टिहरी जिले की ग्राम पंचायत नौली के नौसिला तोक निवासी सेना के शहीद जवान गौतम लाल की अंतिम विदाई में सैकड़ों लोग उमड़े। पैतृक घाट लक्षमोली में उनको सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी गई। इस मौके पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, सेना, जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने उनको अंतिम सलामी दी। शहीद गौतम के चचेरे व फुफेरे भाइयों ने गौतम को मुखाग्नि दी। इससे पूर्व शहीद की अंतिम यात्रा में जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि दी।
शहीद के अंतिम दर्शन के लिए ताबूत को खोला गया
24 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हुए गौतम का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे गांव पहुंचा। सड़क पर उतरते ही यूूथ फाउंडेशन और स्थानीय लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा गौतम तेरा नाम रहेगा, शहीद गौतम अमीर रहे और भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे। यहां से आर्टिलरी के जवानों ने शस्त्र झुकाते हुए अगुवाई की। इसके बाद पार्थिव शरीर को लेकर सेना के जवान घर में पहुंचे। शहीद का ताबूत देखते ही शहीद के पिता रमेश, माता रूपा समेत भाई-बहन रोने बिलखने लगे। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए ताबूत को खोला गया। गौतम का चेहरा देखते ही सभी परिजन उससे लिपट गए।
करीब आधे घंटे बाद ताबूत बंद कर दिया गया। इसके बाद घर से शहीद की अंतिम यात्रा निकली। गांव से करीब 16 किमी दूर स्थित लक्ष्मोली घाट में आते-आते यात्रा में वाहनों का काफिला जुड़ गया। अलकनंदा नदी तट पर स्थित घाट में शहीद के पार्थिव शरीर से लिपटे तिरंगे को कर्नल देवराज चड्ढा ने उनके पिता रमेश के सुपुर्द किया। इसके बाद सेना की ओर से तीन राउंड फायर कर सलामी दी गई। शहीद के चचेरे और फुफेरे भाई सूरज और देवेंद्र ने मुखाग्नि दी।
शहीद गौतम को क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी व दिवाकर भट्ट, आम आदमी पार्टी नेता कर्नल अजय कोठियाल (सेनि), सेना के अधिकारी कर्नल देवराज चड्ढा, जिलाधिकारी टिहरी इवा श्रीवास्तव, एसएसपी तृप्ति भट्ट, एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत, तहसीलदार कीर्तिनगर सुनील राज और यूथ फाउंडेशन के अधिकारियों व प्रशिक्षुओं ने पुष्पचक्र अर्पित किए।
शहीद के नाम पर होगा अस्पताल
क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी कहा कि वे शहीद के गांव के समीप स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हिंसरियाखाल का नामकरण शहीद गौतम अस्पताल करने की मांग मुख्यमंत्री से करेंगे। विधायक ने बताया कि 24 वर्षीय युवा गौतम ने देश की रक्षा में बलिदान दिया है। उनकी शहादत पर पूरे क्षेत्र को गर्व है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नौली के नौसिला तोक से कुछ दूर हिसरियाखाल में अस्पताल भवन का निर्माण हो रहा है। जल्द इसका लोकार्पण होगा।
दोस्त भी उनकी शहादत से गमगीन
शहदी गौतम सेना की पैरा स्पेशल फोर्स की 21वीं बटालियन में पैराटू्रपर थे, वह नागालैंड में शहीद हो गए। गौतम पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनकी तीन बहनें हैं। उसकी शहादत की खबर सुनकर क्षेत्र में शोक की लहर है।
परिवार के साथ ही गौतम के दोस्त भी उनकी शहादत से गमगीन हैं। वह बताते हैं कि गौतम ने जनवरी मेें आने का वादा किया था। वहीं परिजन और क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि गौतम की शहादत पर उन्हें गर्व है। बड़े भाई सुरेश ने बताया कि गौतम मई में बहन की शादी में घर आया था।
इसके बाद जून में वह ड्यूटी पर चला गया था। वह अक्तूबर में फिर घर आया था। उसने बताया कि ऑपरेशन से एक दिन पहले फोन पर गौतम ने बताया था कि वह कहीं जा रहा है। लौटने के बाद फोन करेगा, लेकिन इसके बाद कोई फोन नहीं आया।
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टिहरी जिले की ग्राम पंचायत नौली के नौसिला तोक निवासी सेना के शहीद जवान गौतम लाल की अंतिम विदाई में सैकड़ों लोग उमड़े। पैतृक घाट लक्षमोली में उनको सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी गई। इस मौके पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, सेना, जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने उनको अंतिम सलामी दी। शहीद गौतम के चचेरे व फुफेरे भाइयों ने गौतम को मुखाग्नि दी। इससे पूर्व शहीद की अंतिम यात्रा में जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि दी।
शहीद के अंतिम दर्शन के लिए ताबूत को खोला गया
24 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हुए गौतम का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे गांव पहुंचा। सड़क पर उतरते ही यूूथ फाउंडेशन और स्थानीय लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा गौतम तेरा नाम रहेगा, शहीद गौतम अमीर रहे और भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे। यहां से आर्टिलरी के जवानों ने शस्त्र झुकाते हुए अगुवाई की। इसके बाद पार्थिव शरीर को लेकर सेना के जवान घर में पहुंचे। शहीद का ताबूत देखते ही शहीद के पिता रमेश, माता रूपा समेत भाई-बहन रोने बिलखने लगे। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए ताबूत को खोला गया। गौतम का चेहरा देखते ही सभी परिजन उससे लिपट गए।
करीब आधे घंटे बाद ताबूत बंद कर दिया गया। इसके बाद घर से शहीद की अंतिम यात्रा निकली। गांव से करीब 16 किमी दूर स्थित लक्ष्मोली घाट में आते-आते यात्रा में वाहनों का काफिला जुड़ गया। अलकनंदा नदी तट पर स्थित घाट में शहीद के पार्थिव शरीर से लिपटे तिरंगे को कर्नल देवराज चड्ढा ने उनके पिता रमेश के सुपुर्द किया। इसके बाद सेना की ओर से तीन राउंड फायर कर सलामी दी गई। शहीद के चचेरे और फुफेरे भाई सूरज और देवेंद्र ने मुखाग्नि दी।
शहीद गौतम को क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी व दिवाकर भट्ट, आम आदमी पार्टी नेता कर्नल अजय कोठियाल (सेनि), सेना के अधिकारी कर्नल देवराज चड्ढा, जिलाधिकारी टिहरी इवा श्रीवास्तव, एसएसपी तृप्ति भट्ट, एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत, तहसीलदार कीर्तिनगर सुनील राज और यूथ फाउंडेशन के अधिकारियों व प्रशिक्षुओं ने पुष्पचक्र अर्पित किए।
शहीद के नाम पर होगा अस्पताल
क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी कहा कि वे शहीद के गांव के समीप स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हिंसरियाखाल का नामकरण शहीद गौतम अस्पताल करने की मांग मुख्यमंत्री से करेंगे। विधायक ने बताया कि 24 वर्षीय युवा गौतम ने देश की रक्षा में बलिदान दिया है। उनकी शहादत पर पूरे क्षेत्र को गर्व है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नौली के नौसिला तोक से कुछ दूर हिसरियाखाल में अस्पताल भवन का निर्माण हो रहा है। जल्द इसका लोकार्पण होगा।
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