डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Harendra Chaudhary
Updated Wed, 01 Dec 2021 06:31 PM IST
कोरोना काल के दौरान लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए बंद किए गए सभी संस्थान खुल चुके हैं। बाजार, मॉल, सिनेमा हॉल से लेकर संसद तक में कार्यवाही शुरू हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी देश के जामिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ जैसे विश्वविद्यालय अभी तक बंद पड़े हुए हैं। बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने बुधवार को संसद में इस पर सवाल उठाया और सरकार से यह जानने की कोशिश की कि इन शैक्षणिक संस्थानों को अब तक बंद क्यों रखा गया है?
अमरोहा से सांसद कुंवर दानिश अली ने शून्यकाल के दौरान प्रश्न उठाते हुए कहा कि देश के शैक्षणिक संस्थान राष्ट्र को गति और दिशा देने के पवित्र स्थल होते हैं। इन स्थलों पर राष्ट्रीय महत्त्व के मुद्दों पर विमर्श होता है और उनकी दिशा तय होती है। लेकिन अब कोरोना काल की सारी पाबंदी हट जाने के बाद भी अभी तक जामिया अलीगढ़ जैसे शिक्षण संस्थान बंद पड़े हुए हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि इन संस्थाओं को अब तक बंद क्यों रखा गया है?
दानिश अली ने छात्र नेताओं शरजील इमाम और उमर खालिद की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इन छात्र नेताओं को अकारण लंबे समय से जेलों में बंद रखा गया है। उन पर फर्जी आधार पर यूएपीए जैसी संगीन धाराएं लगाई गई हैं। उन्होंने इन छात्र नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग भी की।
विस्तार
कोरोना काल के दौरान लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए बंद किए गए सभी संस्थान खुल चुके हैं। बाजार, मॉल, सिनेमा हॉल से लेकर संसद तक में कार्यवाही शुरू हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी देश के जामिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ जैसे विश्वविद्यालय अभी तक बंद पड़े हुए हैं। बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने बुधवार को संसद में इस पर सवाल उठाया और सरकार से यह जानने की कोशिश की कि इन शैक्षणिक संस्थानों को अब तक बंद क्यों रखा गया है?
अमरोहा से सांसद कुंवर दानिश अली ने शून्यकाल के दौरान प्रश्न उठाते हुए कहा कि देश के शैक्षणिक संस्थान राष्ट्र को गति और दिशा देने के पवित्र स्थल होते हैं। इन स्थलों पर राष्ट्रीय महत्त्व के मुद्दों पर विमर्श होता है और उनकी दिशा तय होती है। लेकिन अब कोरोना काल की सारी पाबंदी हट जाने के बाद भी अभी तक जामिया अलीगढ़ जैसे शिक्षण संस्थान बंद पड़े हुए हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि इन संस्थाओं को अब तक बंद क्यों रखा गया है?
दानिश अली ने छात्र नेताओं शरजील इमाम और उमर खालिद की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इन छात्र नेताओं को अकारण लंबे समय से जेलों में बंद रखा गया है। उन पर फर्जी आधार पर यूएपीए जैसी संगीन धाराएं लगाई गई हैं। उन्होंने इन छात्र नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग भी की।