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एयर इंडिया की फ्लाइट छूट जाने पर दुखी दो भारतीय कुछ ही घंटों बाद इसके लिए भगवान को शुक्रिया अदा करने लगे। जिस विमान में वे सवार नहीं हो सके वह कोझिकोड एयरपोर्ट पर दुर्घटना का शिकार हो गया और उसमें सवार 18 लोग मारे गए।
शारजाह के एक स्कूल में ऑफिस ब्वॉय का काम करने वाले नोफाल मोइन वेट्टन ने कहा, एक हफ्ते पहले मेरा वीजा रद्द हो गया था। मुझे मेरा बोर्डिंग पास मिल गया था, लेकिन जब मैं आव्रजन काउंटर पर पहुंचा तो उन्होंने बताया कि मुझे तय समय से अधिक वक्त तक रुकने के कारण 20,430 रुपये अदा करने होंगे।
मेरे पास सिर्फ 10,215 रुपये ही थे। मैंने अपने स्कूल के पीआरओ को फोन किया तो उन्होंने मुझे लौटने को कहा और मैं वापस चला गया। तीन घंटे बाद जब मुझे दुर्घटना के बारे में पता चला तो यात्रियों के लिए मुझे बहुत दुख हुआ। लेकिन इस बात से बड़ी राहत मिली कि मेरा विमान छूट गया।
अबु धाबी के रहने वाले अफसल पर्राकोडन ने कहा, हफ्ते भर पहले मेरा कामकाजी वीजा खत्म हो गया था। बोर्डिंग पास मिलने के बाद बताया गया कि मुझे आव्रजन काउंटर पर 20,430 रुपये अदा करने होंगे, लेकिन तब मेरे पास पर्याप्त राशि नहीं थी।
मैंने अपने एक दोस्त को फोन किया और वह मेरे लिए पैसे ले आया। लेकिन तब तक मेरा सामान विमान से उतार दिया गया था और विमान के दरवाजे बंद हो चुके थे। मैं बहुत दुखी था और मां को फोन कर बताया कि मेरा विमान छूट गया है। लेकिन कुछ घंटे बाद विमान दुर्घटना के बारे में पता चला।
एयर इंडिया की फ्लाइट छूट जाने पर दुखी दो भारतीय कुछ ही घंटों बाद इसके लिए भगवान को शुक्रिया अदा करने लगे। जिस विमान में वे सवार नहीं हो सके वह कोझिकोड एयरपोर्ट पर दुर्घटना का शिकार हो गया और उसमें सवार 18 लोग मारे गए।
शारजाह के एक स्कूल में ऑफिस ब्वॉय का काम करने वाले नोफाल मोइन वेट्टन ने कहा, एक हफ्ते पहले मेरा वीजा रद्द हो गया था। मुझे मेरा बोर्डिंग पास मिल गया था, लेकिन जब मैं आव्रजन काउंटर पर पहुंचा तो उन्होंने बताया कि मुझे तय समय से अधिक वक्त तक रुकने के कारण 20,430 रुपये अदा करने होंगे।
मेरे पास सिर्फ 10,215 रुपये ही थे। मैंने अपने स्कूल के पीआरओ को फोन किया तो उन्होंने मुझे लौटने को कहा और मैं वापस चला गया। तीन घंटे बाद जब मुझे दुर्घटना के बारे में पता चला तो यात्रियों के लिए मुझे बहुत दुख हुआ। लेकिन इस बात से बड़ी राहत मिली कि मेरा विमान छूट गया।
अबु धाबी के रहने वाले अफसल पर्राकोडन ने कहा, हफ्ते भर पहले मेरा कामकाजी वीजा खत्म हो गया था। बोर्डिंग पास मिलने के बाद बताया गया कि मुझे आव्रजन काउंटर पर 20,430 रुपये अदा करने होंगे, लेकिन तब मेरे पास पर्याप्त राशि नहीं थी।
मैंने अपने एक दोस्त को फोन किया और वह मेरे लिए पैसे ले आया। लेकिन तब तक मेरा सामान विमान से उतार दिया गया था और विमान के दरवाजे बंद हो चुके थे। मैं बहुत दुखी था और मां को फोन कर बताया कि मेरा विमान छूट गया है। लेकिन कुछ घंटे बाद विमान दुर्घटना के बारे में पता चला।