झारखंड में मॉब लिंचिंग में मारे गये मुस्लिम युवक तरबेज के हत्यारों को फांसी की सजा की मांग को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ प्रदर्शन करने वाले मुफ्ती रईस के खिलाफ आज मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रईस का भड़काऊ बयान वायरल होने के बाद पुलिस ने यह कदम उठाया है।
झारखंड में तबरेज अंसारी की हत्या के विरोध में मुस्लिम सेवा संगठन ने विगत 27 जून को जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया था। इस संबंध में जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन दिया था। आरोप लगाया था कि मुस्लिम समाज के लोगों को डराने के लिए इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है। इसी दौरान कचहरी परिसर के बाहर मुफ्ती रईस अहमद कासमी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की थी। आरोप है कि मुफ्ती रईस अहमद कासमी ने भड़काऊ और आपत्तिजनक बयान दिया था, जिससे सांप्रदायिक माहौल बिगड़ सकता था।
मुफ्ती के बयान को यह वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस अफसरों ने कड़ी नाराजगी जताई। अधिकारियों का कहना है कि मुफ्ती का बयान भड़काऊ होने के साथ सौहार्द बिगाड़ने वाला है। शहर कोतवाल शिशुपाल नेगी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल बयान के आधार पर आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना में आने वाले तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।