पूरा गांव बसाया। सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए जयपुर से 200 सुरक्षा गार्ड भी शादी में लगवाए गए।
10 हजार मेहमानों वाली शाही शादी में लग्जरी सुविधाएं रहीं
करीब 10 हजार मेहमानों वाली इस शाही शादी में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी सहित कई सांसद, विधायक और देश-विदेश से कई मेहमान, बिजनेसमैन पहुंचे। जानकारी के मुताबिक पूरा सेटअप जैसलमेर से मंगवाया गया। इसमें रूम हीटर, हॉट वाटर सिस्टम और लग्जरी सेटअप लगवाया गया। कुल साढ़े 5 लाख स्क्वॉयर फीट में शादी समारोह हुआ।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, मंत्री सालेह मोहम्मद, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत हुए शामिल
इस रॉयल वेडिंग में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, राजस्थान के मंत्री हेमाराम चौधरी, मंत्री सालेह मोहम्मद, RCA अध्यक्ष वैभव गहलोत, शिव विधायक अमीन खान, बायतु विधायक हरीश चौधरी, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह, पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी सहित कई राजनेता, बिजनेसमैन शामिल हुए।
दो दिन चले फंक्शन, स्कॉटलैंड किले की थीम पर शादी का पांडाल
शादी की डेकोरेशन का पूरा काम एनआरआई बिजनेसमैन नवल किशोर गोदारा ने जोधपुर के महेंद्र सिंघवी को सौंपा था। सिंघवी ने मीडिया को बताया-26 और 27 जनवरी को शादी का फंक्शन हुआ। मेन शादी का पांडाल स्कॉटलैंड किले की तरह बनाया गया। मेहमानों और बारातियों के रहने के लिए 200 टैंट लगाए गए । टोटल एरिया साढ़े 5 लाख स्क्वायर फीट का था। जिसमें टैंट, संगीत समारोह का पांडाल, शादी का पांडाल, सभा के लिए अलग पांडाल और बारातियों के खाने के लिए अलग से पांडाल बनाकर व्यवस्था की गई। 20 दिसम्बर से शादी के वेन्यू पर तैयारियां जारी थीं, इस दौरान पूरा गांव जैसे एकदम नया सेटअप लगाया गया।
पूरे गांव का हुआ कायाकल्प
करोड़ों रुपए के खर्चे वाली इस रॉयल वेडिंग के लिए पूरे गांव का ही कायाकल्प किया गया। नई सड़कें बनाने से लेकर हजारों की संख्या में पेड़-पौधे भी यहां लगाए गए। रेगिस्तान के धोरों में शादी में शामिल होने आए देसी-विदेशी मेहमान भी चौंके बिना नहीं रहे। शादी का पांडाल सजाने के लिए ही 300 तक कारीगर लगे। गांव में रिजॉर्ट भी बनाया गया। मेहमानों के लिए वीआईपी मेहमानों के लिए हेलीपैड तैयार किया गया। भारत के अलग-अलग शहरों से सजावटी चीजें मंगाई गईं।