आय से अधिक सम्पत्ति मामले में गिरफ्तार एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री
छगन भुजबल ने कहा है कि वो निर्दोष हैं और भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं, जिससे उनका फैसला हो सके। सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव का मतदान देने विधान भवन पहुंचे भुजबल ने कहा कि वह कई बीमारियों से पीड़ित हैं, लेकिन जब वह बाहर आएंगे, तो सच भी सामने आ जाएगा।
भुजबल करीब 12 बजकर 15 मिनट पर विधान भवन पहुंचे और लगभग 2 घंटे के बाद वो मुंबई की आर्थर रोड जेल के लिए रवाना हो गए।एनसीपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि छगन पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार की मदद करना चाहते हैं।
वहीं,
भुजबल ने विधान परिषद के अध्यक्ष रामराजे नायक निंबालकर के कार्यालय में दोपहर का भोजन किया। उस वक्त उन्होंने कहा कि मैं निर्दोष हूं। मैं मनी लॉन्डरिंग केस में नामित कंपनियों में कभी शेयरधारक नहीं था। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि मैं जेल से बाहर आ जाता हूं, तो मुझे मेरी बेगुनाही साबित करने में केवल कुछ ही दिन लगेंगे।
बता दें कि भुजबल आय से अधिक सम्पत्ति, मनी लॉन्डरिंग और महाराष्ट्र सदन केस के मामले में पिछले साल मार्च, 2016 में गिरफ्तारी हुई थी और तब से जेल में हैं। राष्ट्रपति चुनावों में उन्हें वोट डालने के लिए कोर्ट ने छूट दी थी।
आय से अधिक सम्पत्ति मामले में गिरफ्तार एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री
छगन भुजबल ने कहा है कि वो निर्दोष हैं और भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं, जिससे उनका फैसला हो सके। सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव का मतदान देने विधान भवन पहुंचे भुजबल ने कहा कि वह कई बीमारियों से पीड़ित हैं, लेकिन जब वह बाहर आएंगे, तो सच भी सामने आ जाएगा।
भुजबल करीब 12 बजकर 15 मिनट पर विधान भवन पहुंचे और लगभग 2 घंटे के बाद वो मुंबई की आर्थर रोड जेल के लिए रवाना हो गए।एनसीपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि छगन पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार की मदद करना चाहते हैं।
वहीं,
भुजबल ने विधान परिषद के अध्यक्ष रामराजे नायक निंबालकर के कार्यालय में दोपहर का भोजन किया। उस वक्त उन्होंने कहा कि मैं निर्दोष हूं। मैं मनी लॉन्डरिंग केस में नामित कंपनियों में कभी शेयरधारक नहीं था। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि मैं जेल से बाहर आ जाता हूं, तो मुझे मेरी बेगुनाही साबित करने में केवल कुछ ही दिन लगेंगे।
बता दें कि भुजबल आय से अधिक सम्पत्ति, मनी लॉन्डरिंग और महाराष्ट्र सदन केस के मामले में पिछले साल मार्च, 2016 में गिरफ्तारी हुई थी और तब से जेल में हैं। राष्ट्रपति चुनावों में उन्हें वोट डालने के लिए कोर्ट ने छूट दी थी।