आगामी 4 फरवरी को भोले का पर्व महाशिवरात्रि मनाया जाएगा। पंडित रमेश सेमवाल के मुताबिक इस बार की महाशिवरात्रि सोमवार के दिन पड़ने से और भी खास है। प्रयागराज में चल रहे कुंभ में भी इसी दिन आखिरी शाही स्नान होगा।
पंडित रमेश सेमवाल ने बताया कि मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिवजी शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। इसलिए महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की खास पूजा की जाती है।
वहीं एक और मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी। इस लिए यह पर्व मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त:
शुभ मुहूर्त शुरु - 4 मार्च 2019 शाम 04:28
शुभ मुहूर्त समाप्त - 5 मार्च 2019 सुबह 07:07
पंडित रमेश सेमवाल ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ की पूजा करते समय इन चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए। शिवलिंग के अभिषेक के लिए शहद मिला हुआ दूध या पानी। अभिषेक के बाद शिवलिंग पर सिंदूर लगाएं। धूप और दीपक जलाएं। बेल और पान के पत्ते चढ़ाएं। अनाज और फल चढ़ाएं। इसके बाद ‘ओम नम: शिवाय' का जाप करें।