न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Updated Tue, 12 Jan 2021 11:39 PM IST
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कोरोना टीकाकरण के लिए प्रदेश भर में पूर्वाभ्यास के तहत मंगलवार को 84 प्रतिशत लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। प्रत्येक केंद्र में 25 हेल्थ वर्करों को टीके लगाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने पूर्वाभ्यास में 7964 के सापेक्ष 6650 लाभाथियों को शामिल किया।
राज्य नोडल अधिकारी एवं मिशन निदेशक सोनिया ने बताया कि पूर्वाभ्यास के लिए 350 टीकाकरण सत्र निर्धारित किए गए थे लेकिन कोविड पोर्टल पर 343 टीकाकरण सत्रों का पूर्वाभ्यास किया गया।
यह भी पढ़ें: Corona Vaccine In Uttarakhand: छह महीने में तीन लाख लोगों को लगेगी कोविड वैक्सीन
इसके लिए 6650 को अभ्यास में शामिल किया गया जो कि निर्धारित लक्ष्य का 84 प्रतिशत है। पूर्वाभ्यास की गतिविधि 340 इकाईयों पर ऑनलाइन और तीन स्थानों पर ऑफलाइन हुई। खास बात यह है कि वैक्सीनेशन का प्रतिकूल प्रभाव होने के 243 मामलों को भी इस अभ्यास में शामिल किया गया ताकि किसी को वैक्सीन लगाने पर प्रतिकूल प्रभाव हुआ तो उसका इलाज किया जा सके।
एनएचएम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि पहले चरण में सभी चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज, एम्स, सेना चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, प्रमुख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
इसमें आशा और एएनएम को भी शामिल किया जा रहा है। वैक्सीन की आपूर्ति के लिए सभी िजलों में वाहन, ड्राईवर व अन्य कार्मिकों की तैनाती कर दी गई है। वैक्सीन के राज्य मुख्यालय स्थित वॉक इन कूलर में आने े बाद इसे जिलों को कोल्ड चेन प्रणाली के तहत भेजा जाएगा।
कोविड-19 से बचाव के लिए 16 जनवरी को देशव्यापी टीकाकरण अभियान के सफल आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों को टीकाकरण से संबंधित सारी तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बर्ड फ्लू के मामले में भी विशेष एहतियात बरतने और स्वास्थ्य, पशुपालन और वन विभाग को परस्पर समन्वय से काम करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रधानमंत्री के साथ आयोजित हुई मुख्यमंत्रियों की बैठक में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि टीकाकरण अभियान के पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों तथा दो करोड़ फ्रंटलाइन कर्मियों को यह वैक्सीन दी जाएगी। केंद्र सरकार के स्तर पर वैक्सीन खरीद कर राज्यों को निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद 50 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री ने बर्ड फ्लू के दृष्टिगत भी सभी मुख्यमंत्रियों से इसके बचाव की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की अपेक्षा की।
प्रधानमंत्री के साथ आयोजित हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य में की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए राज्य स्तर पर टास्क फोर्स गठित हो जाए। सभी जिलों में कोल्ड चेन सिस्टम विकसित हो। वैक्सीन भंडारण एवं वितरण के लिए पर्याप्त स्थान की उपलब्धता के साथ आवश्यक मानव संसाधनों की व्यवस्था समय से पूरी करा ली जाए। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों, नर्सिंग एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया में भी तेजी लाने को कहा है।
उन्होंने प्रदेश में बर्ड फ्लू के दृष्टिगत एहतियात बरतने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इसकी रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के लिए पशुपालन, वन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा। इस अवसर पर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, प्रभारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय भी उपस्थित थे।
सार
- प्रत्येक केंद्र पर 25 हेल्थ वर्करों पर किया जाएगा टीके का अभ्यास
- 15 जनवरी को 41 टीकाकरण केंद्र पर किया जाएगा ड्राई रन
विस्तार
कोरोना टीकाकरण के लिए प्रदेश भर में पूर्वाभ्यास के तहत मंगलवार को 84 प्रतिशत लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। प्रत्येक केंद्र में 25 हेल्थ वर्करों को टीके लगाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने पूर्वाभ्यास में 7964 के सापेक्ष 6650 लाभाथियों को शामिल किया।
राज्य नोडल अधिकारी एवं मिशन निदेशक सोनिया ने बताया कि पूर्वाभ्यास के लिए 350 टीकाकरण सत्र निर्धारित किए गए थे लेकिन कोविड पोर्टल पर 343 टीकाकरण सत्रों का पूर्वाभ्यास किया गया।
यह भी पढ़ें: Corona Vaccine In Uttarakhand: छह महीने में तीन लाख लोगों को लगेगी कोविड वैक्सीन
इसके लिए 6650 को अभ्यास में शामिल किया गया जो कि निर्धारित लक्ष्य का 84 प्रतिशत है। पूर्वाभ्यास की गतिविधि 340 इकाईयों पर ऑनलाइन और तीन स्थानों पर ऑफलाइन हुई। खास बात यह है कि वैक्सीनेशन का प्रतिकूल प्रभाव होने के 243 मामलों को भी इस अभ्यास में शामिल किया गया ताकि किसी को वैक्सीन लगाने पर प्रतिकूल प्रभाव हुआ तो उसका इलाज किया जा सके।
एनएचएम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि पहले चरण में सभी चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज, एम्स, सेना चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, प्रमुख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
इसमें आशा और एएनएम को भी शामिल किया जा रहा है। वैक्सीन की आपूर्ति के लिए सभी िजलों में वाहन, ड्राईवर व अन्य कार्मिकों की तैनाती कर दी गई है। वैक्सीन के राज्य मुख्यालय स्थित वॉक इन कूलर में आने े बाद इसे जिलों को कोल्ड चेन प्रणाली के तहत भेजा जाएगा।
टीकाकरण के लिए व्यवस्था करें चाक-चौबंद: त्रिवेंद्र
कोविड-19 से बचाव के लिए 16 जनवरी को देशव्यापी टीकाकरण अभियान के सफल आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों को टीकाकरण से संबंधित सारी तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बर्ड फ्लू के मामले में भी विशेष एहतियात बरतने और स्वास्थ्य, पशुपालन और वन विभाग को परस्पर समन्वय से काम करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रधानमंत्री के साथ आयोजित हुई मुख्यमंत्रियों की बैठक में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि टीकाकरण अभियान के पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों तथा दो करोड़ फ्रंटलाइन कर्मियों को यह वैक्सीन दी जाएगी। केंद्र सरकार के स्तर पर वैक्सीन खरीद कर राज्यों को निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद 50 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री ने बर्ड फ्लू के दृष्टिगत भी सभी मुख्यमंत्रियों से इसके बचाव की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की अपेक्षा की।
प्रधानमंत्री के साथ आयोजित हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य में की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए राज्य स्तर पर टास्क फोर्स गठित हो जाए। सभी जिलों में कोल्ड चेन सिस्टम विकसित हो। वैक्सीन भंडारण एवं वितरण के लिए पर्याप्त स्थान की उपलब्धता के साथ आवश्यक मानव संसाधनों की व्यवस्था समय से पूरी करा ली जाए। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों, नर्सिंग एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया में भी तेजी लाने को कहा है।
उन्होंने प्रदेश में बर्ड फ्लू के दृष्टिगत एहतियात बरतने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इसकी रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के लिए पशुपालन, वन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा। इस अवसर पर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, प्रभारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय भी उपस्थित थे।