कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बावजूद कांविड़ए हरिद्वार आ रहे हैं। बृहस्पतिवार को ट्रेनों से पहुंचे कांवड़ियों और बिना आरटीपीसी निगेटिव रिपोर्ट के साथ हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उतरे 290 कांवड़ियों और यात्रियों को वापस भेजा गया।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित है। बॉर्डर के अलावा हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगाघाटों पर पुलिस पहरा है। जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर पूरी सख्ती की हुई है। बावजूद कांवड़िए साधारण वेशभूषा में धर्मनगरी आ रहे हैं।
बृहस्पतिवार को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों से विभिन्न राज्यों से कांवड़ लेने के लिए आए 170 यात्रियों को शटल बस और 120 यात्रियों को ट्रेन का टिकट कराकर वापस किया गया। योग नगरी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश पर आने वाली ट्रेनों से विभिन्न राज्यों से कांवड़ यात्रा के लिए आए कुल 55 व्यक्तियों को पहचान कर परिवहन विभाग की बसों से वापस भेजा गया। रुड़की स्टेशन से 16 यात्रियों को वापस किया गया।
कांवड़ यात्रा स्थगित: हरिद्वार से 280 यात्री व कांवड़िए और नारसन बॉर्डर से एक हजार वाहन लौटाए
286 लोगों के खिलाफ कार्रवाई
शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करने और मास्क न लगाने पर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर 100, योग नगरी रेलवे स्टेशन पर 88 यात्रियों, लक्सर में 40, रुड़की रेलवे स्टेशन पर 58 यात्रियों के खिलाफ महामारी एक्ट में कार्रवाई की है।
हरिद्वार: अस्थि विसर्जन के लिए साथ लाएं कोविड निगेटिव रिपोर्ट, पंजीकरण भी अनिवार्य
यात्रियों की हुई रैंडम सैंपलिंग
बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट आए 650 यात्रियों का हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर कोविड टेस्ट कराया गया। योगनगरी ऋषिकेश में 79, रुड़की स्टेशन पर 231 और लक्सर रेलवे स्टेशन पर 70 यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराया गया।
जिले के बॉर्डर से 452 वाहन वापस भेजे
कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बाद बॉर्डर पर सख्ती लगातार जारी है। बृहस्पतिवार को जिले के सभी बॉर्डर से 452 वाहनों को लौटाया गया। इसमें रोडवेज बस, कार व दोपहिया वाहन भी शामिल हैं। इन वाहनों में 1786 लोग धर्मनगरी आ रहे थे।
कांवड़ियों की पहचान कराई जा रही है। युवा ग्रुपों में आते हैं। चार से पांच युवा दिखने पर उनको रोककर पूछताछ की जा रही है। देहरादून, ऋषिकेश से आने वाले यात्रियों की स्थानीय आईडी देखकर उन्हें स्टेशन परिसर से बाहर जाने दिया जा रहा है। स्टेशन के सभी निकास द्वारों पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है।
- मनोज कात्याल, एएसपी जीआरपी
कांवड़ यात्रा स्थगित होने के बाद बॉर्डर से लेकर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों से पहुंचने वाले यात्रियों पर भी पुलिस की पैनी नजर है। पुलिस कांवड़ लेने आने वाले लोगों को रेलवे स्टेशन से ही वापस भेज रही है। उधर, बृहस्पतिवार को पुलिस ने बॉर्डर से करीब साढ़े सात सौ वाहनों को वापस भेजा।
बृहस्पतिवार को एएसपी डॉ. विशाखा भदाणे रुड़की रेलवे स्टेशन पर पहुंची और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधीनस्थों को रेलवे स्टेशन पर हर यात्री की चेकिंग और कोरोना जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही 72 घंटे की निगेटिव आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट चेक करने के निर्देश दिए। इसके अलावा ट्रेन से रुड़की रेलवे स्टेशन पर कांवड़ लेने आने वालों को वापस भेजने के निर्देश दिए। इस दौरान जीआरपी पुलिस चौकी इंचार्ज ममता गोला आदि मौजूद रहे।
उधर, बृहस्पतिवार को नारसन बॉर्डर से पुलिस ने तीन सौ से अधिक वाहन वापस लौटाए। इसी प्रकार भगवानपुर क्षेत्र के मंडावर और काली नदी चेकपोस्ट पर पुलिस का सख्त पहरा है। एसओ पीडी भट्ट ने बताया कि मंडावर चेकपोस्ट से 120, काली नदी चेकपोस्ट से 70 और तेज्जूपुर चेकपोस्ट से 17 वाहनों को वापस लौटाया गया है। इसके साथ ही खानपुर क्षेत्र के बॉर्डरों पर भी पुलिस का सख्त पहरा है।
एसओ अभिनव शर्मा ने बताया कि करीब डेढ़ से अधिक वाहनों को वापस लौटाया गया है। उधर, गोकुलपुर और झबरेड़ा सहारनपुर मार्ग और गांव बीरपुर में सीमा पुलिस चौकी पर पुलिस रोककर पूछताछ कर रही है। थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार का कहना है कि सभी गाड़ियों को चेकिंग करने के बाद वापस भेजा जा रहा है। बृहस्पतिवार को लगभग 90 गाड़ियां वापस भेजी गई हैं।
विस्तार
कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बावजूद कांविड़ए हरिद्वार आ रहे हैं। बृहस्पतिवार को ट्रेनों से पहुंचे कांवड़ियों और बिना आरटीपीसी निगेटिव रिपोर्ट के साथ हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उतरे 290 कांवड़ियों और यात्रियों को वापस भेजा गया।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित है। बॉर्डर के अलावा हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगाघाटों पर पुलिस पहरा है। जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर पूरी सख्ती की हुई है। बावजूद कांवड़िए साधारण वेशभूषा में धर्मनगरी आ रहे हैं।
बृहस्पतिवार को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों से विभिन्न राज्यों से कांवड़ लेने के लिए आए 170 यात्रियों को शटल बस और 120 यात्रियों को ट्रेन का टिकट कराकर वापस किया गया। योग नगरी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश पर आने वाली ट्रेनों से विभिन्न राज्यों से कांवड़ यात्रा के लिए आए कुल 55 व्यक्तियों को पहचान कर परिवहन विभाग की बसों से वापस भेजा गया। रुड़की स्टेशन से 16 यात्रियों को वापस किया गया।
कांवड़ यात्रा स्थगित: हरिद्वार से 280 यात्री व कांवड़िए और नारसन बॉर्डर से एक हजार वाहन लौटाए
286 लोगों के खिलाफ कार्रवाई
शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करने और मास्क न लगाने पर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर 100, योग नगरी रेलवे स्टेशन पर 88 यात्रियों, लक्सर में 40, रुड़की रेलवे स्टेशन पर 58 यात्रियों के खिलाफ महामारी एक्ट में कार्रवाई की है।
हरिद्वार: अस्थि विसर्जन के लिए साथ लाएं कोविड निगेटिव रिपोर्ट, पंजीकरण भी अनिवार्य
यात्रियों की हुई रैंडम सैंपलिंग
बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट आए 650 यात्रियों का हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर कोविड टेस्ट कराया गया। योगनगरी ऋषिकेश में 79, रुड़की स्टेशन पर 231 और लक्सर रेलवे स्टेशन पर 70 यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराया गया।
जिले के बॉर्डर से 452 वाहन वापस भेजे
कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बाद बॉर्डर पर सख्ती लगातार जारी है। बृहस्पतिवार को जिले के सभी बॉर्डर से 452 वाहनों को लौटाया गया। इसमें रोडवेज बस, कार व दोपहिया वाहन भी शामिल हैं। इन वाहनों में 1786 लोग धर्मनगरी आ रहे थे।
कांवड़ियों की पहचान कराई जा रही है। युवा ग्रुपों में आते हैं। चार से पांच युवा दिखने पर उनको रोककर पूछताछ की जा रही है। देहरादून, ऋषिकेश से आने वाले यात्रियों की स्थानीय आईडी देखकर उन्हें स्टेशन परिसर से बाहर जाने दिया जा रहा है। स्टेशन के सभी निकास द्वारों पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है।
- मनोज कात्याल, एएसपी जीआरपी