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उत्तरकाशी के पुरोला में मोरी ब्लॉक के सिरगा गांव क्षेत्र में जंगल में पशु चराने गए एक ग्रामीण की भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार शाम को सिरगा गांव निवासी 30 वर्षीय जगदीश लाल पुत्र रेशम लाल कुछ अन्य ग्रामीणों के साथ जंगल में पशु चराने गया था, तभी भूस्खलन की चपेट में आकर वह गहरी खाई में जा गिरा। सूचना मिलने पर स्थानीय ग्रामीणों ने उसकी खोजबीन की, लेकिन अंधेरे के कारण लापता युवक का कुछ पता नहीं चल सका।
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी राजस्व पुलिस को दी। राजस्व विभाग की टीम के खोज एवं बचाव अभियान चलाते हुए घटनास्थल के निकट गहरी खाई से युवक का शव बरामद किया। तहसीलदार बीआर सरियाल ने बताया कि सिरगा के डबरियाणा तोक क्षेत्र से लापता ग्रामीण का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव भेज दिया गया है।
बदरीनाथ हाईवे पर कंचनगंगा में यात्रा वाहनों की आवाजाही मुश्किल से हो पा रही है। रविवार को कंचनगंगा का जलस्तर बढ़ने से करीब चार घंटे तक वाहनों की आवाजाही बाधित रही।
सीमा सड़क संगठन की ओर से हाईवे पर पत्थरों का भरान करने के बाद सुबह नौ बजे वाहनों की आवाजाही सुचारु हो पाई। हालांकि यहां अभी भी बार-बार वाहन फंस रहे हैं। शुक्रवार रात को भारी बारिश से करीब 12 मीटर तक हाईवे बह गया था।
सोमवार को गंगा का जलस्तर कम होने के बाद बीआरओ ने यहां पत्थरों का भरान कर वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई थी, लेकिन शनिवार रात को फिर बारिश होने से कंचनगंगा का जलस्तर बढ़ने पर रविवार को हाईवे अवरुद्घ रहा।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से कंचनगंगा में पत्थरों का भरान कर यात्रा वाहनों की आवाजाही सुचारु तो करवा दी गई है, लेकिन यहां बार-बार वाहनों के टायर फंस रहे हैं, जिससे यात्रा वाहनों की आवाजाही रुक-रुककर हो रही है।
बदरीनाथ थाने के थानाध्यक्ष सतेंद्र सिंह ने बताया कि कंचनगंगा में हाईवे का बड़ा हिस्सा बह गया है, जिससे यहां वाहनों की आवाजाही सुचारु करवाना मुश्किल बना हुआ है। हाईवे के दोनों ओर से यातायात को व्यवस्थित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मौसम विभाग के 5 व 6 अगस्त को जिले में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने सभी जिला स्तरीय, तहसील, पुलिस थाना और आपदा टीमों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने अधिकारियों को चौबीस घंटे चौकन्ना रहने, क्षेत्र में हो रही वर्षा और किसी भी घटना की सूचना कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने एनएच, लोनिवि, एडीबी और पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंताओं को सभी भूस्खलन संभावित सड़कों पर जेसीबी मशीन तैनात करने के निर्देश दिए हैं, जिससे सड़क अवरुद्ध होने पर तत्काल सुचारु की जा सके।
उत्तरकाशी में शनिवार रात को बारिश होने से रविवार को यमुनोत्री हाईवे सहित जिले के पांच संपर्क मार्ग घंटों अवरुद्ध रहे। शनिवार देर रात अवरुद्ध हुए गंगोत्री हाईवे पर रविवार तड़के यातायात बहाल कर लिया गया।
बता दें कि बीते कई दिनों से जिले में रुक-रुक कर बारिश होने से जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसी क्रम में शनिवार रात करीब आठ बजे भटवाड़ी ब्लॉक में सुनगर के पास भारी बोल्डर गिरने से गंगोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया। रात में यातायात पर रोक के चलते लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।
बीआरओ ने रविवार तड़के चार बजे तक बोल्डर हटाकर यहां यातायात बहाल कर दिया। दूसरी ओर, ओजरी गांव के निकट हुए भूस्खलन के कारण यमुनोत्री हाईवे भी देर रात अवरुद्ध हो गया। यहां एनएच कर्मचारियों ने रविवार सुबह करीब सात बजे तक मलबा हटाकर यातायात सुचारु करा दिया।
इसके अलावा रविवार को दिखोल-पंचाणगांव, चिवां-मोंडा, खालसी-बिंगसारी व कुंसाला-कुपड़ा मोटर मार्ग भी जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण अवरुद्ध हुए, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि संबंधित विभागों ने उक्त सभी मार्गों को दोपहर तक सुचारु कर दिया। वहीं, विगत 27 जुलाई को हुए भूस्खलन के कारण धौंतरी-ठांडी मोटर मार्ग पर आठ दिनों के बाद भी बड़े वाहनों की आवाजाही बहाल नहीं हो सकी है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार उक्त मोटर मार्ग को 6 अगस्त तक सुचारु किया जा सकेगा।
उत्तरकाशी के पुरोला में मोरी ब्लॉक के सिरगा गांव क्षेत्र में जंगल में पशु चराने गए एक ग्रामीण की भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार शाम को सिरगा गांव निवासी 30 वर्षीय जगदीश लाल पुत्र रेशम लाल कुछ अन्य ग्रामीणों के साथ जंगल में पशु चराने गया था, तभी भूस्खलन की चपेट में आकर वह गहरी खाई में जा गिरा। सूचना मिलने पर स्थानीय ग्रामीणों ने उसकी खोजबीन की, लेकिन अंधेरे के कारण लापता युवक का कुछ पता नहीं चल सका।
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी राजस्व पुलिस को दी। राजस्व विभाग की टीम के खोज एवं बचाव अभियान चलाते हुए घटनास्थल के निकट गहरी खाई से युवक का शव बरामद किया। तहसीलदार बीआर सरियाल ने बताया कि सिरगा के डबरियाणा तोक क्षेत्र से लापता ग्रामीण का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव भेज दिया गया है।
कंचनगंगा में जलस्तर बढ़ने से चार घंटे बंद रहा बदरीनाथ हाईवे
बदरीनाथ हाईवे पर कंचनगंगा में यात्रा वाहनों की आवाजाही मुश्किल से हो पा रही है। रविवार को कंचनगंगा का जलस्तर बढ़ने से करीब चार घंटे तक वाहनों की आवाजाही बाधित रही।
सीमा सड़क संगठन की ओर से हाईवे पर पत्थरों का भरान करने के बाद सुबह नौ बजे वाहनों की आवाजाही सुचारु हो पाई। हालांकि यहां अभी भी बार-बार वाहन फंस रहे हैं। शुक्रवार रात को भारी बारिश से करीब 12 मीटर तक हाईवे बह गया था।
सोमवार को गंगा का जलस्तर कम होने के बाद बीआरओ ने यहां पत्थरों का भरान कर वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई थी, लेकिन शनिवार रात को फिर बारिश होने से कंचनगंगा का जलस्तर बढ़ने पर रविवार को हाईवे अवरुद्घ रहा।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से कंचनगंगा में पत्थरों का भरान कर यात्रा वाहनों की आवाजाही सुचारु तो करवा दी गई है, लेकिन यहां बार-बार वाहनों के टायर फंस रहे हैं, जिससे यात्रा वाहनों की आवाजाही रुक-रुककर हो रही है।
बदरीनाथ थाने के थानाध्यक्ष सतेंद्र सिंह ने बताया कि कंचनगंगा में हाईवे का बड़ा हिस्सा बह गया है, जिससे यहां वाहनों की आवाजाही सुचारु करवाना मुश्किल बना हुआ है। हाईवे के दोनों ओर से यातायात को व्यवस्थित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
5 व 6 अगस्त को चमोली में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के 5 व 6 अगस्त को जिले में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने सभी जिला स्तरीय, तहसील, पुलिस थाना और आपदा टीमों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने अधिकारियों को चौबीस घंटे चौकन्ना रहने, क्षेत्र में हो रही वर्षा और किसी भी घटना की सूचना कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने एनएच, लोनिवि, एडीबी और पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंताओं को सभी भूस्खलन संभावित सड़कों पर जेसीबी मशीन तैनात करने के निर्देश दिए हैं, जिससे सड़क अवरुद्ध होने पर तत्काल सुचारु की जा सके।
गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे सहित पांच संपर्क मार्ग रहे बाधित
उत्तरकाशी में शनिवार रात को बारिश होने से रविवार को यमुनोत्री हाईवे सहित जिले के पांच संपर्क मार्ग घंटों अवरुद्ध रहे। शनिवार देर रात अवरुद्ध हुए गंगोत्री हाईवे पर रविवार तड़के यातायात बहाल कर लिया गया।
बता दें कि बीते कई दिनों से जिले में रुक-रुक कर बारिश होने से जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसी क्रम में शनिवार रात करीब आठ बजे भटवाड़ी ब्लॉक में सुनगर के पास भारी बोल्डर गिरने से गंगोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया। रात में यातायात पर रोक के चलते लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।
बीआरओ ने रविवार तड़के चार बजे तक बोल्डर हटाकर यहां यातायात बहाल कर दिया। दूसरी ओर, ओजरी गांव के निकट हुए भूस्खलन के कारण यमुनोत्री हाईवे भी देर रात अवरुद्ध हो गया। यहां एनएच कर्मचारियों ने रविवार सुबह करीब सात बजे तक मलबा हटाकर यातायात सुचारु करा दिया।
इसके अलावा रविवार को दिखोल-पंचाणगांव, चिवां-मोंडा, खालसी-बिंगसारी व कुंसाला-कुपड़ा मोटर मार्ग भी जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण अवरुद्ध हुए, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि संबंधित विभागों ने उक्त सभी मार्गों को दोपहर तक सुचारु कर दिया। वहीं, विगत 27 जुलाई को हुए भूस्खलन के कारण धौंतरी-ठांडी मोटर मार्ग पर आठ दिनों के बाद भी बड़े वाहनों की आवाजाही बहाल नहीं हो सकी है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार उक्त मोटर मार्ग को 6 अगस्त तक सुचारु किया जा सकेगा।