आठ पुलिस वालों की हत्या करने वाले पांच लाख का इनामी विकास दुबे एनकाउंटर में ढेर हो गया है। एसटीएफ टीम गाड़ी से उसे कानपुर ले जा रही थी। इस दौरान गाड़ी पलट गई। उसने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया है। विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन मंदिर में करीब नौ बजे गिरफ्तार किया गया था। चलिए आपको उन फिल्मों के बारे में बताते हैं जो एनकाउंटर और गैंगस्टर के जीवन पर आधारित हैं।
बाटला हाउस
फिल्म दिल्ली के बाटला हाउस एनकाउंटर पर आधारित है। एनकाउंटर 19 सितंबर 2008 को हुआ था। जिसमें दो संदिग्ध आतंकियों की मुठभेड़ हुई। इस एनकाउंटर को फिल्म में बखूबी तरीके से दिखाया है। इस फिल्म में जॉन के साथ मृणाल ठाकुर नजर आईं थीं। फिल्म रितेश शाह ने लिखी है, जबकि निर्देशन निखिल का ही है।
वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई
अजय देवगन और इमरान हाशमी स्टारर फिल्म 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई' भी सिनेमा की बेहतरीन गैंगस्टर फिल्मों में शुमार है। फिल्म में 'सुल्तान मिर्जा' बने अजय देवगन के डायलॉग्स तो आज भी याद किए जाते हैं। 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई' में कंगना रनौत भी मुख्य किरदार में नजर आई थीं।
वास्तव
संजय दत्त की सुपरहिट फिल्म 'वास्तव' भी बेहतरीन गैंगस्टर फिल्म रही है। फिल्म की टैगलाइन 'द रिएलिटी' का अर्थ मुंबई के अंडरवर्ल्ड के जीवन की कड़वी सच्चाईयों से था। ऐसा माना गया कि यह फिल्म मुंबई के अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर छोटा राजन के जीवन पर आधारित है। फिल्म में संजय दत्त के अपोजिट नम्रता शिरोडकर थीं। फिल्म के साथ ही साथ फिल्म के डायलॉग्स भी सुपरहिट साबित हुए थे।
शूटआउट एट वडाला
शूटआउट एट वडाला गैंगस्टर मान्या सुर्वे की कहानी है। ये पुलिस के द्वारा पहली बार किए गए किसी गैंगस्टर के एनकाउंटर पर आधारित है। फिल्म में मान्या सुर्वे का किरदार जॉन अब्राहम ने निभाया है। जॉन के अलावा फिल्म में अनिल कपूर, सोनू सूद, मनोज बाजपेयी मुख्य किरदार में थे। याद दिला दें कि इससे पहले फिल्म का एक पार्ट 'शूटआउट एट लोखंडवाला' भी बना था। अपूर्व लखिया निर्देशित ये फिल्म 1991 के लोखंडवाला शूटआउट कांड से इन्स्पायर्ड बताई जाती है। फिल्म माया डोलस के ऊपर बनाई गई थी। जिसमें मुख्य किरदार विवेक ओबेरॉय ने निभाया था। वहीं खाकी वर्दी में संजय दत्त नजर आए थे।