बॉलीवुड में एक्ट्रेस के लिए आइडल बन चुकीं दुर्गा खोटे का आज 113वां जन्मदिन है । दुर्गा खोटे बॉलीवुड की उन हस्तियों में से एक हैं जिन्होंने हिन्दी सिनेमा में महिलाओ के लिए नए आयाम बनाए। वो दौर था जब बॉलीवुड में एक्ट्रेस का कोई स्थान नहीं था। महिलाओं का किरदार भी पुरुष ही निभाया करते थे । ऐसे दौर में दुर्गा खोटे ने फिल्मों में एंट्री की और हीरोइन के तौर पर अपनी पहचान बनाई ।
दुर्गा का जन्म 14 जनवरी 1905 को मुंबई में हुआ था । जब दुर्गा ने बॉलीवुड में आने का फैसला लिया तो इस महिलाओं के लिए एक घृणित काम माना जाता था । दुर्गा खोटे एक प्रतिष्ठित परिवार से थीं । ऐसे में उनके इस फैसले से बॉलीवुड में हड़कंप मच गया था । फिल्मों में आने के लिए दुर्गा को कई तरह की बातें सुननी पड़ीं लेकिन वो अपने इरादे की पक्की निकलीं ।
18 साल की उम्र में ही दुर्गा की शादी एक बेहद अमीर खानदान में कर दी गई थी। दुर्गा के पति का नाम विश्वनाथ खोटे था । दोनों का विवाहित जीवन बहुत अच्छा चल रहा था । दोनों के दो बेटे भी हुए । विश्वनाथ मैकेनिकल इंजीनियर थे। जब दुर्गा 20 साल की हुई ही थीं कि उनके पति का निधन हो गया । इसके बाद उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ा ।
दुर्गा अपने बेटों के साथ ससुराल में रहती थीं लेकिन कुछ समय बाद दुर्गा को लगने लगा कि उन्हें खुद ही कुछ काम करने की जरूरत है । दुर्गा पढ़ी-लिखी थीं । दुर्गा ने पैसे कमाने के लिए सबसे पहले ट्यूशन का सहारा लिया । फिर एक दिन उन्हें फिल्म ‘फरेबी जाल’ में काम करने का प्रस्ताव मिला ।
ये वो दौर था जब बोलती फिल्मों की शुरुआत हुई । पैसे की मजबूरी के चलते दुर्गा ने रोल स्वीकार किया । फिल्म में दुर्गा का रोल महज़ दस मिनट का था, जिसके कारण उन्हें फिल्म की कहानी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी । फिल्म रिलीज हुई तो खराब कंटेंट की वजह से दुर्गा को सामाजिक आलोचना का सामना करना पड़ा ।