न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भवाली (नैनीताल)
Published by: अलका त्यागी
Updated Thu, 09 Jan 2020 11:50 PM IST
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी बृहस्पतिवार को कैंची मंदिर में बाबा नीब करौली महाराज के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने बाबा की मूर्ति के सामने ध्यान लगाया और मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली। इस दौरान कार्यकर्ता भी उनके साथ रहे।
उन्होंने मंदिर में बाबा की मूर्ति को कंबल ओढ़ाकर माथा टेका। साथ ही कुछ देर बाबा के तप स्थान पर बैठकर ध्यान लगाया। उन्होंने बताया कि सपने में बाबा के दर्शन हुए थे। इसके बाद उन्होंने कैंची मंदिर पहुंचकर बाबा के दर्शन करने का मन बनाया।
बाबा के दर्शन के बाद आत्मिक शांति मिली है। मंदिर के पदाधिकारी प्रदीप साह ने बताया कि वरुण गांधी ने देश में सुख-शांति की कामना की। उन्होंने मंदिर परिसर के साथ ही आसपास की प्राकृतिक सुंदरता को सराहा।
कहा जाता है कि देवभूमि के इस धाम में भगवान हनुमान साक्षात विराजते हैं। नैनीताल में स्थित बाबा नीम करौली के कैंची धाम से कोई भी खाली हाथ वापस नहीं लौटता। यहां पर मांगी गयी मनौती पूर्णतया फलदायी होती है। हां आम जनमानस में बाबा के प्रति भरपूर श्रद्धा है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जुकरबर्ग और स्टीव जॉब्स जैसी नामी हस्तियां भी इनकी भक्तों में शुमार हैं।
जनश्रुतियों के अनुसार, एक बार धाम में आयोजित भंडारे में घी की कमी पड़ गई थी। बाबा जी के आदेश पर नीचे बहती नदी से कनस्तर में जल भरकर लाया गया। उसे प्रसाद बनाने हेतु जब उपयोग में लाया गया तो वह जल घी में बदल गया।
एक अन्य चमत्कार के अनुसार बाबा नीम करौली महाराज ने गर्मी की तपती धूप में एक भक्त को बादल की छतरी बनाकर दी। जिसके बाद वह आराम से अपने गंतव्य को जा सका। फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग भी जब नुकसान होने पर फेसबुक बेचने वाले थे तो बाबा के आशीर्वाद से ही वे इस परेशानी से निकल पाए।
विस्तार
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी बृहस्पतिवार को कैंची मंदिर में बाबा नीब करौली महाराज के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने बाबा की मूर्ति के सामने ध्यान लगाया और मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली। इस दौरान कार्यकर्ता भी उनके साथ रहे।
उन्होंने मंदिर में बाबा की मूर्ति को कंबल ओढ़ाकर माथा टेका। साथ ही कुछ देर बाबा के तप स्थान पर बैठकर ध्यान लगाया। उन्होंने बताया कि सपने में बाबा के दर्शन हुए थे। इसके बाद उन्होंने कैंची मंदिर पहुंचकर बाबा के दर्शन करने का मन बनाया।
बाबा के दर्शन के बाद आत्मिक शांति मिली है। मंदिर के पदाधिकारी प्रदीप साह ने बताया कि वरुण गांधी ने देश में सुख-शांति की कामना की। उन्होंने मंदिर परिसर के साथ ही आसपास की प्राकृतिक सुंदरता को सराहा।