डेविड धवन के निर्देशन में बनी फिल्म 'कुली नंबर 1' अब थिएटरों में रिलीज नहीं हो पाएगी। सूत्र बताते हैं कि उनके बेटे वरुण धवन और पटौदी के नवाब सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान की इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म को इसके निर्माता वाशू भगनानी ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बेच दिया है। कोई निर्माता अपनी फिल्म थिएटर में दिखाए या ओटीटी पर रिलीज करे, इसमें उसके अलावा किसी दूसरे की मर्जी तो नहीं चलती लेकिन जो खबरें सामने आ रही हैं, उसके हिसाब से वाशू ने ये सौदा मजबूरी में किया है। कभी प्रोड्यूसर नंबर वन कहलाने वाले वाशू ने ऐसा क्यों किया, आइए विस्तार से आपको समझाते हैं।
अक्षय कुमार का बड़ा मन रहा है लंदन जाकर अपनी पीरियड ड्रामा फिल्म 'बेलबॉटम' की शूटिंग करने का। वाशू भगनानी के लिए ये मौका नसीब से आया है। वह मुंबई रीयल इस्टेट के बड़े सौदागर हैं। बेटी उनकी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलास राव देशमुख के बेटे को ब्याही है। केंद्र में नई सरकार बनने के बाद से महाराष्ट्र के एक बड़े नेता उनके काफी करीबी भी रहे हैं। इस बीच पिछले महीने ही प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई के एक बड़े नेता और सात अन्य लोगों के खिलाफ बैंक ऑफ इंडिया धोखाधड़ी मामले में जांच शुरू की है। इस नेता के खिलाफ सीबीआई पहले ही मामला दर्ज कर चुकी है।
वाशू भगनानी इससे पहले कानपुर के एक व्यापारी से भी अपनी फिल्मों के लिए मदद पाते रहे हैं। लेकिन इस बार उनकी फिल्म 'बेलबॉटम' में पैसे लगाने के लिए कोई बड़ा नाम सामने नहीं आया तो उन्हें खुद ही फिल्म के लंदन शेड्यूल के लिए फंडिंग का इंतजाम करना पड़ा। 145 लोगों को लेकर उड़ा चार्टर्ड प्लेन और स्कॉटलैंड जैसी जगहों पर 14 दिन बिना किसी काम धाम के बिताने में मोटा खर्चा तो होना लाजमी है। इस खर्चे की वजह से तो कई फिल्मों और वेब सीरीजों की विदेश में होने वाली शूटिंग फिलहाल के लिए रुकी हुई है। अब कुछ ही दिन पहले 'बेलबॉटम' की शूटिंग तो शुरू हो चुकी है लेकिन उसे जारी रखने के लिए अब निर्माताओं को पैसे की जरूरत है।
इंडस्ट्री के दिग्गज बताते हैं कि वाशू भगनानी को इसी मजबूरी में अपनी फिल्म 'कुली नंबर 1' को ओटीटी के हवाले करना पड़ा है। हालांकि, उन्होंने कई ऑनलाइन मीटिंग करके देश के सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स के मालिकों से अपनी फिल्म 'कुली नंबर 1' के लिए एडवांस में पैसे देने की गुजारिश की थी। लेकिन, कोई भी तैयार नहीं हुआ। दरअसल, उनका भी कहना है कि पूरे लॉकडाउन भर उनके सिनेमाघर लगातार बंद रहे हैं और कमाई एक पैसे भी नहीं हुई है। ऐसे में सभी लोग आर्थिक दिक्कतों से गुजर रहे हैं। इसलिए वह कोई भी मोटी रकम देने में असमर्थ हैं।
वाशू ने मल्टीप्लेक्स मालिकों के सामने एक और शर्त रखी थी। वह चाहते थे कि अभी के लिए वह फिल्म के ओटीटी और सैटेलाइट अधिकार बेच देते हैं। और फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज तक इस शर्त पर रोक लेते हैं कि सिनेमाघर मालिक इस फिल्म को थिएटर रिलीज के चार हफ्ते बाद ओटीटी और टीवी पर आने देंगे। अभी के हिसाब से ये समय सीमा आठ हफ्ते हैं। इस शर्त पर भी कोई थिएटर चेन तैयार नहीं हुई। जब कहीं बात नहीं बनी तो अब यह फिल्म ओटीटी पर ही रिलीज हो रही है।