Web Series Review: ब्लैक विडोज
कलाकार: शरद केलकर, परमब्रत चट्टोपाध्याय, श्रुति व्यास, आमिर अली, शमिता शेट्टी, स्वास्तिका मुखर्जी और मोना सिंह आदि।
निर्देशक: बिरसा दासगुप्ता
ओटीटी: ZEE5
रेटिंग: ****
सिनेमा और टेलीविजन का फर्क बस लार्जर दैन लाइफ का ही होता है। इधर, कुछ वेब सीरीज ने इन दोनों के फासले को पाटा है। खास तौर से अगर वेब सीरीज ‘ब्लैक विडोज’ जैसी हो। फिनलैंड की एक चर्चित वेबसीरीज ‘मुस्टट लेस्केट’ के इस हिंदी रूपांतरण से भारतीय ओटीटी मनोरंजन चार कदम आगे न सही कम से कम तीन कदम तो आगे जरूर बढ़ा है। सीरीज के केंद्र में शुरू से आखिर तक बरकरार तीनों महिला किरदार समाज की वो हकीकत बयां करती हैं, जिनके बारे में अक्सर बात की ही नहीं जाती। किसी रईस से शादी कर जिंदगी में सैटल हो जाने का ख्वाब देखने वाली युवतियां जब सपनों की दुनिया उतनी हसीन नहीं पाती हैं तो क्या करती हैं? वेब सीरीज ‘ब्लैक विडोज’ इसी की परतें खोलती है। इसमें रहस्य और रोमांच कहानी का मुख्य केंद्रबिंदु नहीं है। यहां कहानी के किरदार खुद पर हंसते हैं। खुद को कोसते हैं और दर्शकों को उनसे न तो हमदर्दी हो पाती है और न ही नफरत। यही असल स्याह कॉमेडी है।
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कलाकार: शरद केलकर, परमब्रत चट्टोपाध्याय, श्रुति व्यास, आमिर अली, शमिता शेट्टी, स्वास्तिका मुखर्जी और मोना सिंह आदि।
निर्देशक: बिरसा दासगुप्ता
ओटीटी: ZEE5
रेटिंग: ****
सिनेमा और टेलीविजन का फर्क बस लार्जर दैन लाइफ का ही होता है। इधर, कुछ वेब सीरीज ने इन दोनों के फासले को पाटा है। खास तौर से अगर वेब सीरीज ‘ब्लैक विडोज’ जैसी हो। फिनलैंड की एक चर्चित वेबसीरीज ‘मुस्टट लेस्केट’ के इस हिंदी रूपांतरण से भारतीय ओटीटी मनोरंजन चार कदम आगे न सही कम से कम तीन कदम तो आगे जरूर बढ़ा है। सीरीज के केंद्र में शुरू से आखिर तक बरकरार तीनों महिला किरदार समाज की वो हकीकत बयां करती हैं, जिनके बारे में अक्सर बात की ही नहीं जाती। किसी रईस से शादी कर जिंदगी में सैटल हो जाने का ख्वाब देखने वाली युवतियां जब सपनों की दुनिया उतनी हसीन नहीं पाती हैं तो क्या करती हैं? वेब सीरीज ‘ब्लैक विडोज’ इसी की परतें खोलती है। इसमें रहस्य और रोमांच कहानी का मुख्य केंद्रबिंदु नहीं है। यहां कहानी के किरदार खुद पर हंसते हैं। खुद को कोसते हैं और दर्शकों को उनसे न तो हमदर्दी हो पाती है और न ही नफरत। यही असल स्याह कॉमेडी है।