मध्यप्रदेश में बाढ़ का कहर जारी है, राज्य की तमाम बड़ी नदियां ऊफान पर हैं। बाढ़ की चपेट में आकर अभी तक 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश के कारण लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। मुसीबत ये है कि अगले 24 घंटे में और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मध्यप्रदेश के जबलपुर में नर्मदा नदी भी पूरे उफान पर है। नर्मदा के भेड़ा घाट के झरने पर जमा भीड़।
राज्य में पिछले छह दिनों से जारी बारिश ने हर तरफ तबाही मचा दी है। भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है जिससे कई जिलों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। खासकर सिहोर, उज्जैन, विदिशा, मंदसौर जिलों में तीन लाख से ज्यादा लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। उज्जैन के रामघाट पर शिप्रा नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर ने मंदिरों को डुबो दिया है।
प्रशासन की सूचना के अनुसार लगातार बारिश के कारण 25 हजार से ज्यादा घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि 18 हजार से ज्यादा घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जारी सूचना के अनुसार अभी तक बाढ़ में फंसे 7500 से ज्यादा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। इनमें से 1450 लोगों को तो पिछले 24 घंटे में ही निकाला गया है।
बाढ़ से प्रभावित कई इलाकों में तो राहत पहुंचाने के लिए सेना भी बुलानी पड़ गई है। उज्जैन में तो बाढ़ के कारण काफी संख्या में मंदिर पानी में आधे तक डूब गए हैं। प्रदेश सरकार बचाव राहत कार्यों में एनडीआरएफ की मदद भी ले रही है।