माडर्न कारों में लगातार नए फीचर्स को ऑफर किया जा रहा है। नए फीचर्स को कारों में काफी पसंद भी किया जाता है। लेकिन अगर इनका गलत इस्तेमाल किया जाए तो फिर यह फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। ऐसा ही एक फीचर क्रूज कंट्रोल का है। अगर इस फीचर का भी गलत जगह और गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है तो फिर यह खतरा भी बन सकता है। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि इस फीचर का कब और किस तरह से सही इस्तेमाल करना चाहिए।
क्या काम करता है क्रूज कंट्रोल
अगर आपकी कार में यह फीचर नहीं है लेकिन अगर आप ऐसी किसी कार को चलाते हैं जिसमें यह फीचर है तो आपको इस बात की जानकारी नहीं होगी कि इस फीचर को कैसे उपयोग किया जाए। दरअसल, यह फीचर एक्टिवेट करने पर यह कार को ऑटोमैटिकली कंट्रोल करने लगता है। जितनी स्पीड पर चलाने के लिए इसे एक्टिवेट किया जाता है यह उतनी ही स्पीड पर कार को खुद चलाता है जिससे ड्राइवर को कार चलाते समय एक्सीलेटर पैडल दबाने की जरूरत नहीं रह जाती। यह सेट की गई स्पीड में ही कार को लगातार चलाने में सक्षम होता है। इसे एक्टिवेट करने के बाद कार की स्पीड ना तो कम होती है और ना ही ज्यादा हो पाती है।
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क्या है नुकसान
कार का यही फीचर उसके लिए नुकसानदायक साबित भी हो सकता है। ऐसा तब होता है, जब गलत समय पर इसे एक्टिवेट कर दिया जाता है। अगर इस फीचर को ऐसी जगह पर एक्टिव किया जाए जहां पर पूरी तरह से कंट्रोल का होना जरूरी हो तो यह नुकसान भी कर सकता है।
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कब ना करें उपयोग
इस फीचर का उपयोग ट्रैफिक, भीड़-भाड़ वाली जगह, गीली सड़क पर, बारिश के दौरान, बर्फबारी के दौरान सहित ऐसी ही अन्य स्थितियों में नहीं करना चाहिए।
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कहां करें उपयोग
क्योंकि यह फीचर आपको सुविधा देता है कि इसके जरिए आप ज्यादा समय तक कार को एक ही स्पीड में चला सकते हैं। इसलिए इसका उपयोग खुली सड़कों, हाइवे या ऐसी जगह करना बेहतर होता है जहां पर ट्रैफिक बेहद कम या बिल्कुल नहीं होता। ऐसे में आप इस फीचर को उपयोग करके ड्राइविंग के दौरान थोड़ी थकान कम कर सकते हैं।
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