उत्तराखंड के चर्चित शक्तिमान प्रकरण में आरोपी भाजपा नेता राहुल रावत ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमएम पांडेय की अदालत ने रावत को जमानत दे दी। इस मामले में मुख्य आरोपी मसूरी विधायक गणेश जोशी हैं।
गौरतलब है कि मार्च 2016 में विधानसभा के घेराव के दौरान भाजपाइयों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान पुलिस के घोड़े शक्तिमान की टांग टूट गई थी। कुछ दिन बाद शक्तिमान की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
इस मामले में विधायक गणेश जोशी समेत कई भाजपा नेता नामजद हैं। उनके खिलाफ नेहरू कॉलोनी थाने में पशु क्रूरता आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हैं। प्रकरण में विधायक गणेश जोशी की गिरफ्तारी भी हुई थी।
सरकार ने मुकदमे को वापस लेने की दो बार गुहार कोर्ट से लगाई थी। मगर, न्यायालय ने दोनों बार सरकार की अर्जी को खारिज कर दी थी। इस मामले में बृहस्पतिवार को राहुल रावत ने सरेंडर कर दिया। उनके खिलाफ पिछले दिनों गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे।
साल 2009 के विधानसभा घेराव मामले में मंत्री हरक सिंह रावत समेत पांच नेताओं ने बृहस्पतिवार को न्यायालय में हाजिरी माफी लगाई। उनके खिलाफ न्यायालय में आरोप तय होने थे। इस प्रकरण में सितंबर में 20 नेताओं के खिलाफ आरोप तय हो चुके हैं। जबकि, पांच अन्य के लिए न्यायालय ने 25 अक्तूबर की तिथि नियत की थी। अब इस मामले की अगली सुनवाई 26 नवंबर को होगी।
उत्तराखंड के चर्चित शक्तिमान प्रकरण में आरोपी भाजपा नेता राहुल रावत ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमएम पांडेय की अदालत ने रावत को जमानत दे दी। इस मामले में मुख्य आरोपी मसूरी विधायक गणेश जोशी हैं।
गौरतलब है कि मार्च 2016 में विधानसभा के घेराव के दौरान भाजपाइयों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान पुलिस के घोड़े शक्तिमान की टांग टूट गई थी। कुछ दिन बाद शक्तिमान की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
इस मामले में विधायक गणेश जोशी समेत कई भाजपा नेता नामजद हैं। उनके खिलाफ नेहरू कॉलोनी थाने में पशु क्रूरता आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हैं। प्रकरण में विधायक गणेश जोशी की गिरफ्तारी भी हुई थी।