टैक्सी सर्विस और फूड डिलीवरी कंपनियां एप आधारित कैब सर्विस कंपनी Uber (उबर) की राह पर चल रही हैं। उबर ने एलान किया है कि कोरोनोवायरस से पीड़ित होने पर वह अपने ड्राइवरों को मुआवजा देगी। उबर ने शनिवार को घोषणा की थी कि जो ड्राइवरों ऐसे कागजात दिखे हैं कि वे COVID-19/कोरोनावायरस से पीड़ित हैं या उन्हें स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा पृथक वार्ड में रखा गया है, उन्हें "14 दिनों तक की अवधि तक के लिए मुआवजा मिलेगा।"
उबर के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "यह पहले से ही कुछ बाजारों में लागू कर दिया गया है, और हम इसे दुनिया भर में लागू करने के लिए काम कर रहे हैं।" राइड्स और प्लेटफॉर्म के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने कहा, "हमारा मानना है कि यह करना बिल्कुल सही काम है।"
इसके अलावा अन्य टैक्सी शेयर और डिलीवरी कंपनियों ने संकेत दिया है कि वे भी ऐसा ही कदम उठा सकती हैं। यह निर्णय ऐसे संगठनों के लिए एक बदलाव, जो अक्सर ये कहती हैं कि उनके ड्राइवर फुल टाइम (पूर्णकालिक) कर्मचारी नहीं हैं और इसलिए वे कुछ सामाजिक सुरक्षा पर दावा नहीं कर सकते हैं।
भारत में सोमवार को कोरोनावायरस के चार नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की कुल संख्या 43 पर पहुंच गई है। कोरोनावायरस की जांच के संबंध में लिए गए कुल 3,003 नमूनों में से 43 की जांच पॉजिटिव पाई गई जबकि 2,694 निगेटिव निकले है। दुनियाभर में अभी तक एक लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से प्रभावित हैं और 3300 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। अन्य देशों की बात करें तो चीन के बाद अब इटली में हालात बेकाबू होते दिखाई दे रहे हैं। चीन में इस बीमारी से 80,700 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। वहीं भारत की बात करें तो स्थिति इसलिए भी गंभीर मानी जा रही है क्योंकि यहां साफ-सफाई को लेकर जागरूकता कम है। संक्रमण का खतरा हर जगह बना हुआ है। ऐसे में अगर आप ओला-ऊबर जैसी टैक्सी सर्विस का इस्तेमाल करते हैं तो इस दौरान आपको ये सावधानियां बरतनी चाहिए।
संपर्क से फैलता है वायरस
देशभर में हजारों कामकाजी लोग रोजाना टैक्सी के तौर पर ओला-ऊबर का इस्तेमाल करते हैं। वहीं कोरोनावायरस शारीरिक संपर्क (हाथ मिलाने, गले मिलने जैसे क्रियाकलाप) बिना मुंह ढके छींकने, खांसने, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहने पर यह वायरस फैलता है।