टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हो चुकी है। 16 से 21 अक्तूबर तक क्वालिफाइंग राउंड के मुकाबले खेले जाएंगे। इसके बाद 22 अक्तूबर से सुपर-12 राउंड की शुरुआत होगी। भारतीय टीम अपने वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत 23 अक्तूबर को पाकिस्तान के खिलाफ करेगी। भारत और पाकिस्तान को सुपर-12 राउंड के ग्रुप-2 में रखा गया है। इसमें इन दोनों टीमों के अलावा बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, ग्रुप-बी की विनर टीम और ग्रुप-ए की रनर अप टीमें होंगी। वहीं, सुपर-12 राउंड के ग्रुप-1 में अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ग्रुप-ए की विनर टीम और ग्रुप-बी की रनर अप टीमें होंगी।
सुपर-12 राउंड के लिए चार टीमों का फैसला 16 अक्तूबर से शुरू हो रहे क्वालिफाइंग राउंड से होगा। क्वालिफायर राउंड में आठ टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है- ग्रुप-ए और ग्रुप-बी। ग्रुप-ए में नामीबिया, नीदरलैंड, श्रीलंका और यूएई की टीमें हैं। वहीं, ग्रुप-बी में आयरलैंड, स्कॉटलैंड, वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे की टीमें हैं। टॉप की चार टीमें अगले राउंड यानी सुपर-12 राउंड के लिए क्वालिफाई करेंगी।
भारत इस समय टी-20 में नंबर-वन है। टी20 विश्वकप का पहला संस्करण 2007 में खेला गया था। तब भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में खिताब जीता था। विजेता टीम का हिस्सा रहे रोहित शर्मा 15 साल बाद अपनी कप्तानी में टीम को दूसरा विश्व खिताब दिलाना चाहेंगे।
टी20 विश्वकप का यह आठवां संस्करण है। भारतीय टीम एक बार खिताब जीती है, तो 2014 के फाइनल में श्रीलंका से हार गई थी। आइए ऐसे में जानते हैं सुपर 12 के लिए क्वालिफाई करने वाली आठ टीमों भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका की ताकत और कमजोरी।
अपनी धरती पर खिताब का बचाव करना चाहेगी ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के सामने ठीक एक वर्ष बाद ही टी20 विश्व खिताब का बचाव करने की चुनौती आ गई है। पिछले साल 14 नवंबर को दुबई में ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली बार टी-20 में विश्व चैंपियन बनी थी। ऑस्ट्रेलिया यदि खिताब का बचाव करती है तो लगातार दो टी20 विश्व खिताब जीतने वाली पहली टीम होगी।
ताकत
- ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी ताकत वह अपने घर में खेलेगी। यह टीम मैदानों से अच्छी तरह परिचित है। मेजबान टीम बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण सभी में संतुलित है। सिंगापुर में जन्मे टिम डेविड टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने भारत दौरे पर भी प्रभावी प्रदर्शन किया था।
- पिछले साल की विजेता टीम का हिस्सा रहे डेविड वॉर्नर बेहतरीन फॉर्म में हैं। मिचेल स्टार्क और दुनिया के नंबर एक टी-20 गेंदबाज जोश हेजलवुड टीम की मुख्य कड़ी हैं। कप्तान एरोन फिंच ने टी-20 पर फोकस करने के लिए वनडे की कप्तानी छोड़ दी है।
कमजोरी
- ऑस्ट्रेलिया की टीम के ऊपर अपने घर में बेहतरीन प्रदर्शन करने का दबाव होगा। सुपर 12 में ऑस्ट्रेलिया के ग्रुप एक में गत वर्ष की उपविजेता न्यूजीलैंड और उसकी चिरप्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड भी है। ऐसे में थोड़ी सी गलती टीम पर भारी पड़ सकती है। हाल ही में भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया की टीम टी-20 सीरीज 1-2 से हार गई थी। इसके बाद इंग्लैंड से भी एक मैच हारी है।
टी-20 रैंकिंग : 06
भारत : नंबर वन टीम 15 साल बाद फिर जीतना चाहेगी विश्व खिताब
2013 के बाद से टीम इंडिया कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है। पिछले साल कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया सुपर-12 के राउंड से ही बाहर हो गई थी। इस साल कप्तान रोहित शर्मा हैं। ऐसे में टीम इंडिया पिछले नौ सालों में पहली बार कोई आईसीसी ट्रॉफी उठाना चाहेगी।
ताकत
- भारत की सबसे बड़ी मजबूती उसकी बल्लेबाजी है। रोहित शर्मा, केएल राहुल दुनिया के श्रेष्ठ ओपनर हैं। दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने अपनी फॉर्म वापस पा ली है। चौथे नंबर के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव से धुरंधर गेंदबाज भय खाते हैं। ऑलारउंडर हार्दिक पांड्या मैच का रुख कभी भी अपनी ओर मोड़ सकते हैं। आर अश्विन और यजुवेंद्र चहल सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं। भारतीय टीम इस समय टी20 में नंबर-वन है। उसका ऑस्ट्रेलिया में रिकॉर्ड भी अच्छा रहा है।
कमजोरी
- भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी तेज गेंदबाजी है। विशेषकर डेथ ओवरों में विरोधी टीम पर अंकुश नहीं लगा पाना है। जसप्रीत बुमराह भी टीम में नहीं हैं। उनकी जगह शामिल किए गए मोहम्मद शमी कोरोना से रिकवर होकर आए हैं। बड़ा लक्ष्य देने के बावजूद भी उसका बचाव नहीं कर पाना टीम की कमजोर कड़ी है।
टी20 रैंकिंग : 01
न्यूजीलैंड : कीवी कप्तान विलियमसन विश्वकप ट्रॉफी उठाने को लेकर बेकरार
2015 और 2019 में वनडे विश्वकप और 2021 टी20 विश्वकप की उपविजेता रही न्यूजीलैंड की टीम इस बार विश्वकप ट्रॉफी जीतने को बेकरार है। कप्तान केन विलियमसन दो बार से लगातार विश्वकप की ट्रॉफी के नजदीक पहुंचकर चूक रहे हैं। वह चाहेंगे कि इस बार यह ट्रॉफी उनके हाथ में आए।
मजबूती
- न्यूजीलैंड इस समय विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का विजेता है। डेवोन कॉन्वे, केन विलियसन, डेरिल मिचेल, ग्लेन फिलिप्स बल्लेबाजी की मजबूती हैं। बल्लेबाजी ऑलराउंडर जिम्मी नीशम टीम का आधार हैं। वहीं, गेंदबाजी में ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फर्ग्यूसन और टिम साउदी कमान संभालेंगे। स्पिन ऑलराउंडर मिचेल ब्रेसवेल नई खोज हैं।
कमजोरी
- कीवी टीम की सबसे बड़ी कमजोरी सफेद गेंदों के फाइनल में नहीं जीत पाना है। उसके खेल में कंसिस्टेंसी की कमी है। इसके साथ ही न्यूजीलैंड को इस बार इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के कठिन ग्रुप में रखा गया है। डेरिल मिचेल और फर्ग्यूसन चोट से वापसी कर रहे हैं। हाल ही में अपने घर में ही पाकिस्तान से टी-20 त्रिकोणीय सीरीज हारी।
टी20 रैंकिंग : 05