अगले साल सात दिनों में वर्ष 2021 अलविदा कहने जा रहा है। शिक्षा केलिए आने वाला साल 2020 नई उम्मीदों से भरा होगा। जहां दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक के दाखिले के लिए कट ऑफ सिस्टम को बॉय-बाय कर दाखिले प्रवेश परीक्षा से होंगे। प्रवेश परीक्षा आयोजित होने से सभी राज्यों के छात्रों को डीयू में दाखिले का उचित अवसर मिल सकेगा। वहीं अगले साल से डीयू में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चार साल केस्नातक कोर्सेज की पढ़ाई शुरु होगी। इसकेतहत पहले साल में सर्टिफिकेट के साथ, दूसरे साल में डिप्लोमा, तीसरे साल में ऑनर्स डिग्री के साथ कोर्स छोडने का विकल्प मिलेगा।
चार साल की पढ़ाई पूरा करने के बाद ऑनर्स विद रिसर्च मिलेगी। पाठ्यक्रमों के नाम भी बदल जाएंगे। बैचलर ऑफ आट्र्स(ऑनर्स), बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स), और बैचलर ऑफ कॉमर्स (ऑनर्स) केपाठ्यक्रम में शोध को भी जोड़ा गया है। वहीं अगले वर्ष डीयू अपने स्थापना के सौ साल पूरे करेगा। तकनीकी विश्वविद्यालयों को नए कैंपस मिलेंगे और दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय में नए शॉर्ट टर्म कोर्सेज होंगे शुरु।
दिल्ली को नए साल में नए तरीके का वर्चुअल स्कूल मिलने की भी उम्मीद है। इसका लाभ लेने के लिए देश के किसी भी हिस्से में रहने वाले विद्यार्थी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। वर्चुअल स्कूल की कोई इमारत नहीं होगी और ना ही कोई चार दीवारी होगी। लेकिन इस ऑनलाइन स्कूल में बच्चे भी होंगे और अध्यापक भी। सीबीएसई की दसवीं-बारहवीं के सत्र-2 की फाइनल परीक्षाएं पचास फीसदी पाठ्यक्रम केसाथ होंगी। स्कूल और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले बदलावों पर रश्मि शर्मा की रिपोर्ट
2021 की उपलब्धियां
- दिल्ली के अपने शिक्षा बोर्ड का गठन, शुरुआत में बीस स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस को इससे जोड़ा गया।
- सरकारी स्कूलों के बच्चों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा देने के लिए दिल्ली सरकार ने इंटरनेशनल बेकालॉरेट बोर्ड(आईबी) बोर्ड के साथ करार किया है। आईबी के साथ दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन से संबद्ध 30 सरकारी स्कूलों को जोड़ा गया।
- स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम व एन्त्राप्रिन्योर और माइडसेंट पाठ्यक्रम को शुरु किया गया। स्कूल में ही बच्चों को उद्यमी बनाने के लिए बिजनेस ब्लास्टर प्रोग्राम शुरू किया गया। इसकेतहत दो हजार की सीड मनी से अपने प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा हजारों कमा रहे छात्र।
- दिल्ली को पहला कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय की सौगात मिली। 6 हजार से अधिक सीटों केसाथ करियर के मिले नए विकल्प।
- डीयू में शिक्षकों के लंबे समय से अटके प्रमोशन शुरु हुए।
- डीयू ने 2012 से वर्ष 2021 तक की अंकतालिका को ऑनलाइन उपलब्ध कराया।
- डीयू में विद्या विस्तार स्कीम शुरु हुई। इस योजना के तहत डीयू केकॉलेज व विभाग देश के सुदूर पिछड़े इलाकों के सुविधाहीन कॉलेजों की हर प्रकार की मदद कर रहे।
साल 2022 में दिखेंगे कई बदलाव
- डीयू में स्नातक स्तर के दाखिले कट ऑफ से नहीं प्र।ेश परीक्षा से होंगे। डीयू स्वयं परीक्षा आयोजित करेगा या फिर सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेस टेस्ट से दाखिले होंगे, इस पर फैसला बाकी है। इससे कट ऑफ सिस्टम से दाखिले बंद होंगे। सभी राज्यों केछात्रों को दाखिले के समान अवसर मिल सकेंगे।
- डीयू में चार वर्षीय स्नातक कोर्सेज की पढ़ाई शुरु होगी। एक साल का कोर्स पूरा करने पर सर्टिफिकेट, दो साल केलिए डिप्लोमा, तीन साल के लिए डिग्री व चार साल का कोर्स पूरा करने डिग्री विद रिसर्च मिलेगी। इसमें क्रेडिट भी तय होंगे।
- इंदिरा गांधी तकनीकी विश्वविद्यालय के नरेला में 50 एकड़ की भूमि पर नया कैंपस बनेगा। इससे 25 हजार छात्रों को दाखिला मिलेगा।
- अंबेडकर विश्वविद्याल के दो नए कैंपस बनेंगे। धीरपुर में 49 एकड़ में तैयार होगा और पांच हजार छात्रों को दाखिला मिलेगा, रोहिणी में नया कैंपस तैयार होगा, यहां 3475 सीं होंगे। यह विश्वस्तरीय डिजाइन वाला कैंपस होंगे।
- दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय में शार्ट टर्म कोर्सेज की सौगात मिलेगी।
- नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलॉजी में वल्र्ड क्लास सेंटर से 12वीं पास छात्रों को 14 नए सर्टिफिकेट कोर्स की सौगात मिलेगी।
विस्तार
अगले साल सात दिनों में वर्ष 2021 अलविदा कहने जा रहा है। शिक्षा केलिए आने वाला साल 2020 नई उम्मीदों से भरा होगा। जहां दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक के दाखिले के लिए कट ऑफ सिस्टम को बॉय-बाय कर दाखिले प्रवेश परीक्षा से होंगे। प्रवेश परीक्षा आयोजित होने से सभी राज्यों के छात्रों को डीयू में दाखिले का उचित अवसर मिल सकेगा। वहीं अगले साल से डीयू में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चार साल केस्नातक कोर्सेज की पढ़ाई शुरु होगी। इसकेतहत पहले साल में सर्टिफिकेट के साथ, दूसरे साल में डिप्लोमा, तीसरे साल में ऑनर्स डिग्री के साथ कोर्स छोडने का विकल्प मिलेगा।
चार साल की पढ़ाई पूरा करने के बाद ऑनर्स विद रिसर्च मिलेगी। पाठ्यक्रमों के नाम भी बदल जाएंगे। बैचलर ऑफ आट्र्स(ऑनर्स), बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स), और बैचलर ऑफ कॉमर्स (ऑनर्स) केपाठ्यक्रम में शोध को भी जोड़ा गया है। वहीं अगले वर्ष डीयू अपने स्थापना के सौ साल पूरे करेगा। तकनीकी विश्वविद्यालयों को नए कैंपस मिलेंगे और दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय में नए शॉर्ट टर्म कोर्सेज होंगे शुरु।
दिल्ली को नए साल में नए तरीके का वर्चुअल स्कूल मिलने की भी उम्मीद है। इसका लाभ लेने के लिए देश के किसी भी हिस्से में रहने वाले विद्यार्थी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। वर्चुअल स्कूल की कोई इमारत नहीं होगी और ना ही कोई चार दीवारी होगी। लेकिन इस ऑनलाइन स्कूल में बच्चे भी होंगे और अध्यापक भी। सीबीएसई की दसवीं-बारहवीं के सत्र-2 की फाइनल परीक्षाएं पचास फीसदी पाठ्यक्रम केसाथ होंगी। स्कूल और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले बदलावों पर रश्मि शर्मा की रिपोर्ट
2021 की उपलब्धियां
- दिल्ली के अपने शिक्षा बोर्ड का गठन, शुरुआत में बीस स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस को इससे जोड़ा गया।
- सरकारी स्कूलों के बच्चों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा देने के लिए दिल्ली सरकार ने इंटरनेशनल बेकालॉरेट बोर्ड(आईबी) बोर्ड के साथ करार किया है। आईबी के साथ दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन से संबद्ध 30 सरकारी स्कूलों को जोड़ा गया।
- स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम व एन्त्राप्रिन्योर और माइडसेंट पाठ्यक्रम को शुरु किया गया। स्कूल में ही बच्चों को उद्यमी बनाने के लिए बिजनेस ब्लास्टर प्रोग्राम शुरू किया गया। इसकेतहत दो हजार की सीड मनी से अपने प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा हजारों कमा रहे छात्र।
- दिल्ली को पहला कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय की सौगात मिली। 6 हजार से अधिक सीटों केसाथ करियर के मिले नए विकल्प।
- डीयू में शिक्षकों के लंबे समय से अटके प्रमोशन शुरु हुए।
- डीयू ने 2012 से वर्ष 2021 तक की अंकतालिका को ऑनलाइन उपलब्ध कराया।
- डीयू में विद्या विस्तार स्कीम शुरु हुई। इस योजना के तहत डीयू केकॉलेज व विभाग देश के सुदूर पिछड़े इलाकों के सुविधाहीन कॉलेजों की हर प्रकार की मदद कर रहे।
साल 2022 में दिखेंगे कई बदलाव
- डीयू में स्नातक स्तर के दाखिले कट ऑफ से नहीं प्र।ेश परीक्षा से होंगे। डीयू स्वयं परीक्षा आयोजित करेगा या फिर सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेस टेस्ट से दाखिले होंगे, इस पर फैसला बाकी है। इससे कट ऑफ सिस्टम से दाखिले बंद होंगे। सभी राज्यों केछात्रों को दाखिले के समान अवसर मिल सकेंगे।
- डीयू में चार वर्षीय स्नातक कोर्सेज की पढ़ाई शुरु होगी। एक साल का कोर्स पूरा करने पर सर्टिफिकेट, दो साल केलिए डिप्लोमा, तीन साल के लिए डिग्री व चार साल का कोर्स पूरा करने डिग्री विद रिसर्च मिलेगी। इसमें क्रेडिट भी तय होंगे।
- इंदिरा गांधी तकनीकी विश्वविद्यालय के नरेला में 50 एकड़ की भूमि पर नया कैंपस बनेगा। इससे 25 हजार छात्रों को दाखिला मिलेगा।
- अंबेडकर विश्वविद्याल के दो नए कैंपस बनेंगे। धीरपुर में 49 एकड़ में तैयार होगा और पांच हजार छात्रों को दाखिला मिलेगा, रोहिणी में नया कैंपस तैयार होगा, यहां 3475 सीं होंगे। यह विश्वस्तरीय डिजाइन वाला कैंपस होंगे।
- दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय में शार्ट टर्म कोर्सेज की सौगात मिलेगी।
- नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलॉजी में वल्र्ड क्लास सेंटर से 12वीं पास छात्रों को 14 नए सर्टिफिकेट कोर्स की सौगात मिलेगी।